ONE में डेब्यू करने जा रहे इक्वाडोर के प्रतिभाशाली अपराजित MMA एथलीट ऐरन कनार्टे से मिलिए
ONE Championship में अपने बहुप्रतीक्षित डेब्यू से ऐरन “टॉमी गन” कनार्टे अब बस 2 हफ्ते ही दूर हैं। वो दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में मुकाबला करने वाले इक्वाडोर के पहले MMA फाइटर के तौर पर अपनी छाप छोड़ने की योजना बना रहे हैं।
10 प्रोफेशनल मुकाबलों में अपराजित फेदरवेट सनसनी अब 15 जुलाई को ONE Fight Night 12: Superlek vs. Khalilov में अकबर “बाकल” अब्दुलेव का सामना करने के लिए तैयार हैं।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के ऐतिहासिक लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होने वाली बाउट से पहले फैंस उभरते हुए फाइटर और ONE Championship में उनके आने के सफर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं।
आइए कनार्टे के मार्शल आर्ट्स के ग्लोबल स्टेज तक के सफर के बारे में जानते हैं।
अपना जुनून ढूंढ निकाला
स्वभाविक रूप से कम उम्र से ही प्रतिभाशाली एथलीट कनार्टे फुटबॉल खेलते हुए बड़े हुए, जो लैटिन अमेरिका और उनके देश इक्वाडोर का सबसे लोकप्रिय खेल है।
हालांकि, हाईस्कूल के बाद उन्हें मॉय थाई के बारे में पता चला और वो तुरंत कॉम्बैट स्पोर्ट्स के रोमांच के कायल हो गए।
उन्होंने ONEFC.com को बताया:
“मुझे कम उम्र से ही खेल पसंद रहे हैं। मैं फुटबॉल खेलता था और 18 साल का होने के बाद मैंने इसे खेलना बंद कर दिया। मैंने मनोरंजन के लिए ट्रेनिंग शुरू की। इक्वाडोर में एक एकेडमी देखी, जहां मॉय थाई सिखाया जाता था और मैं वहां ट्रेनिंग शुरू करने चला गया। मुझे ये खेल बहुत पसंद आ गया।”
जल्द ही इस होनहार फाइटर ने खुद को देश भर में होने वाले मॉय थाई मुकाबलों में प्रतिस्पर्धा करते हुए पाया और 5-0 का रिकॉर्ड बना दिया।
अपने खेल के बारे में और अधिक जानकारियां जुटाने की चाहत में कनार्टे ने अगला कदम ग्रैपलिंग की ओर बढ़ाया। इसने अंततः मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स को और भी गहराई से जानने में उनकी मदद की।
उन्होंने बतायाः
“मैंने जिउ-जित्सु की ट्रेनिंग के साथ सभी अलग-अलग मार्शल आर्ट्स को एक साथ सीखना शुरू कर दिया। मुझे ये पसंद आ गया और लगा कि MMA तो मेरे लिए ही है। असलियत में, ये मेरा खेल था। मैं स्कूल जाता और काम करता था, जिसकी वजह से मुझे ट्रेनिंग के लिए समय नहीं मिल पाता था। मैंने खेल के प्रति खुद को 100 प्रतिशत समर्पित करने के लिए सबकुछ एक किनारे कर दिया।”
मजबूत समर्थन प्रणाली
24 साल की उम्र में ही “टॉमी गन” ने प्रोफेशनल MMA डेब्यू किया और तेजी से लगातार 10 जीत हासिल करते हुए खुद को लैटिन अमेरिका के सबसे उभरते हुए फाइटर्स में से एक के रूप में स्थापित कर लिया।
उनकी शुरुआती सफलता ने जाहिर कर दिया था कि उनमें विश्वस्तरीय क्षमता है। उन्होंने खुद को फाइट के लिए पूरी तरह समर्पित करने में भरोसा दिखाया।
कनार्टे बताते हैं कि इन सारी चीजों के बावजूद माता-पिता उनका मजबूती से समर्थन कर रहे हैं। उनकी मां जबकि अपने बेटे के कॉम्बैट स्पोर्ट्स का हिस्सा बनने को लेकर शुरुआत में डरी हुई थींः
“पापा ने हमेशा मेरा समर्थन किया। मां ने भी बिल्कुल ऐसा ही किया। परिवार हमेशा से मेरा सपोर्ट करता रहा है। भगवान की कृपा है कि वो हमेशा मेरा और मेरे फैसलों का समर्थन करते रहे हैं।
“हां, शुरुआत में मां को चिंता हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा था, ‘बेटा, तुम कैसे अपने आप को फाइट के लिए समर्पित कर पाओगे, जबकि तुम्हें मालूम होगा कि कोई तुम पर हमला करने वाला है।’ हर मां की हमेशा यही चिंता होती है, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया और अब वो मेरा पूरा समर्थन करती हैं।”
