माइकी मुसुमेची डिप्रेशन पर काबू पाने और वर्ल्ड टाइटल जीत के लिए खुद को खुशकिस्मत मान रहे
ONE Fight Night 10 में माइकी “डार्थ रिगाटोनी” मुसुमेची एक और बेहतरीन सबमिशन के इरादे से आए थे और उन्होंने यही करके भी दिखाया।
मौजूदा ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन ने 6 मई को यमन के एथलीट ओसामा अलमारवाई के खिलाफ सफलतापूर्वक अपने खिताब को रीयर-नेकेड चोक लगाकर फिर से डिफेंड किया।
कोलोराडो के 1stBank सेंटर में हुए इस ऐतिहासिक मुकाबले में शुरुआती बैल बजने से ही माइकी अपना पूरा नियंत्रण बनाने में सफल रहे थे।
अमेरिकी BJJ स्टार की विलक्षण प्रतिभा ने अलमारवाई की पीठ पर कब्जा जमाने से पहले हील हुक के कई प्रयास के साथ प्रतिद्वंदी पर लगातार हमले किए और पहले राउंड के समाप्त होने से 2 मिनट पहले ही बेहतरीन चोक लगाकर उन्हें फिनिश कर दिया।
इस दबदबे वाली जीत के साथ उन्होंने 50,000 यूएस डॉलर्स का परफॉर्मेंस बोनस हासिल किया और डिविजन में अपनी बादशाहत कायम रखी। “डार्थ रिगाटोनी” की मानें तो उनकी योजना शुरुआत से ही आक्रामक बने रहने की थी। ऐसे में उन्होंने प्रतिद्वंदी पर कभी भी अपने प्रहारों को डिफेंड करके हावी होने का मौका नहीं दिया।
उन्होंने मैच के बाद कहाः
“हां, मैं बाउट के हर सेकंड में प्रतिद्वंदी को फिनिश करने के लिए सबमिशन का प्रयास कर रहा था। ऐसा एक सेकंड का पल नहीं आया होगा, जब मैंने विरोधी को फिनिश करने के लिए हमले ना किए हों। इस वजह से मैं बस एक के बाद एक हमले करता गया। फाइटर्स जिस तरह से स्ट्राइक करते हुए एक नॉकआउट पंच की तलाश करते हैं, उसी तरह मैं भी हर सेकंड फिनिश के लिए हमले करता रहा और आखिर में ऐसा करने का रास्ता मिल गया।”
मुसुमेची भले ही सर्कल के अंदर हमेशा अपराजित नज़र आते हों, लेकिन उन्होंने स्वीकारा है कि वो अपनी पूरी जिंदगी आंतरिक संघर्षों से जूझते रहे हैं।
शनिवार को मुकाबला जीतने के बाद 26 साल के फाइटर ने फैंस को बताया कि अलमारवाई से मैच से पहले तक वो डिप्रेशन के दौर से गुज़र रहे थे।
इस समस्या के बावजूद टाइटल होल्डर अपने वर्ल्ड क्लास चैलेंजर के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए जमकर पसीना बहाते रहे। वो अपने दृढ़ विश्वास और कड़ी ट्रेनिंग के प्रति पूरी तरह समर्पित दिखेः
“इतना ही कहना चाहूंगा कि अगर मैं बुरे दौर से निकल सकता हूं तो कोई भी ऐसा कर सकता है, ये बात आप जानते हैं? इसके लिए बस आपको धैर्य रखना होगा और ये आसान नहीं होता है। मैं बहुत किस्मत वाला हूं कि यहां पर हूं। मैं मैच के अंतिम क्षणों में गुजरे दो महीनों के बारे में सोचकर भावुक हो गया। ये बस ट्रेनिंग, दुआ और ऊपरवाले से मदद की गुहार लगाने की प्रार्थना थी। इन सारी चीजों ने मिलकर मुझे हिम्मत दी और अब मै वापस आ गया हूं।”
मुसुमेची यूएस में ONE की लोकप्रियता देख हुए खुश – ‘बहुत खास लम्हा है’
अमेरिकी धरती पर ये ONE के इतिहास का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण इवेंट रहा, जिसके डेब्यू शो के को-मेन इवेंट में माइकी मुसुमेची ने अपने ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड टाइटल को सफलतापूर्वक डिफेंड किया।
न्यू जर्सी के फाइटर अपने और अन्य एथलीट्स के लिए अमेरिकी दर्शकों की भारी भीड़ देखकर गर्व महसूस कर रहे थे।
उन्हें भरोसा है कि ONE तरह-तरह के कॉम्बैट स्पोर्ट्स और दुनिया भर में अपने बेहतरीन मुकाबलों के साथ पश्चिमी देशों के फैंस को आकर्षित करना आगे भी जारी रखेगाः
“मुझे लगता है कि ONE Championship ही भविष्य और वर्तमान है। मुझे ये भी लगता है कि फैंस इसे पसंद करते रहेंगे और सभी विधाओं में होने वाले मार्शल आर्ट्स के मुकाबलों को सराहते रहेंगे।
“मुझे लगता है कि ONE की यही खासियत है और वो फिर से पूरी दुनिया को एकसाथ लाएंगे। ये सिर्फ अमेरिका में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है। ये जिउ-जित्सु के साथ दुनिया भर की सैर कर रहा है। इतने सारे अलग-अलग धर्मों, संस्कृतियों के लोगों से मिल रहा है क्योंकि हम उनके साथ जिउ-जित्सु को साझा कर रहे है। इसने हमें सबके साथ जोड़ने का काम किया है।”
आखिर में मुसुमेची मार्शल आर्ट्स को भी इसी तरह से देखते हैं। ये ऐसी चीज है, जिसके जरिए भिन्न-भिन्न पृष्ठभूमि के एथलीट्स और फैंस एकसाथ जुड़ रहे हे और अपना अनुभव एक-दूसरे के साथ साझा कर रहे हैं।
साथ ही उनका मानना है कि इस संबंध में ONE सबसे आगे है।
“डार्थ रिगाटोनी” ने आगे कहाः
“मुझे ऐसा लगता है कि ONE पूरी दुनिया को एक साथ जोड़ रहा है। आप जब इसे देखेंगे तो ऐसा ही महसूस करेंगे। सभी अलग-अलग देशों से कार्ड पर मुकाबला करने के लिए एथलीट्स आते हैं। ये बेहद खास तरह के मौके होते हैं।”