कियामरियन अब्बासोव ने ज़ेबज़्टियन कडेस्टम को मात देकर किया विश्व खिताब गोल्ड पर कब्जा

कियामरियन अब्बासोव “ब्रेज़ेन” शुक्रवार 25 अक्टूबर को इंडोनेशिया के जकार्ता में ONE: DAWN OF VALOR में अपने मिक्स्ड मार्शल आर्ट करियर के शिखर पर पहुंच गए।
26 वर्षीय किर्गिज़ के चैलेंजर ने मौजूदा खिताबधारक ज़ेबज़्टियन कडेस्टम “द बैंडिट” पर पांच राउंड के संघर्ष में सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल कर ONE वेल्टरवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप का दावा किया।
आयोजन के मुख्य मुकाबले में कई शैलियों का टकराव हुआ। क्योंकि कडेस्टम की व्यापक स्ट्राइक विशेषज्ञता का टकराव अब्बासोव की भयंकर ग्रैप्लिंग और बॉक्सिंग से था। जब प्रतियोगिता शुरू करने के लिए बेल बजी तो स्वीडिश ने एक लूपिंग पंच और शक्तिशाली लेग किक के साथ आक्रमण किया जिसने यूरोपीय प्रतिद्वंद्वी को करीब-करीब कैनवास पर गिरा ही दिया।
अब्बासोव अपने पैरों पर खड़े रहे और जल्द ही उसके पास आ गए। उन्होंने सर्किल के फेंस की दीवार से कडेस्टम पर क्लिंच किया और घुटनों का वार किया। जिससे वह कमजोर पड़ा तो वह टेकडाउन की तलाश करने के लिए उसे मारने लगा। किर्गिज एथलीट ने कुछ ग्राउंड स्ट्राइक का इस्तेमाल भी किया और करीब-करीब बाउट-एंड गिलोटिन चोक लगा ही दी लेकिन बेल ने “द बैंडिट” को बचा लिया।
कडेस्टम द्वारा दूसरे राउंड के शुरुआत में स्पिनिंग बैक किक के प्रहार ने इस्तोरा सेनयान के अंदर दर्शकों को जोश से भर दिया। वेल्टरवेट किंग को किक से लगातार खतरा बना रहा और उन्होंने नजदीकी कोहनी के वार से इस पर सफलता पाई। हालांकि यह अब्बासोव था जिसने एक बार फिर से स्वीडिश के झनझनाते हमलों को रोक दिया। उन्होंने 29 वर्षीय विरोधी को सर्किल की दीवार से टकरा कर स्ट्राइक के लगातार हमलों से इस अवधि में मजबूत स्थिति बनाई।
तीसरे फ्रेम में अब्बासोव अपने गतिशील स्ट्राइकिंग कौशल का इस्तेमाल किया। क्योंकि उसने कडेस्टम को दो बार ध्यान आकर्षित करने वाले टैकडाउन के साथ कैनवास पर पटका था। पहला सही तरह से मारी गई ठोकर से हुआ और दूसरा बेली टू बेली रोलिंग स्लैम था जिसने वेल्टरवेट किंग को मैट पर फेंक दिया था। वहां से उन्होंने शरीर पर घुटनों का और सिर पर मुक्काें का प्रहार किया।
“ब्रेज़ेन” के लिए चौथा राउंड समान रूप से प्रभावी था। फ्रेम की शुरुआत में वह ग्रैप्लिंग से स्ट्राइकिंग पर आ गया। उन्होंने सर्किल के चारों ओर तरफ बैकपॉलिंग स्टॉकहोम निवासी का पीछा करते हुए भारी घूंसों के प्रहार किए।
आखिरकार उसने विरोधी को पकड़ा और कुछ स्ट्राइक के बाद उसे मैट पर ले गया। वहां से उन्होंने राउंड के बचे हुए समय लिए साइड कंट्रोल बनाए रखा और कड़ेस्टम की पसलियों और सिर पर शक्तिशाली घुटनों का वार किया।
पिछले राउंड में पिछड़ने के बाद “द बैंडिट” पांचवें और अंतिम स्टेंजा में अपना अंतिम कदम उठाने को तैयार हो गया। वह नाकआउट से जीत हासिल करने के लिए सिर-पर वार करने लगा, लेकिन उसने नोवोरोसफाइट-प्रशिक्षित एथलीट बहुत टिकाऊ और मजबूत पाया।
न केवल अब्बासोव ने उसे चकमा दिया बल्कि कडेस्टम ने उस पर जो भी वार किया वह उसे झेल गया। उन्होंने अपने हमलों के साथ मुकाबला किया क्योंकि प्रतियोगिता जजों के स्कोरकार्ड पर पहुंच गई थी। 25 मिनट के मुकाबले के बाद जजों ने “ब्रेज़ेन” सर्वसम्मति से विजेता घोषित किया।
इस जीत ने अब्बासोव के अभूतपूर्व मिक्स्ड मार्शल आर्ट रिकॉर्ड को 22-4 तक पहुंचा दिया और इसने उन्हें The Home Of Martial Arts में चौथे ONE वेल्टरवेट विश्व चैंपियन का ताज पहनाया।