जॉन लिनेकर ने एंड्राडे के साथ मैच को लेकर निराशा जताई, रीमैच की कर रहे हैं उम्मीद
जॉन “हैंड्स ऑफ स्टोन” लिनेकर पिछले हफ्ते को अपने लिए यादगार बना सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
ONE Fight Night 3 के मेन इवेंट में उन्हें ONE बेंटमवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप को डिफेंड करना था, लेकिन वेट मिस करने के कारण उनसे बेल्ट को ले लिया गया, मगर फैब्रिसियो “वंडर बॉय” एंड्राडे को हराकर उनके पास दोबारा बेल्ट को जीतने का मौका था।
“हैंड्स ऑफ स्टोन” का एंड्राडे से मैच हुआ, लेकिन इसका परिणाम बहुत ही निराशाजनक रहा।
“वंडर बॉय” बेल्ट को जीतने यहां आए थे। उन्होंने 2 राउंड्स में जबरदस्त स्ट्राइक्स लगाते हुए लिनेकर के चेहरे की दशा बिगाड़ दी थी।
वहीं तीसरे राउंड में एंड्राडे गलती से अपने विरोधी के पेट के निचले हिस्से पर स्ट्राइक लगा बैठे, जिसके कारण लिनेकर फाइट को जारी नहीं रख पाए और फाइट को नो-कॉन्टेस्ट करार दे दिया गया।
अब लिनेकर का कहना है कि:
“मैं अपने कमरे में रखी मशीन पर वजन माप रहा था, लेकिन वो उस मशीन ने मुझे धोखा दे दिया। मुझे लगा कि मेरा वजन कम है और ऑफिशियल वजन करने बिना किसी चिंता के चला गया। जब मैं ऑफिशियल स्केल पर गया तो मेरा वजन 200 ग्राम ज्यादा था।
“इस तरह वजन में गड़बड़ी होने से टाइटल गंवाना निराशाजनक है। मेरा स्वास्थ्य ठीक था, ट्रेनिंग या प्रोफेशनलिज़्म की कोई कमी नहीं थी इसलिए मैं ऑफिशियल वजन को देख चौंक उठा था।”
लिनेकर मानते हैं कि बेल्ट दूर चले जाने से उनपर बुरा प्रभाव पड़ा है और “वंडर बॉय” के खिलाफ मैच से पहले वो मानसिक दबाव महसूस कर रहे थे।
“हैंड्स ऑफ स्टोन” जानते थे कि उन्हें एंड्राडे के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा, लेकिन चैंपियनशिप बेल्ट को मजबूरन छोड़ने की वजह से वो अपना बेस्ट नहीं दे पाए।
32 वर्षीय एथलीट ने कहा:
“मैंने फाइट पर फोकस रखने की पूरी कोशिश की, लेकिन मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा था। मैं कोई बहाना नहीं बनाना चाहता। ये फाइट कठिन रही, एंड्राडे अच्छे फाइटर हैं लेकिन मैच के खत्म होने के तरीके ने मुझे बहुत निराश किया है।
“मैं अपना 100 प्रतिशत नहीं दे पाया, लेकिन मैंने वही किया जो मुझे करना चाहिए था। दुर्भाग्यवश, परिणाम मेरी उम्मीद के अनुसार नहीं आ सका।”
जॉन लिनेकर: वो असहनीय दर्द था, लेकिन बेल्ट मेरी है
फैब्रिसियो एंड्राडे के खिलाफ मैच में जॉन लिनेकर ने भी कुछ शॉट्स लगाए, लेकिन इस बीच “वंडर बॉय” बहुत शानदार लय में नजर आए। वो स्ट्राइकिंग में “हैंड्स ऑफ स्टोन” को झकझोर देने वाले चुनिंदा फाइटर्स में से एक भी बने।
तीसरे राउंड में 25 वर्षीय एथलीट ने लिनेकर की बॉडी पर प्रभावशाली नी लगाकर उन्हें चौंका दिया था।
मगर उसके बाद एक अन्य नी-स्ट्राइक टारगेट से नीचे जा लगी, जिसके कारण मैच को नो-कॉन्टेस्ट करार दिया गया। हालांकि एंड्राडे मानते हैं कि उनके विरोधी ने मैच छोड़ने की आसान राह चुनी, लेकिन लिनेकर का नजरिया अलग है।
उन्होंने कहा:
“एंड्राडे की नी स्ट्राइक ने मुझे बहुत क्षति पहुंचाई, लेकिन मैंने लंबी सांस लेकर उसके प्रभाव को झेला। मैं उनसे दूर जाकर उन्हें मैट पर गिराने के मौके की तलाश में था, लेकिन उन्होंने एक और नी-स्ट्राइक लगाई जो पेट के निचले हिस्से पर जा लगी। मुझे असहनीय दर्द हो रहा था, इसलिए फाइट को जारी नहीं रख पाया।
“मुझसे दर्द सहन नहीं हो रहा था और ऐसा लग रहा था जैसे दर्द कभी खत्म नहीं होगा। दर्द के अलावा मेरे लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था। मैं काफी डर गया था। उस स्ट्राइक का प्रभाव इतना था कि मुझे अपने अंदर कोई एनर्जी महसूस नहीं हो रही थी।”
लिनेकर ने बताया कि उस स्ट्राइक का प्रभाव उन्हें अभी भी महसूस हो रहा है।
अब “हैंड्स ऑफ स्टोन” पूरी तरह स्वस्थ होना चाहते हैं। एंड्राडे के खिलाफ फाइट के बाद उनका लक्ष्य अपनी ONE बेंटमवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप बेल्ट को दोबारा जीतने का है।
डिविजन के पूर्व चैंपियन ने कहा:
“मैं मानता हूं कि हमारी दूसरी फाइट जरूर होगी। फैंस इस मैच को दोबारा देखना चाहते हैं। ये बहुत दिलचस्प फाइट रही और फैंस को इस तरह के मुकाबले देखना पसंद है।
“मैं भी उनसे रीमैच चाहता हूं, लेकिन पहले पूरी तरह स्वस्थ होना चाहता हूं। मेरा चेहरा अभी सही नहीं है, लेकिन देखते हैं कि मुझे उनके खिलाफ दूसरी फाइट कब मिलती है।
“मैं बेल्ट को दोबारा जीतना चाहता हूं। मैं किसी एथलीट के खिलाफ नहीं बल्कि वजन मापने की मशीन से अपना टाइटल हारा हूं। ये चैंपियनशिप बेल्ट मेरी है, मैं असली चैंपियन हूं और इसे दोबारा जीतने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”