केड और टाय रुओटोलो ONE में एक-दूसरे से मुकाबला करने के लिए हैं तैयार – ‘ये काफी मजेदार होगा’
जुड़वा भाई केड रुओटोलो और टाय रुओटोलो ने फिलीपींस में एक शानदार वीकेंड का आनंद उठाया।
पिछले शनिवार ONE Fight Night 5 में 19 साल के प्रतिभाशाली BJJ एथलीट्स ने मॉल ऑफ एशिया एरीना में सनसनीखेज जीत हासिल कीं।
को-मेने इवेंट में दिग्गज चैलेंजर मैथ्यूस गेब्रियल के खिलाफ केड ने सफलतापूर्वक अपने ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल का बचाव किया था। इस मुकाबले से पहले लीड कार्ड में टाय ने पूर्व ONE फेदरवेट वर्ल्ड चैंपियन मरात गफूरोव को तेज-तर्रार आर्मबार से सबमिट कर दिया था।
ONE Championship में शामिल होने के बाद से रुओटोलो ब्रदर्स को लगातार सफलताएं मिल रही हैं। ऐसे में संगठन में उनके बड़े सपनों को लेकर फैंस और मीडिया अटकलें लगाने को मजबूर हो गए कि क्या जुड़वा भाई सर्कल में कभी एक-दूसरे का सामना करेंगे?
ऐसे में टाय की बात करें तो उन्होंने कहा कि इस मुकाबले के बारे में चर्चा की जा सकती है:
“केड के पास 170-पाउंड (डिविजन) वाली बेल्ट है। ऐसे में मैं भी कुछ समय बाद 170 पाउंड पर आ सकता हूं। मैं बेल्ट के लिए मुकाबला करना चाहता हूं इसलिए भविष्य में किसी समय मैं और मेरा भाई पक्के तौर पर आमना-सामना कर सकते हैं। हम ये आइडिया बेच सकते हैं, ये काफी मजेदार होगा। ये मुकाबला पूरी तरह से लोगों में उत्साह भर देगा।”
ऐसा नहीं है कि दोनों प्रतिभाशाली भाई पहली बार सबसे बेहतरीन एथलीट बनने के लिए इस तरह के मुकाबले में शामिल हो रहे हों।
केड भले ही मौजूदा ONE वर्ल्ड चैंपियन हों, लेकिन वो अपने भाई से अभी तक जीत नहीं पाए हैं। ऐसे में उन्हें कुछ बढ़त हासिल करने पर अच्छा लगेगा।
लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग किंग ने कहा:
“तकनीकी तौर पर, मैं टाय से मुकाबले के मामले में 0-3 से पीछे हूं। ऐसे में मैं उनके खिलाफ जीत हासिल करना चाहूंगा।”
असल में, दोनों भाइयों का सामना 2021 IBJJF वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में ब्राउन बेल्ट्स के लिए हुआ था। साल के सबसे बेहतरीन BJJ मुकाबले में से एक में टाय ने जीत हासिल की थी।
लेकिन पिछले कुछ साल में वो वेट क्लास में ऊपर चले गए, ताकि अपने भाई से मुकाबला करने से बच सकें। फिर भी वो केड के साथ एक और मुकाबले के लिए तैयार हैं, लेकिन ये उनकी प्राथमिकता नहीं है।
टाय ने कहा:
“कुछ समय पहले मैंने बड़े एथलीट्स से मुकाबला करना शुरू कर दिया था और इसके पीछे कारण ये था कि मैं और मेरा भाई हमेशा एक जैसे साइज के साथ ही बड़े हुए। पिछले कुछ साल में मुझे 5 पाउंड की बढ़त मिल गई इसलिए मैं एक डिविजन आगे बढ़ गया, ताकि हम एक-दूसरे से मुकाबला करने से बचे रहें।
“एक अहम बात ये है कि मुझे उनसे मुकाबला करना पसंद नहीं आता है। वो काफी ताकतवर हैं, लेकिन जरूरी बात ये है कि वो मेरा भाई है। इस वजह से मैं वेट क्लास में ऊपर बढ़ गया और बड़े एथलीट्स से मुकाबला करने लगा। इस तरह से मैंने अपना तरीका निकाल लिया।”
अब डी रिडर से मुकाबला करना चाहते हैं टाय
हो सकता है कि सर्कल में दोनों भाइयों का आमना-सामना हो, लेकिन रुओटोलो ब्रदर्स के दिमाग में दूसरे संभावित प्रतिद्वंदी मौजूद हैं।
पिछले शनिवार मरात गफूरोव पर जीत हासिल करने के बाद टाय ने अपनी नजरें मिडलवेट MMA किंग रीनियर डी रिडर पर लगा ली हैं, जो अपना लाइट हवीवेट खिताब ONE Fight Night 5 के मेन इवेंट में हार गए थे।
फाइट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रुओटोलो ने बताया कि उन्होंने BJJ और जूडो ब्लैक बेल्ट वाले डच एथलीट को सबमिशन ग्रैपलिंग मैच में क्यों चुनौती दी:
“मैं 185-पाउंड के डिविजन में शुरुआत करना चाहता हूं। हो सकता है कि मुझे वहां बेल्ट मिल जाए और अगर ऐसा नहीं हो पाया तो मैं किसी से भी मुकाबला करने को तैयार हूं। मुझे बड़े एथलीट्स से मुकाबला करने और उन्हें हराने में मजा आता है। जितना बड़ा एथलीट होता, उतना ज्यादा मजा आता है।
“मैं इसी तरह से आगे बढ़ते रहने के लिए काफी उत्साहित हूं और बड़े एथलीट्स से मुकाबला करते रहना चाहता हूं। ये तो पक्की बात है कि जब डी रिडर पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे तो मैं उन्हें डार्स चोक लगाने के लिए तैयार रहूंगा।”
वहीं, ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन केड रुओटोलो अपनी बेल्ट का बचाव टाइनन डेल्प्रा या टॉमी लेंगाकर में से किसी एक के खिलाफ करना चाहते हैं। ये दोनों ही दुनिया के बेहतरीन BJJ कॉम्पिटिटर्स हैं और दोनों ने ही ONE Championship के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किए हैं।
हालांकि, रुओटोलो पहले ही दोनों एथलीट्स को चुनौती दे चुके हैं। किसी का जवाब ना आने पर केड को लगता है कि वो उनसे बचने की कोशिश कर रहे हैं।
ये पूछे जाने पर कि क्या डेल्प्रा और लेंगाकर उनसे बचने की कोशिश कर रहे है, केड ने जवाब दिया:
“मुझे लगता है कि ऐसा पक्के तौर पर है। खासकर, टाइनन के लिए। मुझे बार-बार कई सारे लोगों को बोलना अच्छा नहीं लगता है, लेकिन उन्हें ये तय करना चाहिए कि चुनौती स्वीकार है या नहीं। मुझे लगता है कि वो थोड़े डरे हुए हैं।”