कैसे एक प्रतिभाशाली बच्चे के रूप में जीवन ने टाय रुओटोलो को ग्लोबल BJJ सुपरस्टार बनाया – ‘यही मेरी पहचान है’
मौजूदा ONE वेल्टरवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन टाय रुओटोलो बचपन से ही उच्च स्तर के बड़े मैचों में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
6 अप्रैल को होने वाले ONE Fight Night 21: Eersel vs. Nicolas के को-मेन इवेंट में 21 वर्षीय ब्राजीलियन जिउ-जित्सु (BJJ) सनसनी एक और बड़े मुकाबले में वापसी कर ऑस्ट्रेलियाई ग्रैपलर आइज़ैक मिशेल के खिलाफ अपनी बेल्ट को डिफेंड करेंगे।
पिछले नवंबर में मागोमेद अब्दुलकादिरोव के खिलाफ एक दमदार प्रदर्शन के साथ पहले वेल्टरवेट सबमिशन ग्रैपलिंग चैंपियन बनने के बाद बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में रुओटोलो पहली बार प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
लेकिन ONE सुपरस्टार बनने से बहुत पहले रुओटोलो और उनके जुड़वा भाई, ONE लाइटवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन केड रुओटोलो, को खेल के अब तक के सबसे होनहार और प्रतिभाशाली युवा ग्रैपलर्स के रूप में पहचाना जाता था।
जब वो केवल 16 साल के BJJ ब्लू बेल्ट एथलीट थे, तब टाय ने 2019 में प्रतिष्ठित ADCC वर्ल्ड चैंपियनशिप में चौथा स्थान हासिल करने के लिए अपने से अधिक उम्र के अनुभवी प्रतिद्वंदियों को हराया था।
कैलिफोर्निया के एथलीट ने onefc.com को बताया कि कम उम्र से ही वो अपने भाई के साथ इतने उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जिस कारण से उन दोनों से लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीदें हुआ करती थीं और इसी बात ने दोनों को आज के लिए तैयार किया है:
“बेशक, हम पर हमेशा से दबाव रहा है। हम इतनी छोटी उम्र से ही ऐसा कर रहे हैं कि ये अब हमारे जीवन का हिस्सा है।
“ऐसा भी नहीं है कि हमारे पास कोई विकल्प है। मुझे ऐसा नहीं लगता कि मैं इसे करना बंद कर सकता हूं, यही मेरी पहचान है। ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे मैं हूं, है ना?”
अब एक IBJJF ब्लैक बेल्ट वर्ल्ड चैंपियन और शायद दुनिया के सबसे खतरनाक पाउंड-फोर-पाउंड सबमिशन आर्टिस्ट के रूप में रुओटोलो ने कभी भी विश्वस्तरीय प्रतियोगिता से बाहर का जीवन नहीं देखा है।
हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि वो हर दिन हर पल बस जिउ-जित्सु के बारे में है। उन्हें और उनके भाई को ग्रैपलिंग के अलावा भी कई दूसरे शौक हैं, लेकिन वे पूरी तरह से फाइटर्स हैं:
“निश्चित रूप से मैं अन्य चीजें करता हूं। मैं सर्फ करता हूं, मुझे बाकी कई और शौक भी हैं, लेकिन मैं जिउ-जित्सु में ही ध्यान केंद्रित करता हूं। इसलिए जब भी मैं प्रतिस्पर्धा करता हूं, वो बहुत बड़ी चीज होती है। ये मेरे लिए बहुत बड़ा है क्योंकि मैं वही हूं। अगर मैं हार जाता हूं तो ये इस बात का प्रतिबिंब है कि मैंने किस तरह से तैयारी की है।”
टाय रुओटोलो दबाव से कैसे निपटते हैं: ‘यही मेरा काम है’
टाय रुओटोलो जब ONE Fight Night 21 में वर्ल्ड टाइटल मुकाबले में आइज़ैक मिशेल से भिड़ेंगे तो वो एक बार फिर खुद को दबाव की परिस्थिति में पाएंगे।
ग्लोबल मार्शल आर्ट्स जगत की निगाहें उन पर होंगी और अमेरिकी एथलीट एक बार फिर उन बड़ी उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
रुओटोलो मानते हैं कि ये आसान नहीं है, लेकिन चूंकि वो बचपन से ऐसा करते आ रहे हैं इसलिए दबाव अब सामान्य सा हो गया है। एक शीर्ष प्रतियोगी के रूप में ये उनके जीवन का एक और पहलू है:
“जिस तरह से कोई ये सुनिश्चित करता है कि उसे हर दिन काम पर आना है, ये उसी तरह है।
“जैसे कि जब मैं प्रतिस्पर्धा करने जाता हू तो मुझे करना ही पड़ता है। मेरे पास कोई विकल्प नहीं है। ये मेरा काम है। मैं इसे नहीं छोड़ सकता। मैं एक जिउ-जित्सु फाइटर हूं। और मैंने अपने पूरे जीवनभर यही किया है।”