अकीडा को फिनिश कर टॉप-5 स्ट्रॉवेट कंटेंडर के साथ फाइट चाहते हैं मिआडो
जेरेमी “द जैगुआर” मिआडो का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है और अब वो अपने शानदार मोमेंटम को साथ लिए 2022 में स्ट्रॉवेट मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स रैंकिंग्स में प्रवेश करना चाहते हैं।
मगर शुक्रवार, 14 जनवरी को ONE: HEAVY HITTERS में उनके सामने जापानी स्टार सेन्जो अकीडा की कठिन चुनौती खड़ी होगी।
“द जैगुआर” ने अपनी पिछली फाइट में मियाओ ली ताओ के खिलाफ रीमैच में दूसरे राउंड में तकनीकी नॉकआउट से जीत दर्ज की और वो इस शानदार प्रदर्शन का श्रेय Marrok Force जिम को देना चाहते हैं।
उनका मानना है कि Marrok Force में की गई ट्रेनिंग उन्हें एक और बड़ी जीत दिला सकती है, जिसके बाद वो वर्ल्ड टाइटल के बहुत करीब पहुंच जाएंगे।
मिआडो ने एक हालिया इंटरव्यू में अपनी स्किल्स में सुधार, अकीडा के साथ फाइट, फ्यूचर प्लान और कई अन्य विषयों पर बात की।
ONE Championship: आपका सामना पूर्व Pancrase चैंपियन सेन्जो अकीडा से होगा। क्या आप इसे अपने करियर की सबसे कठिन फाइट मानते हैं।
जेरेमी मिआडो: वो बहुत अनुभवी फाइटर हैं और किसी के लिए कोई आसान शिकार तो बिल्कुल नहीं हैं। वो जापान में चैंपियन रह चुके हैं और हम सभी जानते हैं कि जापान के फाइटर्स की स्किल्स कितनी शानदार होती हैं। इसलिए मैं उन्हें अभी तक का अपना सबसे कठिन प्रतिद्वंदी मान रहा हूं।
ONE: आपकी नजर में उनकी ताकत और कमजोरियां क्या हैं?
मिआडो: उन्हें अपने प्रतिद्वंदी पर दबाव बनाना पसंद है और शायद उनकी ये रणनीति मेरे सामने मुश्किल खड़ी कर सकती है। मगर मैं उसके लिए तैयार हूं क्योंकि मैं काफी समय से इस चीज़ में सुधार की कोशिश कर रहा हूं।
मेरी नजर में उनका प्लान ग्रैपलिंग करते हुए मुझे गलती करने पर मजबूर करने का होगा। वो जानते हैं कि मैं एक स्ट्राइकर हूं इसलिए मुझे उम्मीद है कि अकीडा मेरे करीब आकर फाइट को ग्राउंड पर ले जाना चाहेंगे।
मैं उम्र में उनसे 10 साल छोटा हूं और शायद युवा होना मेरे लिए फायदेमंद रह सकता है। उनकी उम्र ज्यादा हो रही है इसलिए शायद उनका कार्डियो मेरे मुकाबले कमजोर होगा। मैं जानता हूं कि वो अभी भी कार्डियो लेवल को स्थिर रखने की कोशिश कर रहे होंगे, लेकिन उनकी उम्र में ऐसा करना बहुत मुश्किल होता है।
मेरा बॉक्सिंग गेम भी उनसे बेहतर रहेगा। मैं उनके ग्रैपलिंग के खिलाफ डिफेंस की तैयारी कर रहा हूं, लेकिन मैं इस फाइट में हर तरह की स्थिति के लिए तैयार रहूंगा।
ONE: आपके हिसाब से मैच किस दिशा में आगे बढ़ेगा?
मिआडो: मेरी नजर में वो टेकडाउन का प्रयास करेंगे, लेकिन मैं टेकडाउन से बचते हुए स्ट्राइकिंग करने पर ज्यादा ध्यान दूंगा। उनकी स्ट्राइकिंग भी अच्छी है, अपरंपरागत स्टाइल है, इसलिए उन्हें स्ट्राइकिंग करते हुए देखना भी कोई चौंकाने वाली बात नहीं होगी। मगर मैं उनकी ओर से ग्रैपलिंग होने की ज्यादा उम्मीद कर रहा हूं।
ONE: क्या आप टेकडाउन की कोशिश करेंगे?
