ONE: FIRE & FURY के लीड कार्ड में सबसे बड़े स्टार साबित हुए लिटो आदिवांग

फिलीपींस की राजधानी मनीला में ONE: FIRE & FURY के लीड कार्ड में 6 धमाकेदार मुकाबले हुए जिन्होंने मॉल ऑफ एशिया एरीना के क्राउड़ को चौंका दिया था।
यदि आपने 31 जनवरी को हुए इस इवेंट का पहला चरण मिस कर दिया हो तो इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि इन सभी मैचों में क्या-क्या हुआ।
“द स्वीपर” ने किया डेल्फिनो का अनोखे अंदाज में स्वागत
जापान के तत्सुमित्सु “द स्वीपर” वाडा लीड कार्ड के स्टार रहे जिन्होंने 3 राउंड तक मुकाबले पर अपनी पकड़ बनाए रखी और इवानिल्डो डेल्फिनो को हराया।
वाडा ने ब्राजीलियन स्टार का ONE में अनोखे ही अंदाज में स्वागत किया, उन्होंने पहले राउंड में शानदार स्ट्राइकिंग के साथ बेहतरीन ग्राउंड स्किल्स का भी प्रयोग किया। डेल्फिनो के अच्छे डिफेंस के बावजूद “द स्वीपर” उन्हें सही समय पर और सटीक निशाने पर पंच और एल्बो लगाने में सफल साबित हो रहे थे।
अनुभवी जापानी स्टार ने दूसरे राउंड में अपरकट, नी और एल्बोज़ से बढ़त बनाए रखी। तीसरे राउंड में शानदार ग्राउंड गेम ने उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत दिलाई जिससे उनका रिकॉर्ड अब 22-11-2 (1 नो कॉन्टेस्ट) पर जा पहुंचा है।
होगस्टैड की ONE Super Series में पहली जीत
ऐनी “निंजा” लाइन होगस्टैड और अल्मा जुनिकु के बीच एटमवेट मॉय थाई मुकाबले की शुरुआत कुछ ऐसे हुई जैसे ये किकबॉक्सिंग मैच हो क्योंकि दोनों एथलीट लगातार पंच और किक्स लगा रहे थे। जुनिकु की ज्यादा आक्रामकता ने उन्हें पहले राउंड में करीबी बढ़त दिलाई।
दूसरा राउंड जरूर नॉर्वे की होगस्टैड के नजरिए से बेहतर साबित हुआ क्योंकि उन्होंने काफी संख्या में स्ट्राइक्स का शानदार तरीके से डिफेंस किया था और मौका मिलते ही कुछ किक्स से उन स्ट्राइक्स का जवाब भी दिया। रेफरी द्वारा जुनिकु को गलत तकनीक के इस्तेमाल के चलते येलो कार्ड दिखाए जाने से भी होगस्टैड को काफी पहुंचा।
इसके बाद आखिरी राउंड में ऑस्ट्रेलियाई एथलीट ने और भी अधिक आक्रामक रूप धारण कर लिया था जिससे उन्हें वापसी करने में मदद मिल सके लेकिन “निंजा” के लिए ये राउंड सबसे बेहतर साबित हुआ क्योंकि उन्होंने कई जबरदस्त नी और एल्बोज़ लगाई थीं।
आखिरी राउंड समाप्त होने के बाद होगस्टैड को जजों ने बहुमत निर्णय से विजेता घोषित किया और इसी के साथ उनके ONE Super Series सफर की शुरुआत जीत के साथ हुई है।
“थंडर किड” को मिली पहले राउंड में सबमिशन जीत
पोंगसिरी “द स्माइलिंग असासिन” मिटसाटिट के खिलाफ स्ट्रॉवेट डिविजन के इस मुकाबले के शुरुआती सेकेंडों में लिटो “थंडर किड” आदिवांग ने चिन पर लेफ्ट हुक लगाते हुए करीब-करीब अपने प्रतिद्वंदी को नॉकआउट कर दिया था।
इस दौरान थाई एथलीट का डिफेंस देखने वाला लम्हा रहा लेकिन आदिवांग इसके बाद अपने प्रतिद्वंदी पर कूद पड़े और पंचों व एल्बोज़ की बरसात कर दी लेकिन वो अपनी बैक पर आने में सफल रहे और आर्मलॉक के प्रयास से निकलने का प्रयास कर रहे थे।
मिटसाटिट इससे उबरने में सफल रहे और अपने प्रतिद्वंदी की बैक को निशाना भी बनाया लेकिन आदिवांग हाफ गार्ड से पलटने में सफल हुए। उसके बाद उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी के सिर को निशाना बनाया और किमूरा लॉक लगाकर पहले राउंड में 3 मिनट और 2 सेकेंड के बाद टैप आउट करने पर मजबूर किया। “थंडर किड” की ये ONE में दूसरी जीत रही और इसी के साथ उनका ओवरऑल रिकॉर्ड 11-2 पर पहुंच गया है।