माता-पिता के समर्थन और अपने सपनों के साथ इक्वाडोर के एथलीट ने MMA को पूरा समय देने और ONE Championship जैसे संगठन में वैश्विक स्तर की प्रसिद्धि हासिल करने के लक्ष्य का पीछा करने के लिए हमेशा खुद को आजाद महसूस किया।
उन्होंने बतायाः
“मुझे हमेशा अपने परिवार का समर्थन मिला, जिसके लिए मैं भाग्यशाली हूं। मैं उन पर भरोसा कर सकता हूं कि वो मेरा समर्थन करेंगे। भले ही, शुरू में मां को मेरा ये करियर पसंद ना रहा हो, लेकिन पिता ने हमेशा मुझसे कहा कि तुमने अपने जीवन में जिस राह को चुनने का निर्णय लिया है, उससे वो खुश हैं।”
कई साल का त्याग भी शामिल
अपनी जबरदस्त क्षमता को भुनाने की चाहत में कनार्टे ने माता-पिता और दोस्तों को इक्वाडोर में ही छोड़ दिया और मैक्सिको के तिहुआना के Entram Gym में ट्रेनिंग लेने चले गए। दरअसल, ये जिम लैटिन अमेरिका के कई टॉप मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स एथलीट्स का घर है।
26 साल के उभरते हुए एथलीट के लिए घर छोड़ना आसान नहीं थाः
“मैंने इस खेल के लिए कई साल का बलिदान दिया है। अपना देश, परिवार, आराम छोड़ दिया और एक दूसरे देश में शुरू से शुरुआत की। मैंने भूख लगने पर पैसे जुटाने के लिए काम किया, प्रायोजकों की तलाश की। खैर, इसके अलावा भी बहुत सारे बलिदान हैं, जो मैंने किए हैं।”
हालांकि, उन बलिदानों का अब बड़े पैमाने पर फल मिलना शुरू हो गया है।
कनार्टे का ONE में होने वाला शानदार डेब्यू उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। ये इस बात का प्रमाण है कि कई घंटों की ट्रेनिंग और समर्पण ने उन्हें ग्लोबल स्टेज पर इक्वाडोर का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया।
उन्होंने कहाः
“मुझे खुशी है कि इतने सालों की कड़ी मेहनत के बाद अब इसका फल मिलेगा। ये मेरे लिए किसी भी चीज़ से अधिक सम्मान की बात है। मैं ONE Championship में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर बहुत गौरवांवित महसूस कर रहा हूं। मेरा लक्ष्य किसी और चीज से ज्यादा उन सभी का सिर फक्र से ऊंचा करना होगा, जिन्होंने शुरू से मेरा समर्थन किया।”
ONE में पहले इक्वाडोरियन MMA फाइटर
ऐसा कहने के साथ कनार्टे ने स्वीकार किया कि वो अपने देश का बेहतर ढंग से प्रतिनिधित्व करने के लिए थोड़ा-बहुत दबाव भी महसूस कर रहे हैं।
हालांकि, वो इन भावनाओं का इस्तेमाल नीचे गिरने की बजाय ONE Fight Night 12 और उसके आगे हासिल की जाने वाली महानता के लिए कर रहे हैं:
“ONE के साथ करार करने वाला पहला इक्वाडोरियन MMA एथलीट बनना मेरे लिए बड़ी जिम्मेदारी है और मैं अपने देश को दुनिया के टॉप पर रखना चाहता हूं।”
इन सारी बातों से पता चलता है कि लैटिन अमेरिका की निगाहें 15 जुलाई को अकबर अब्दुलेव से होने वाले उनके मुकाबले पर विशेष रूप से रहेंगी। ऐसे में “टॉमी गन” अपने प्रोफेशनल डेब्यू में शानदार प्रदर्शन का वादा कर रहे हैं।
ये बातें ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने देश के लोगों के लिए धन्यवाद संदेश भी दिया:
“आप सभी के समर्थन का बहुत धन्यवाद। मुझे लैटिन अमेरिका, इक्वाडोर से जो समर्थन मिल रहा है, उसके लिए आप सभी का बहुत धन्यवाद।
“मैं इसमें अपना सबकुछ देने वाला हूं। मैं सर्वोत्तम तरीके से अपने देश के झंडे का प्रतिनिधित्व करने जा रहा हूं। मेरे सभी दोस्त, परिवार वाले और इक्वाडोर के निवासी 15 जुलाई को होने वाले मुकाबले पर अपनी नजरें जमाए रखें। आप इसे मिस नहीं कर सकते। मैं शानदार प्रदर्शन करने जा रहा हूं और सबसे बेहतर तरीके से अपने देश के झंडे का प्रतिनिधित्व करने वाला हूं।”