मिआडो: ये स्थिति पर निर्भर करता है। अगर मुझे टेकडाउन का मौका मिला और मैं उस समय बेहतर पोजिशन हासिल करने की स्थिति में हुआ तो जरूर टेकडाउन की कोशिश करूंगा। मगर मेरी पहली प्राथमिकता स्टैंड-अप फाइटिंग करने की होगी।
ONE: आप इस मैच को किस तरीके से समाप्त करना चाहते हैं?
मिआडो: मैं नहीं चाहता कि परिणाम जजों के स्कोरकार्ड्स से आए इसलिए उन्हें फिनिश करने की कोशिश करूंगा। मैं उन्हें नॉकआउट या तकनीकी नॉकआउट से हराना चाहूंगा।
ONE: आप लगातार 2 मैचों में मियाओ ली ताओ को हरा चुके हैं, लेकिन आपने कहा कि दूसरी फाइट के दौरान आपको खुद में ज्यादा सुधार महसूस हुआ। आपमें क्या बदलाव हुए?
मिआडो: मेरी नजर में मेरी रेसलिंग स्किल्स में बहुत सुधार हुआ है क्योंकि ट्रेनिंग के दौरान मैंने रेसलिंग पर सबसे ज्यादा फोकस किया। मैं खाली समय में भी रेसलिंग ही करता रहता था। मेरी स्ट्राइकिंग भी बेहतर हुई है और लग रहा है जैसे मैं एक संपन्न स्ट्राइकर बन गया हूं। उस फाइट में सभी चीज़ें वैसे हुईं जैसा मैंने सोचा था। मैं जल्दबाजी में पंच नहीं लगा रहा था। अपने बॉडी बैलेंस को स्थिर रखने के साथ खुद को टेकडाउन होने से बचाने में भी सफल रहा।
ONE: क्या आपका मानना है कि Marrok Force में जाने के बाद आपके अंदर सुधार हुआ है?
मिआडो: यहां आने के बाद मैं दिन, दोपहर और रात को भी ट्रेनिंग कर रहा हूं। यहां मैं अपनी कई कमजोरियों को दूर कर सकता हूं इसलिए इस मौके को खाली नहीं जाने देना चाहता।
ONE: Marrok Force में आने के बाद आपकी किस स्किल में सबसे ज्यादा सुधार आया है?
मिआडो: मेरी रेसलिंग में सबसे ज्यादा सुधार हुआ है क्योंकि यहां का रेसलिंग लेवल बहुत अलग है। ट्रेनिंग करने का तरीका पहले जैसा है, लेकिन पिछले जिम के मुकाबले यहां स्किल्स और तकनीक के मामले में फाइटर्स और कोच बेहतर हैं। द फिलीपींस में कई वर्ल्ड-क्लास रेसलर्स हैं, लेकिन उनके साथ कभी ट्रेनिंग करने का मौका नहीं मिला।
अब मैं थाईलैंड आया हूं और यहां अपनी रेसलिंग के बेहतर होने से बहुत खुश महसूस कर रहा हूं। इससे मुझे अहसास हुआ कि ट्रेनिंग कभी नहीं रुकनी चाहिए क्योंकि हम हमेशा खुद में सुधार करते रह सकते हैं।
ONE: इस बार आपको टॉप-5 कंटेंडर के खिलाफ फाइट नहीं मिली, लेकिन सेन्जो अकीडा एक लैजेंड हैं। क्या आपको इस मैच में जीत के बाद किसी टॉप रैंक के कंटेंडर के खिलाफ फाइट की उम्मीद है?
मिआडो: मैं जानता हूं कि मैं इस मैच में जीत का हकदार हूं। मुझे अकीडा के खिलाफ मैच मिलने से कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि इससे मुझे साबित करने का मौका मिला है कि मैं रैंकिंग्स में शामिल होने का हकदार हूं। अब रैंकिंग वाले कंटेंडर के खिलाफ मैच पाने के लिए मुझे अकीडा को हराना होगा और मैं जानता हूं कि इस डिविजन में कई टॉप लेवल के फाइटर्स मौजूद हैं।
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