ONE वर्ल्ड चैंपियन बनकर मिडल ईस्ट के लोगों को प्रेरित करना चाहते हैं ओसामा अलमारवाई
ओसामा अलमारवाई को BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर बने करीब एक साल हुआ है, लेकिन वो बहुत थोड़े समय में दुनिया के बेस्ट फाइटर्स में से एक बन चुके हैं और अपने ONE Championship डेब्यू में शानदार प्रदर्शन करना चाहते हैं।
ONE Fight Night 10: Johnson vs. Moraes III में यमनी जिउ-जित्सु स्टाइलिस्ट ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन माइकी “डार्थ रिगाटोनी” मुसुमेची को चैलेंज करेंगे।
इस समय अलमारवाई 6 मई को कोलोराडो के 1stBank सेंटर में होने वाले बड़े मैच की तैयारियों में व्यस्त हैं। उससे पहले यहां जानिए वो किस तरह ग्रैपलिंग वर्ल्ड के टॉप पर पहुंचे और ग्लोबल स्टेज तक पहुंचने का सफर कैसे तय किया।
सफलता की नींव बचपन में रखी गई
अलमारवाई का जन्म सऊदी अरब में हुआ और उनका माता-पिता यमन से संबंध रखते हैं। वो स्कूल के दिनों में अच्छा कर रहे थे।
एक स्टूडेंट के रूप में बढ़िया करने के बाद उन्होंने इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद इंजीनियरिंग मैनेजमेंट की पढ़ाई की और इस दौरान BJJ की ट्रेनिंग भी करते रहे।
उनके अनुसार स्कूल की पढ़ाई से उन्हें जिउ-जित्सु में मदद की, वहीं ये खेल उन्हें पढ़ाई में भी अच्छा करने में मददगार रहा।
अलमारवाई ने बताया:
“जहां तक पढ़ाई का विषय था, मेरे माता-पिता बहुत सख्त रहे। वो हमेशा मुझसे A ग्रेड की उम्मीद रखते थे। मेरी कई बार लड़ाई भी हुई, लेकिन कभी बड़ी मुसीबतों में नहीं पड़ा। मैं सबसे अच्छे स्टूडेंट्स में से एक रहा और पढ़ाई में बहुत अच्छा था।
“मुझे लगता है कि इससे मुझे जिउ-जित्सु में अनुशासित रहने में मदद मिली क्योंकि स्कूल के दिनों में मैं अनुशासन से रहता था। दूसरी ओर, जिउ-जित्सु ने भी मुझे पढ़ाई में मदद की क्योंकि मैं ट्रेनिंग के कारण जल्दी स्कूल का काम निपटा लेता था। मैं वीकेंड में अपना होमवर्क कर लेता था, जिससे सप्ताह के दौरान ट्रेनिंग में कोई समस्या ना आए।”
उनके माता-पिता उन्हें पढ़ाई में अच्छा करते देखना चाहते थे, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो अपने बेटे के मार्शल आर्ट्स सीखने के खिलाफ थे।
अलमारवाई ने युवावस्था में अपने बड़े भाई के नक्शे-कदम पर चलते हुए BJJ सीखना शुरू किया। उनके माता-पिता ने उन्हें मार्शल आर्ट्स सीखने से नहीं रोका और दोनों क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा:
“मेरे माता-पिता को मार्शल आर्ट्स से कोई दिक्कत नहीं थी और खासतौर पर पिता बहुत सपोर्ट करते रहे हैं। मेरी मां का 2015 में कैंसर के कारण निधन हो गया, लेकिन उन्होंने भी मुझे हमेशा सपोर्ट किया। मेरे पिता को मुझ पर बहुत गर्व है और नियमित रूप से मैसेज करते रहते हैं। वो मेरे अगले मैच को लेकर बहुत उत्साहित हैं।”
Atos जिम को जॉइन करने के बाद सफलता हासिल की
कॉलेज के दिनों में अलमारवाई ने मिडल ईस्ट में फाइट्स करते हुए जीत दर्ज कीं और इस दौरान ब्लू, पर्पल और ब्राउन बेल्ट होल्डर भी बने।
