जेनेट टॉड ने स्टैम्प फेयरटेक्स के खिलाफ अपनी जीत की कुंजी का खुलासा किया
जेनेट “JT” टॉड पिछले साल 2-स्पोर्ट की ONE वर्ल्ड चैंपियन स्टैम्प फेयरटेक्स के खिलाफ अपनी पहली बाउट में थोड़ी सी कमी की वजह से हार गई थीं लेकिन उसके बाद उन्होंने जिस तरह के परिणाम दिए हैं, उसने उनकी उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
शुक्रवार, 28 फरवरी को अमेरिकी एथलीट सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में थाई सुपरस्टार से ONE एटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए ONE: KING OF THE JUNGLE में फिर से बाउट करने वापस आ रही हैं।
34 वर्षीय कैलिफोर्निया निवासी जानती हैं कि अपराजित एटमवेट क्वीन को मेन इवेंट मैच में हराना आसान नहीं होगा। फिर भी उन्हें भरोसा है कि पिछली बाउट में मिले अनुभवों ने इस बार “द लॉयन सिटी” में सफलता के लिए तैयार किया है।
टॉड ने ONE Championship के ग्लोबल स्टेज पर डेब्यू फरवरी 2019 में किया था।
इसके लिए उन्होंने अमेरिका से सिंगापुर की यात्रा की। इवेंट वीक के दौरान उन्होंने चकाचौंध से भरी दुनिया देखी। उनका मैच तब स्टैम्प फेयरटेक्स से, जिनके पास उस वक्त किकबॉक्सिंग बेल्ट ही थी, ONE: CALL TO GREATNESS के मेन इवेंट में पहले ONE एटमवेट मॉइ थाई वर्ल्ड टाइटल के लिए हुआ था।
अमेरिकी एथलीट ने पांच राउंड तक चले मैच के दौरान विरोधी का बहादुरी से मुकाबला किया। फिर भी Fairtex प्रतिनिधि उस रात को मजबूत एथलीट साबित हुईं। उन्होंने सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल करते हुए दूसरा टाइटल हासिल कर लिया।
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हालांकि, टॉड के लिए ये एक बड़ा नुकसान था, तब भी वो सकारात्मक बनी रहीं। मैच की फुटेज देखकर उन्होंने समझा कि कहां उनसे गलती हुई और कैसे वो मार्शल आर्टिस्ट के रूप में खुद को आगे बढ़ते देख सकती हैं।
वो स्वीकारती हैं, “पहले शुरुआती कुछ राउंड्स में एहसास हुआ कि मैं अपने आप को लेकर उतनी कॉन्फिडेंट नहीं थी। मुझे ऐसा लग रहा था कि जब मैं थ्रो कर रही थी, तब हिचकिचा रही थी।”
“पांचवें राउंड में जब पहुंची तब मुझे एहसास हुआ कि बेहतर धारणा और विश्वास के साथ मैं थ्रो करने की कोशिश कर रही हूं। बस यहीं से मैच में वापसी करना चाहती थी लेकिन अगर मैं पांचवें राउंड की बजाय पहले राउंड में ऐसा करती तो ज्यादा उचित होता।”
उस हार के बाद से टॉड ज्यादा कॉन्फिडेंट हुईं। उन्होंने पलटवार करते हुए पिछली हार के बाद लगातार तीन बाउट में सनसनीखेज जीत दर्ज कीं।
कैलिफोर्निया की एथलीट का मई 2019 में वांग चिन लोंग से सामना हुआ और उन्होंने वापसी की दस्तक देते हुए दूसरे राउंड में तकनीकी नॉकआउट (TKO) के जरिए जीत हासिल की।
इसके बाद जुलाई में टॉड ने पूर्व ONE एटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन “किलर बी” चुआंग काई टिंग के खिलाफ बहुमत के निर्णय से साथ जीत हासिल की। इसके बाद अक्टूबर में उन्होंने बेलारूसी मॉय थाई स्ट्राइकर एकातेरिना “बार्बी” वंडरीएवा को हाइलाइट-रील हेड किक के साथ नॉकआउट (KO) कर दिया।
