जोश टोना KL में प्रेरणादायी जीत के बाद नई चुनौतियों के लिए है तैयार
ऑस्ट्रेलियाई फ्लाईवेट किकबॉक्सर जोश “टाइमबॉम्ब” टोना ने ONE: मास्टर ऑफ डेस्टीनी में जोशीसा “मैड डॉग” मोरिमोटो के खिलाफ एक शानदार वापसी के साथ एक्शन के लिए मानक निर्धारित किया।
कैनबरा के 31 वर्षीय लड़ाके ने वन सुपर सीरीज़ के किकबॉक्सिंग मैच के शुरुआती दौर में ही पिछड़ने के खुद को वापसी करने का मौका दिया था। उस दौरान उनके जापानी प्रतिद्वंद्वी ने आक्रामक रुख अपना रखा था।
हालांकि, टोना ने स्वीकार किया कि वह एक धीमी शुरुआत हो सकती है, लेकिन वह हमेशा आश्वस्त है कि वह चीजों को अपने अनुकूल बना सकते हैं और उन्हें बदल भी सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से वह कभी-कभी सिर्फ यह देखने में रह जाते हैं कि सामने वाले के खिलाफ कौनसा रूख अपनाया जा सकता है। कई बार तो ऐसा पूरे राउंड में भी चलता रहता है। जैसे कि मोरिमोटो के साथ हुआ था। उन्होंने बाउट को अपने करियर की सबसे अच्छी बाउट करार देते हुए कहा कि वह ऐसी स्थिति में भी जीत के लिए समायोजन बैठा लेते हैं।
ISKA K-1 विश्व चैंपियन ने शुरुआती राउंड के अंत में उन्होंने अंक जुटाने की ओर देखना शुरू कर दिया था, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। हालाँकि, मुख्य कोच कीरेन वाल्श के कुछ साहसिक शब्दों के बाद “टाइमबॉम्ब” फिर से खड़ा होकर फाइट के लिए तैयार हो गया।
“आखिरी सेकंड में [एक दौर में] 30 सेकंड में मुझे उस पर कुछ किक मारने के मौके मिले। उन आखिरी किक्स में से कुछ वास्तव में अच्छे थे। ऐसे में हमेशा अपने सर्कल में दाएं ओर रहते हुए पूरी ताकत से किक का उपयोग करना चाहिए।
उनके किक और घुटनों ने अच्छी तरह से काम किया। उन्होंने एक लेफ्ट स्ट्रेट या कभी-कभी लेफ्ट हुक या लो किक से वार करने की कोशिश की। उन्होंने तीनों दांव पेचों को एक साथ रखते हएु सामने वाले को झंकझौर दिया।
मय यू और स्टॉकडेल ट्रेनिंग सेंटर के प्रतिनिधि ने उस रणनीति पर अमल करना जारी रखा और स्पष्ट रूप से दूसरा राउंड भी जीत लिया।
इस प्रतियोगिता में एक योद्घा के नाम पर जीत की मुहर लगाने के लिए तीन मिनट ही बचे थे, लेकिन उस समय तक ऑस्ट्रेलियाई राजधानी का योद्घा किसी भी हमले को संभालने के लिए तैयार था और अपने स्वयं के साथ प्रतिक्रिया कर रहा था। इसमें एक किक सिर पर भी लगी थी। इस किक ने प्रतिद्वंद्वी को घायल कर दिया और उन्हें जीत सुरक्षित नजर आने लगी।
उन्होंने कहा कि वह दूसरे दौर के बाद वास्तव में जीत के लिए आश्वस्त थे। वह थक गया था और कीरन ने कहा कि वह वास्तव में फिर से खड़ा होने जा रहा था। इसके बाद उन्होंने किक व पंचों से हमले जारी रखे।
उन्हें लगा कि वो विरोधी पर बहुत पंच मार चुके हैं। ऐसे में उन्हें जीत की उम्मीद जग गई थी। उन्हें विश्वास था कि निर्णय उनके पक्ष में ही जाएगा और उनके हमले जीत के लिए पर्याप्त हैं।
तीनों जजों ने सहमति जताते हुए कहा कि उन्होंने “टाइमबॉम्ब” पर सर्वसम्मति के निर्णय से जीत हासिल की है। यह उनके करियर की 33 वीं जीत और The Home Of Martial Arts में उनकी दूसरी जीत थी।