वो जब आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका आए, तब उन्होंने BJJ को अधिक गंभीरता से लेना शुरू किया। अंततः उन्होंने कैलिफोर्निया में स्थित Atos Jiu-Jitsu Academy में दाखिला लिया, जहां उन्होंने BJJ लैजेंड आंद्रे गल्वाओ के अंडर ट्रेनिंग ली। उनके साथ टाय रुओटोलो और ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन केड रुओटोलो भी ट्रेनिंग करते रहे हैं।
30 वर्षीय स्टार के करियर ने वहां से नया मोड़ लिया था और उसी समय उनके बेस्ट एथलीट्स में से एक बनने के सफर की शुरुआत हुई।
उन्होंने कहा:
“जहां तक बेल्ट्स की बात थी, मैंने कोई बड़े सपने नहीं देखे थे। मैं केवल फाइट करना चाहता था और ब्राउन बेल्ट होल्डर बनने के बाद मैंने ट्रेनिंग को गंभीरता से लेना शुरू किया क्योंकि मैं बेस्ट जिम में अभ्यास कर रहा था।
“मेरा Atos में पहला कैम्प 2019 में हुआ, जहां मेरी कड़ी परीक्षा ली गई। मेरे मन में ख्याल आया कि, ‘मैं जब बेस्ट एथलीट्स के साथ ट्रेनिंग कर रहा हूं तो भला वर्ल्ड चैंपियनशिप क्यों नहीं जीत सकता? परिस्थितियां इससे कठिन तो नहीं हो सकतीं।’ मैं खुद से कह रहा था कि Atos से ज्यादा कड़ी मेहनत मैं दूसरी जगह पर नहीं कर पाऊंगा।”
एक ब्राउन बेल्ट होल्डर होते हुए यमन के ग्रैपलर ने सफलता प्राप्त करनी शुरू की। इस दौरान वो 2021 IBJJF नो-गी वर्ल्ड चैंपियन बने और 2022 की शुरुआत में गल्वाओ ने उन्हें ब्लैक बेल्ट से सम्मानित किया।
मगर सफलता के कारण आप दबाव में भी आ सकते हैं क्योंकि आपसे लोगों की उम्मीदें बढ़ जाती हैं और वो जब उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए तो अलमारवाई को खुद पर संदेह होने लगा था।
उन्होंने Atos जिम में अपने ट्रेनिंग पार्टनर्स से सलाह लेकर मानसिक बाधाओं को पार करते हुए जीत की लय वापस प्राप्त की। उनके साथियों ने उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद की थी।
अलमारवाई ने बताया:
“मुझे IBJJF गी वर्ल्ड चैंपियनशिप याद है। मैं उससे पहले ब्राउन बेल्ट के रूप में नो-गी वर्ल्ड चैंपियन बना था, लेकिन गी चैंपियनशिप में तीसरे स्थान पर रहा। मैं अच्छा कर रहा था, लेकिन हार झेलना दुखद रहा। मुझे हार कैसे मिली? Atos के बारे में अच्छी बात ये है कि यहां वो लोग हैं जो उसी संघर्षपूर्ण दौर से गुजर चुके हैं।
“हमारे पास ADCC वर्ल्ड चैंपियन केनयन डुआर्टे, रुओटोलो ब्रदर्स, और प्रोफेसर गल्वाओ भी हैं। यहां कई टॉप लेवल के फाइटर्स हैं, जो हमें बताते हैं कि, ‘ये एक एथलीट के जीवन का हिस्सा है क्योंकि हमें उतार-चढ़ाव देखने को मिलते रहते हैं, मगर हमें अपना बेस्ट देते रहना है।’ मैंने उन चुनौतियों को दूर करते हुए ब्लैक बेल्ट के रूप में फाइट करनी जारी रखी।”
मिडल ईस्ट के लोगों की उम्मीदों का भार
पिछले साल ब्लैक बेल्ट होल्डर बनने के बाद अलमारवाई के करियर ने रफ्तार पकड़नी शुरू की। उन्होंने IBJJF प्रतियोगिताओं में चैंपियनशिप जीती, जिनमें IBJJF नो-गी टाइटल भी शामिल रहा। इस दौरान वो मिडल ईस्ट से पहले ब्लैक बेल्ट वर्ल्ड चैंपियन भी बने थे।
वो कुछ ही महीनों में दुनिया के बेस्ट नो-गी जिउ-जित्सु एथलीट्स में से एक बन चुके थे। उन्होंने मिडल ईस्ट में काफी पहचान हासिल की और पूरे क्षेत्र के ग्रैपलिंग फैंस ने उन्हें सपोर्ट करना शुरू कर दिया था।
मिडल-ईस्ट का प्रतिनिधित्व करने का उत्साह और इसके साथ आने वाले दबाव का जिक्र करते हुए अलमारवाई ने कहा:
