जल्द से जल्द सैम्बो वर्ल्ड चैंपियन मारिया मोल्चानोवा को फिनिश करना चाहती हैं डेनियल केली – ‘जिउ-जित्सु बेहतर है’
डेनियल केली ONE Fight Night 4 में मारिया मोल्चानोवा पर सबमिशन ग्रैपलिंग बाउट में जीत दर्ज करते हुए ब्राजीलियन जिउ-जित्सु के खेल को सैम्बो पर बढ़त दिलाना चाहती हैं।
ONE 161 में रोड्रीगो मैरेलो की रुसलान बग्दासारियन पर सबमिशन और ONE Fight Night 3 में केड रुओटोलो की ऊअली कुरझेव पर जीत के बाद BJJ इस प्रतिद्वंदिता में 2-0 से आगे है।
अब 19 नवंबर को जिउ-जित्सु ब्लैक बेल्ट होल्डर केली सैम्बो वर्ल्ड चैंपियन मोल्चानोवा को हराकर इस बढ़त को 3-0 पर पहुंचाना चाहेंगी।
केली ने अभी तक एलीट BJJ एथलीट्स का सामना किया है, लेकिन सैम्बो स्टाइलिस्ट की चुनौती उनके लिए आसान नहीं होगी, जो बहुत लंबे समय से इस खेल के टॉप पर बनी रही हैं।
मोल्चानोवा की अनोखी चुनौती के बावजूद अमेरिकी ग्रैपलर का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है, खासतौर पर इसलिए क्योंकि वो इससे पहले भी सैम्बो स्पेशलिस्ट्स का सामना कर चुकी हैं।
केली ने ONEFC.com से कहा:
“मैं सैम्बो में फाइट कर चुकी हूं क्योंकि कुछ समय तक मैंने इस खेल का अभ्यास किया था और एक सैम्बो टूर्नामेंट में फाइट भी की। मेरी पहली फाइट शायद हाई स्कूल की पढ़ाई के दौरान या उसके बाद हुई थी। मुझे जीत मिली और मैंने लगातार 2 सालों तक टूर्नामेंट को जीता था।”
सैम्बो और सबमिशन ग्रैपलिंग में बहुत फर्क है। सैम्बो में फाइटर रेसलिंग जूते और गी टॉप पहनता है और पॉइंट्स, टेकडाउन पर अधिक निर्भर करते हैं।
मगर ONE के सबमिशन ग्रैपलिंग नियमों के मुताबिक फाइटर्स को नंगे पैर और नो-गी कॉस्ट्यूम में फाइट करनी होती है। वहीं जज, आक्रामकता और करीबी सबमिशन मूव्स के आधार पर पॉइंट देते हैं।
केली को सैम्बो और सबमिशन ग्रैपलिंग में भी अनुभव है और मानती हैं कि ONE के नियम जिउ-जित्सु एथलीट के लिए ज्यादा फायदेमंद हैं और ये भी मानती हैं कि BJJ का खेल ज्यादा बेहतर है।
26 वर्षीय स्टार ने कहा:
“इस मैच के लिए वो गी टॉप नहीं पहनेंगी इसलिए मुझे लगता है कि मैच मेरे तरीके से आगे बढ़ेगा और शायद नियम भी मुझे फायदे पहुंचाएंगे क्योंकि यहां आक्रामक तरीके से टेकडाउन के प्रयास किए जाते हैं इसलिए मैच मेरे तरीके से आगे बढ़ेगा।
“मुझे इस खेल का अनुभव है इसलिए जब लोग कहते हैं, ‘तुम्हें सैम्बो में हाथ आजमाने चाहिए।’ मैं जवाब में कहती हूं, ‘मैंने इस खेल में हाथ आजमाए हैं और जीत भी दर्ज की है, अब बताओ क्या करूं?’ मैं मानती हूं कि जिउ-जित्सु एक बेहतर खेल है।”
मोल्चानोवा को 2 मिनट के अंदर फिनिश करना चाहती हैं केली
केली ने अपनी विरोधी के गेम को परखा है।
उन्होंने रूसी स्टार के आक्रामक गेम की तारीफ की है और सैम्बो वर्ल्ड चैंपियन की आक्रामकता और लगातार सबमिशन मूव्स लगाने की चाह से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
अमेरिकी स्टार ने कहा:
“मैं मानती हूं कि वो सबमिशन लगाने में अच्छी हैं। मुझे उनके मैच देखकर पता चला कि वो बहुत आक्रामक तरीके से सबमिशन लगाने की कोशिश करती हैं। वो अपनी विरोधी को डिफेंड करने का मौका नहीं देती, खासतौर पर उनके आर्मबार खतरनाक होते हैं।”
कभी शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं करना चाहिए।
केली मानती हैं कि रूसी स्टार के पास अच्छी सबमिशन तकनीकों की कमी है इसलिए उनसे बाहर निकल पाना आसान होता है:
“उन्होंने अगर आर्मबार की कोशिश की तो मेरे पास उसका जवाब होगा। मैं नहीं मानती कि उनकी फिनिशिंग तकनीक ज्यादा अच्छी हैं।”
केली के अनुसार आक्रामकता और लगातार अटैक करते रहने की रणनीति ने मोल्चानोवा को सैम्बो के टॉप पर पहुंचाया है, लेकिन इससे वो BJJ एथलीट्स को मुश्किल में नहीं डाल पाएंगी।
उन्होंने कहा:
“मैं मानती हूं कि उन्हें अपनी विरोधी को क्षति पहुंचाना पसंद है, लेकिन उनके पास फिनिशिंग तकनीक नहीं है। वो जब आर्मबार लगाती हैं जब केवल हाथ को खींचती हैं। ये खतरनाक प्रतीत होता है, लेकिन जब आपको पता हो कि सामने वाला एथलीट क्या करने वाला है, वो उस आर्मबार पर करीब से नजर बनाए रखते हैं।”
ये बात स्पष्ट है कि केली को 19 नवंबर के मैच से पहले कोई डर नहीं लग रहा।
वो मोल्चानोवा के खिलाफ मैच के लिए हर रोज मेहनत कर रही हैं और अमेरिकी स्टार अपनी सैम्बो स्पेशलिस्ट प्रतिद्वंदी के खिलाफ आसान जीत की उम्मीद कर रही हैं।
उन्होंने कहा:
“मैं उन्हें 2 मिनट में फिनिश करने वाली हूं। मैं उन्हें एक मिनट ज्यादा दे सकती हूं और उम्मीद है कि वो मुझे टक्कर दे पाएंगी।”