एक समर्पित मार्शल आर्टिस्ट के रूप “JT” एक खास विचार के साथ जीती हैं। वो मानती हैं कि भले ही आप मैच में हारें या जीतें लेकिन आपको हरेक बाउट में कुछ ना कुछ सीखने को जरूर मिलता है। लगातार सीखने की इसी काबिलियत ने उनके पूरे खेल को और मजबूत बना दिया।
वो बताती हैं, “मुझे लगता है कि मैं जितनी अधिक बाउट करती हूं, जितनी ज्यादा ट्रेनिंग लेती हूं, मैं उतना ज्यादा अपनी स्किल्स डेवेलप करके खुद को आत्मविश्वास से भरा हुआ महसूस करती हूं।”
“कुछ चीजें हैं, जिन्हें मैं पिकअप करती हूं, जिन्हें मैं पहले नहीं कर पाती थी। अब मैं इनका इस्तेमाल करके एडवांटेज हासिल करती हूं। पिछली कुछ बाउट्स को देखने के बाद मैं और मेरे कोच फुटवर्क को और बेहतर करने पर काम कर रहे हैं। उम्मीद करती हूं कि स्टैम्प के खिलाफ बाउट के दौरान मैं इसका थोड़ा ज्यादा इस्तेमाल करूंगी।”
उन लगातार तीन जीतों ने वर्ल्ड टाइटल में टॉड की फिर से वापसी करा दी है। हालांकि, स्टैम्प के साथ उनकी अगली बाउट मॉय थाई की बजाय किकबॉक्सिंग नियम के तहत होगी।
देखा जाए तो “JT” एक पारंपरिक मॉय थाई बैकग्राउंड से आती हैं। उन्हें अपने में कुछ बदलाव लाने होंगे। फिर भी वो आने वाली चुनौती को लेकर उत्साहित हैं।
उनके हालिया प्रदर्शन पर गौर किया जाए तो, खासकर कि वांग और चुआंग के खिलाफ, उन्होंने दिखाया है कि बाउट के दौरान करीब जाकर क्लिंच करने की बजाय कैसे विरोधी को घेरते हुए दूरी बनाकर स्ट्राइकिंग की जाए।
टॉड विस्तार से बताती हैं, “ये तकनीक हमें क्लिंच से दूर ले जाती है क्योंकि मॉय थाई के दौरान हम हमेशा इसका इस्तेमाल करते हैं।”
“ये सच में क्लोज-कॉन्टैक्ट फाइटिंग को बदल देता हूं क्योंकि उस सीमा पर जाकर आप पकड़ या नी का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। इस वजह से आपको ये पता लगाना होगा कि उन किकबॉक्सिंग नियमों में कैसे मूव किया जाए और जगह बनाई जाए।
“मैं अपनी किकिंग पर कड़ी मेहतन कर रही हूं। स्टैम्प भी बढ़िया किक करती हैं लेकिन मुझे लगता है कि अपनी किक्स को सक्षम बनाने के लिए मेरे पास सेटअप और टाइमिंग है।”
टॉड का मानना है कि “द लॉयन सिटी” में उनकी सफलता की कुंजी कुछ और ही होगी।
अमेरिकी एथलीट पिछले एक वर्ष की तुलना में बहुत समझदार हो गई हैं। वो अपने करियर की सबसे महत्वपूर्ण बाउट में बेहतर करने के इरादे के साथ ये साबित करना चाहती हैं कि वो पहले से ज्यादा मजबूत और अनुभवी हो गई हैं।
वो कहती हैं, “मुझे उम्मीद है कि प्रशंसक अब ऐसे एथलीट को देखेंगे, जो अब इस खेल में पहले से ज्यादा होशियार हो गया है।”
“मैं बाउट के दौरान बिना किसी समझौते के स्कोर करने के लिए अपने फुटवर्क और दिमाग का इस्तेमाल करना चाहती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि इस बार प्रशंसक पहले से एक बेहतर और चालाक एथलीट को मैच करते हुए देखें।”
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