“मेरे कंधों पर उम्मीदों का भार है क्योंकि मैं शायद अभी अकेला ब्लैक बेल्ट फाइटर हूं, जो इतने ऊंचे लेवल पर मिडल ईस्ट का प्रतिनिधित्व कर रहा है और इस बात को लेकर मैं गौरवान्वित महसूस करता हूं। मैं जब मैसेज पढ़ता हूं तो मुझे हर रोज प्रोत्साहन मिलता है।
“काफी लोग मुझे मैसेज करते हैं और अपने बच्चों को जिउ-जित्सु का अभ्यास करते हुए भी दिखाते हैं। वो कहते हैं कि, ‘मेरा बच्चा आज जिउ-जित्सु कर रहा है। मैं यमन से हूं, या मैं सऊदी या UAE से हूं।’ इस तरह की बातें मुझे अच्छा करने के लिए प्रेरित करती हैं।”
एक सच्चे मार्शल आर्टिस्ट होने के नाते अलमारवाई हमेशा विनम्र रहते हैं। वो कहते हैं कि वर्ल्ड चैंपियन बनने और मुसुमेची के खिलाफ मैच तय होने के बाद उन्हें मिला मिडल ईस्ट के लोगों का समर्थन चौंकाने वाला रहा।
वो इस क्षेत्र के अन्य ग्रैपलर्स के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और शानदार प्रदर्शन करते हुए ग्रैपलिंग के टॉप पर बने रहना चाहते हैं।
उन्होंने कहा:
“मैं नहीं जानता था कि केवल मेरे ट्रेनिंग करने और फाइट करने से अन्य लोगों को प्रेरणा मिल रही थी। मेरे लिए लोगों का इतना सपोर्ट बहुत चौंकाने वाला रहा। वहीं जब मुसुमेची के साथ मैच का ऐलान हुआ, तब मिडल ईस्ट के लोग मुझे मैसेज और तस्वीरों में टैग भी कर रहे थे।
“अब मिडल ईस्ट में मौजूद मेरे फैंस मुझे अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जो मुझे प्रेरणा का स्रोत मानते हैं। इसलिए मैं हार ना मानते हुए उनके लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहता हूं।”
अपने करियर के सबसे बड़े मैच के लिए तैयारी
6 मई को अलमारवाई अपना ONE डेब्यू करेंगे, जहां उनके पास इतिहास रचने का मौका होगा क्योंकि वो अमेरिकी धरती पर ONE के पहले इवेंट का हिस्सा बन रहे होंगे।
Atos एकेडमी के प्रतिनिधि ने प्रोमोशनल डेब्यू में इससे बेहतर मैच की उम्मीद नहीं की होगी, जहां वो मुसुमेची को वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज कर रहे होंगे।
उन्होंने कहा:
“मैं ONE Championship का हिस्सा बनने और इस ऐतिहासिक इवेंट में शामिल किए जाने से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ये ONE का अमेरिका में पहला इवेंट होगा, जिसमें मुझे मेन कार्ड में वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच दिया गया है। मेरा डेब्यू इससे अच्छा नहीं हो सकता था।”
अलमारवाई इस मैच को लेकर बहुत उत्साहित हैं, लेकिन मुसुमेची के खिलाफ मैच में उनपर काफी दबाव भी होगा। “डार्थ रिगाटोनी” ONE में लगातार 3 जीत दर्ज कर चुके हैं और उन्हें दुनिया का बेस्ट पाउंड-फोर-पाउंड सबमिशन ग्रैपलर माना जाता है।
यमन के एथलीट ने इस चुनौती को स्वीकार किया और बहुत अच्छे ढंग से खुद को तैयार कर रहे हैं, जिससे साबित कर सकें कि वो भी दुनिया के बेस्ट फाइटर्स में से एक हैं।
मुसुमेची के साथ वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच को लेकर अलमारवाई ने कहा:
“उनके खिलाफ फाइट करना सम्मान की बात है और ये मेरे लिए बहुत बड़ा अवसर है, जहां मैं अपनी स्किल्स से सबको प्रभावित कर सकता हूं। मैं इस मौके को लेकर बहुत उत्साहित हूं।”