इनियोंग को मिली एकतरफा जीत
विमेंस एटमवेट मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स मुकाबले में जीना “कंविक्शन” इनियोंग ने अपनी जबरदस्त ग्रैपलिंग स्किल्स का इस्तेमाल कर आशा “नॉकआउट क्वीन” रोका को हराने में सफलता पाई है।
Team Lakay की स्टार ने शुरुआत से ही अपने इरादे जाहिर कर दिए थे और उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी के राइट क्रॉस से बचते हुए उन्हें फेंस की तरफ धकेल दिया और नीचे गिराने में सफलता पाई। इसके बाद उन्होंने टॉप पोजिशन गंवाई नहीं और आशा को अटैक करने का कोई भी मौका नहीं दिया और अपने ग्राउंड गेम से बढ़त बनाए रखी।
दूसरे राउंड के अंतिम चरण में एक समय “कंविक्शन” गिलोटिन चोक लगाने के बेहद करीब आ पहुंची थीं लेकिन भारतीय स्टार किसी तरह डटी हुई थीं। आखिरी राउंड में भी रोका वापसी करने में नाकाम रहीं और इसी कारण इनियोंग को सर्वसम्मत निर्णय से जीत मिली, इसी के साथ उनका रिकॉर्ड 9-4 का हो गया है।
आखिरी मिनट में रोडलैक का नॉकडाउन
क्रिस शॉ और रोडलैक पी.के. साइन्चेमॉयथाईजिम के बीच हुए बेंटमवेट मुकाबले को देख मॉय थाई फैंस को एक ऐसा मुकाबला देखने को मिला जैसा वो देखना चाहते थे क्योंकि दोनों में से कोई भी हारना नहीं चाहता था।
शॉ ने सूझबूझ से काम लिया और वो थाई एथलीट से दूरी बनाए रखने में सफल साबित हो रहे थे लेकिन इसके बावजूद रोडलैक ने अपने प्रतिद्वंदी की बॉडी पर दमदार लेफ्ट हुक्स लगाए और आगे बढ़कर अच्छी बढ़त हासिल की।
राउंड की समाप्ति के समय शॉ डिफेंस के बजाय धीरे-धीरे अटैक की रणनीति अपनाने लगे थे और इसी कारण दूसरे राउंड में भी कड़ी टक्कर देखने को मिली। स्कॉटिश स्टार को अटैक करने में कोई डर महसूस नहीं हो रहा था लेकिन “द स्टील लोकोमोटिव” ने एक के बाद एक काफी संख्या में पंच लगाए और अपने प्रतिद्वंदी के लेग्स को लो किक्स से क्षति पहुंचानी शुरू कर दी।
आखिरी राउंड में शॉ ने कुछ शानदार एल्बोज़ से रोडलैक की परेशानी बढ़ाई लेकिन इससे थाई सुपरस्टार और भी खतरनाक साबित होते जा रहे थे। रोडलैक ने आखिरी सेकेंडों में लेफ्ट हुक लगाते हुए आगे बढ़कर नॉकडाउन करने में भी सफलता प्राप्त की जिसने उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत दिलाने में बहुत मदद की।
टोरेस vs हुआंग का मुकाबला नो कॉन्टेस्ट के रूप में समाप्त हुआ
इवेंट के सबसे पहले मैच में जेनी “लेडी गोगो” हुआंग द्वारा जोमारी टोरेस के खिलाफ गलती से लो ब्लो के प्रयोग के कारण ये मैच नो कॉन्टेस्ट के रूप में समाप्त हुआ था।
मैच को शुरू हुए करीब 1 मिनट से कुछ सेकेंड ऊपर ही हुए थे, तभी हुआंग की नी बेल्टलाइन से नीचे जा लगी और इसी कारण रेफरी ने चोट से उबरने के लिए जोमारी को थोड़ा समय दिया। हालांकि, जोमारी मुकाबला जारी रखने में सफल रहीं लेकिन उन्हें दोबारा शुरुआत के बाद उसी जगह लो ब्लो का शिकार होना पड़ा और इस बार वो मैच में बने रहने की स्थिति में नहीं थीं और इसी कारण मैच को समाप्त कर दिया गया।
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जकार्ता | 7 फरवरी | ONE: WARRIOR’S CODE | टिकेट्स: यहां क्लिक करें
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