मत्सुशीमा ने बताया कि वो कैसे गैरी टोनन और थान ली को हरा सकते हैं

कोयोमी “मौशिगो” मत्सुशीमा जानते हैं कि वर्ल्ड टाइटल की दावेदारी कर पाना आसान नहीं है। इस वजह से वो फेदरवेट डिविजन के प्रमुख दावेदारों के खिलाफ मुकाबले के लिए तैयारी कर रहे हैं, ताकि अपने लक्ष्य तक जल्द से जल्द पहुंच सकें।
जापानी मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट ने टाइटल के लिए अपनी यात्रा की शुरुआत “द फाइटिंग गॉड” किम जे वूंग के खिलाफ फरवरी में ONE: WARRIOR’S CODE में की थी।
इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए मैच के बाद उन्होंने गैरी “द लॉयन किलर” टोनन और थान ली को अपना संभावित विरोधी बताया था। ऐसा उन्होंने इसलिए कहा था क्योंकि उनके खिलाफ मैच शानदार हो सकता है।
27 साल के योकोहोमा में रहने वाले एथलीट ने बताया, “ऐसा नहीं है कि मैं इन दोनों एथलीट्स से फाइट करना चाहता हूं बल्कि वो दोनों काफी ताकतवर हैं। मैंने दोनों का नाम इसलिए लिया क्योंकि अगर मैं वर्ल्ड टाइटल मैच फिर से चाहता हूं तो उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकता।”
उनके निशाने पर दोनों विरोधी अलग-अलग स्टाइल वाले भले ही हों लेकिन “मौशिगो” इसे एक चुनौती का हिस्सा ही मानते हैं।
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टोनन दुनिया में सबसे गजब के सबमिशन ग्रैपलर हैं।
The Home Of Martial Arts में उनकी पांच लगातार जीत हैं। ये सभी जीत तकनीकी नॉकआउट (TKO) और सबमिशन के जरिए ही आई हैं। इन सबके बीच जो बात सबसे जरूरी है वो ये कि उन्होंने हर विरोधी को कैनवस पर हराया है।
“मौशिगो” ने बताया, “टोनन को हराने का अकेला तरीका है कि मैं खुद को जमीन पर न गिराने दूं। मुझे लगता है कि उन्हें भी इस बात के बारे में पता है।”
“वो अपने विरोधी को जमीन पर गिरा देते हैं। उदाहरण के लिए, अगर मैं दूर से फाइट करता हूं तो मुझे वैसे दांव को नजरअंदाज करना होगा और उन्हें थोड़ा बहुत स्ट्राइक करते हुए तीन राउंड तक मुकाबला करने देना होगा। वो जब थक जाएंगे, तब मुझे उनका फायदा उठाना होगा। मुझे इसी तरह बाउट करनी होगी।”
वहीं, ली एकदम ही अलग किस्म के फाइटर हैं।
वियतनामी-अमेरिकी एथलीट काफी घातक स्ट्राइकर हैं, जिन्होंने अपनी हरेक बाउट या तो नॉकआउट या सबमिशन के जरिए ही जीती हैं। दरअसल, उनकी 91 फीसदी जीत नाकआउट और तकनीकी नॉकआउट से आई हैं। ऐसे में योकोहोमा के एथलीट का गेम प्लान बिल्कुल अलग रहेगा।
“मौशिगो” ने बताया, “वो बिल्कुल अलग हैं। सबसे जरूरी है कि बाउट उनके हमले के दायरे में न आकर की जाए। उनकी किक और पंच बहुत तगड़े हैं। मुझे लगता है कि बाउट काफी नजदीक से करनी होगी।”
“बाउट का मुख्य आकर्षण ये होगा कि वो मुझे पूरी तरह से पराजित कर देंगे या फिर मैं उन्हें पूरी तरह से हरा दूंगा। अगर उन्होंने रफ्तार बढ़ाई तो वो मुझे हरा देंगे। अगर मैंने रफ्तार पकड़ी तो मुझे लगता है कि मैं जीत सकता हूं। इस बाउट का हर पल अहम होगा।
“मुझे नहीं लगता कि मैं उन्हें नॉकआउट से हरा सकता हूं। अगर मैं हारा तो वो नॉकआउट से हो सकता है। जीतने के लिए मुझे उनकी बढ़त और ताकतों को पछाड़ना होगा।”
जब “मौशिगो” अलग-अलग तरह के विरोधियों का सामना करते हैं तो प्रदर्शन के जरूरी पहलू निखरकर आते हैं और उनका भी यही मानना है कि सबसे जरूरी है कि हर क्षेत्र में असरदार तरीके से काम करना।
अपनी काबिलियत से ऊपर के एथलीट का सामना करने के लिए “मैशिगो” अपनी स्ट्राइकिंग, रेसलिंग और ग्रैपलिंग पर मेहनत कर रहे हैं।
उनको उम्मीद है कि सबसे अनुकूल विरोधी के रूप में वही होगा, जो उन्हें ONE फेदरवेट वर्ल्ड टाइटल के लिए शीर्ष दावेदार के स्थान पर ले जाएगा।
इस जापानी हीरो ने माना, “सबसे जरूरी बात ये है कि मैं अपनी सभी स्किल्स को मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में शामिल करूं। मुझे अब भी ऐसा लगता है कि मेरी रेसलिंग, ग्राउंड स्किल और स्ट्राइकिंग का ताल-मेल उतना बेहतर नहीं है। ऐसे में मुझे अपनी स्किल्स को बेहतर करके उनका सही इस्तेमाल करना होगा।”
“वहां ऐसे कई ताकतवर एथलीट्स हैं, जिन्हें मैं केवल स्ट्राइकिंग के बल पर हरा नहीं सकता। ग्राउंड की स्किल के लिए भी ऐसा ही है इसलिए मुझे अपनी सारी काबिलियत को मिला कर शामिल करना होगा।”
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