इत्सुकी हिराटा ने बताया, सबसे बड़े चैलेंज को कैसे पास किया?
इत्सुकी “स्ट्रॉन्ग हार्ट फाइटर” हिराटा को ONE: WARRIOR’S CODE में अपने प्रोफेशनल करियर के सबसे बड़े चैलेंज का सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने अपने टैलेंट के सहारे इस कड़ी चुनौती का डटकर सामना किया और अपना परफेक्ट रिकॉर्ड कायम रखा है।
7 फरवरी को नायरीन “न्यूट्रॉन बॉम्ब” क्राओली के खिलाफ मुकाबले में सभी चीजें जापानी एथलीट के पक्ष में नहीं रही थीं लेकिन वो कीवी एथलीट के हर अटैक के सामने मजबूती से डटी रहीं और लगातार छठे मैच में स्टॉपेज से जीत हासिल की है।
इस मैच में हुई हिराटा की ग्रैपलिंग और क्राओली की स्ट्राइकिंग स्किल्स की टक्कर के कारण इसे क्लासिक मुकाबले की संज्ञा दी गई थी। इसके साथ ही इस मुकाबले में कई सरप्राइज़ देखे गए क्योंकि दोनों ही एथलीट हार मानने को तैयार नहीं थीं।
मैच की शुरुआत में 20 वर्षीय “स्ट्रॉन्ग हार्ट फाइटर” सूझबूझ के साथ काम ले रही थीं जिससे वो क्राओली की किकबॉक्सिंग और नी स्ट्राइक्स से बच सकें।
उन्होंने कहा, “मुझे पता था कि वो स्ट्राइकर हैं इसलिए मुझे अंदाजा था कि वो स्ट्राइकिंग पर ज्यादा ध्यान देने वाली हैं, लेकिन उन्होंने इससे उलट ही रणनीति अपनाई हुई थी। इसलिए मैंने आगे बढ़कर स्ट्राइक्स लगाईं और ग्रैपल करने की कोशिश की। मैं लगातार ये सोच रही थी कि मुझे बिना रुके अटैक करना है।”
उसके कुछ समय बाद ही हिराटा ने टेकडाउन का प्रयास करना शुरू कर दिया, उनके पिछले मुकाबलों में इसका मतलब था कि वो मुकाबला जल्द ही समाप्त होने वाला है।
यहाँ तक कि “न्यूट्रॉन बॉम्ब” ने पहले राउंड में 2 बार पोजीशन रिवर्स करते हुए फैंस को चौंका दिया था और ऐसा लग रहा था कि वो मुकाबले को फिनिश कर सकती हैं। लेकिन जापानी स्टार जब अपनी प्रतिद्वंदी के नीचे थीं तब भी उन्होंने धैर्य बनाए रखा।
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हिराटा ने कहा, “मैं जानती थी कि वो स्टैंड-अप गेम और ग्राउंड गेम में भी अच्छी हैं।”
“जब उन्हें रिवर्सल किया, मैं नीचे से उनपर अटैक करने के बारे में सोच रही थी लेकिन वो खड़ी हो गईं। इसलिए मुझे लगा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वो ग्रैपल नहीं करना चाह रही थीं। मुझे लगा कि मैं उन्हें ऐसे मूव्स में फंसा सकती हूँ।”
हिराटा को पहले राउंड के आखिर में ग्राउंड एंड पाउंड में सफलता प्राप्त हुई और फिर दूसरे राउंड की शुरुआत में वो सबमिशन के प्रयास की कोशिश कर रही थीं, इस दौरान उन्होंने इन्वर्टेड ट्रायंगल भी लगाया। आखिर में उनकी कॉर्नर पोजीशन ने इसे मुश्किल बना दिया था।
हिराटा ने बताया, “मैं उनके हाथ को निशाना बनाकर आर्मलॉक लगाना चाहती थी लेकिन हम उस समय कॉर्नर में थे।”
“मैं ग्राउंड एंड पाउंड करना चाहती थी लेकिन फिर मुझे लगा कि इस पोजीशन में रहने का कोई फायदा नहीं है। मैं अपने पैर को मूव कर इस पोजीशन से निकलने के बारे में सोच रही थी। अगर ये सब केज में हुआ होता तो उस समय परिस्थितियां अलग हो सकती थीं।”
क्राओली उस पोजीशन में रहकर मैच में डटी हुई थीं और फिर ग्राउंड एंड पाउंड के बाद हिराटा को अंदाजा हो चुका था कि उनकी प्रतिद्वंदी मैच को तीसरे राउंड में ले जाना चाहती हैं और जब वो कॉर्नर से निकलीं तो उनके चेहरे पर हल्की मुस्कराहट साफ देखी जा सकती थी।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने देखा कि उनका स्टैमिना धीरे-धीरे जवाब दे रहा था। मुझे लगा कि इसका मैं फायदा उठा सकती हूँ इसलिए मैंने आगे जाकर अटैक करने की रणनीति अपनाई।”
“मैंने उन्हें नीचे गिराने में सफलता पाई और साइड कंट्रोल प्राप्त किया। मैंने सोचा कि ग्राउंड एंड पाउंड से मैं उनके हाथ को निशाना बना सकती हूँ लेकिन उनकी मूवमेंट के कारण मुझे उनकी बैक पर अपना ध्यान केंद्रित करना पड़ा। मैंने चोक लगाने के बारे में सोचा लेकिन मेरा बैलेंस उस समय खराब था। मैंने उनकी बैक पर ही डटे रहने का फैसला किया और ग्राउंड एंड पाउंड से फिनिश किया।”
मैच के समाप्त होने से केवल 2 मिनट पहले आए फिनिश का मतलब ये रहा कि K-Clann की स्टार ने अपना 100 प्रतिशत फिनिशिंग रेट कायम रखा है, इसी के साथ उनका फिनिशिंग रिकॉर्ड अब 6-0 का हो गया है। हालांकि जब वो घर वापस लौटीं तो वो खुश थीं लेकिन अपने प्रदर्शन से उन्हें संतुष्टि नहीं मिली थी।
हिराटा अधिक ग्रैपलिंग करते हुए बेहतर तरीके से मैच जीतना चाहती थीं इसलिए उन्होंने कहा कि अगले मुकाबले से पहले उन्हें कुछ चीजों पर ध्यान देना है।
उन्हें उम्मीद है वो जल्द वापसी कर सकती हैं और वापसी पर वो किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं जिससे उन्हें एटमवेट डिविजन की बड़ी स्टार बनने में मदद मिलेगी। हिराटा का ये भी मानना है कि उन्हें उस एथलीट के साथ रिंग साझा करनी है जिसे कुछ समय पहले चोट के कारण मैच से बाहर कर दिया गया था।
उन्होंने कहा, “अप्रैल या मई में मैं अगले मैच की उम्मीद कर रही हूँ।”
“मैं स्पष्ट रूप से अपनी अगली प्रतिद्वंदी के बारे में तो नहीं जानती, लेकिन अगर संभव हुआ तो मैं बी गुयेन के साथ मैच चाहती हूँ। मैंने उनके खिलाफ मैच के लिए ट्रेनिंग की थी और उनके लिए मेरे पास गेम प्लान भी है। खैर ये उनकी चोट पर निर्भर करता है और अगर वो फिट रहती हैं तो मैं जरूर उनके साथ मैच चाहती हूँ।”
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सिंगापुर | 28 फरवरी | ONE: KING OF THE JUNGLE | टिकेट्स: यहां क्लिक करें
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