ONE 165 में पुराने प्रतिद्वंदी सिटीचाई को मात देकर बहुत खुश हैं मरात ग्रिगोरियन – ‘ये मेरी विरासत के लिए थी’
मरात ग्रिगोरियन ने रविवार, 28 जनवरी को ONE 165: Superlek vs. Takeru में अपने करियर की सबसे यादगार जीतों में से एक हासिल की।
अर्मेनियाई किकबॉक्सर ने जापान की राजधानी टोक्यो के एरियाके एरीना में पुराने प्रतिद्वंदी सिटीचाई “किलर किड” सिटसोंगपीनोंग को हराकर छह मैचों की प्रतिद्वंदिता में दूसरी जीत प्राप्त की।
2015 से 2018 के बीच सिटीचाई के खिलाफ चार मैचों में हार के बाद ग्रिगोरियन पिछले दो मुकाबलों को अपने नाम कर चुके हैं, लेकिन तीसरे राउंड में स्टॉपेज से आई ये जीत खास रही।
दो रैंक के फेदरवेट किकबॉक्सर #3 रैंक के कंटेंडर के खिलाफ नतीजे से बहुत खुश हैं और उन्होंने सातवें मैच को लेकर मना नहीं किया।
ग्रिगोरियन ने onefc.com को बताया:
“ये फाइट मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण थी। ये मेरी विरासत के लिए थी। हमारे बीच छठी फाइट, हमने काफी लंबा रास्ता तय कर लिया है। हम पिछले आठ सालों से एक दूसरे का सामना कर रहे हैं और अब भी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं। लेकिन क्या पता सातवां नंबर भी आ जाए।”
इन दोनों को फिनिश हासिल करने के लिए छह मैच लगे और ग्रिगोरियन ने शरीर पर घुटने के वार से फाइट को अपने नाम किया और 50,000 यूएस डॉलर्स का परफॉर्मेंस बोनस भी जीता।
खास बात ये रही कि Hemmers Gym के प्रतिनिधि ने नॉकआउट जाने-पहचाने दर्शकों के सामने हासिल किया। उन्होंने जापान में साल 2015 में एक ही रात में तीन नॉकआउट कर K-1 वर्ल्ड ग्रां प्री अपने नाम की थी।
टोक्यो से जुड़ी कामयाबी को लेकर ग्रिगोरियन ने कहा:
“जापान में मेरी विरासत 2015 में शुरु हुई थी। बहुत सारे जापानी फैंस हैं जो मुझे हमेशा सपोर्ट करते हैं। जापान किकबॉक्सिंग का घर भी है तो मुझे वापस आकर खुशी हुई।
“जब भी मैं जापान आता हूं, मेरे साथ अच्छी चीजें ही होती हैं। मुझे खुशी है कि मैंने सिटीचाई के खिलाफ अच्छी जीत और बोनस हासिल किया। ये अहम है कि मैं फाइट जीतने में कामयाब रहा। मेरे लिए यही सब कुछ है। पैसा आता जाता रहता है, लेकिन विरासत हमेशा रहती है।”
मरात ग्रिगोरियन ने तीसरे राउंड में सब कुछ झोंक देने पर चर्चा की
भले ही मरात ग्रिगोरियन एरियाके एरीना से शानदार नॉकआउट जीत के साथ निकले हों, लेकिन फाइट पूरी तरह से उनके पक्ष में नहीं थी। सिटीचाई पहले राउंड में शानदार रहे और उन्होंने अपने विरोधी को तेज पंचों और किक्स से रूबरू करवाया।
अर्मेनियाई फाइटर ने दूसरे राउंड में दबाव बनाकर वापसी की और तीसरे राउंड में मामला बराबरी पर आ गया था:
“मैं पहले राउंड में धीमा था। मैं पावर शॉट का इंतजार कर रहा था, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया। लेकिन दूसरा राउंड मेरे नाम रहा।
“आखिरी राउंड निर्णायक था। जो उस राउंड को जीतता मैच उसके नाम होता। मेरे लिए ये करो या मरो वाला था।”
अंत में जीत ग्रिगोरियन के हाथ लगी और वो बोनस भी जीतने में सफल रहे। अब उनका लक्ष्य ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल मैच दोबारा हासिल करना है।
32 वर्षीय स्टार को लगता है कि उनके खेल में लगातार सुधार हो रहा है और वो मौजूदा चैंपियन चिंगिज़ अलाज़ोव के खिलाफ रीमैच पाने का लक्ष्य बना रहे हैं।
उन्होंने कहा:
“जब हमारी उम्र बढ़ती है तो हम मजबूत भी होते हैं। हमें ज्यादा अनुभव हासिल होता है। हम तेज होते हैं। लेकिन हमारे पास समय है।
“सिटीचाई सर्वश्रेष्ठ फाइटर्स में से एक हैं। वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन वो नी अटैक निशाने पर लगा।”