सबसे पहला ONE सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन बनकर माइकी मुसुमेची ने इतिहास रचा
माइकी “डार्थ रिगाटोनी” मुसुमेची ने इतिहास रच दिया है।
ONE Fight Night 2 के को-मेन इवेंट में BJJ ब्लैक बेल्ट होल्डर ONE के इतिहास के सबसे पहले फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं।
मुसुमेची ने अपने पुराने प्रतिद्वंदी क्लेबर सूसा पर निरंतर अटैक करने जारी रखे और अधिकांश समय आक्रामक रुख अपनाए रखते हुए कई सबमिशन मूव्स लगाने की कोशिश की और अंत में जजों के निर्णय से जीत हासिल की।
दूसरी ओर, सूसा ने किसी भी समय मैच की रफ्तार में कमी नहीं पड़ने दी। ब्राजीलियाई एथलीट ने कई बार गार्ड पास करने का प्रयास किया और इस बीच नॉर्थ-साउथ पोजिशन प्राप्त करते हुए बढ़त बनाई।
“डार्थ रिगाटोनी” के गार्ड को भेदते हुए आगे बढ़ना इतना भी आसान नहीं था क्योंकि वो निरंतर सूसा के पैर और हाथों को जकड़ने की फिराक में थे।
इस दौरान मुसुमेची लेग लॉक्स और आर्म अटैक्स कर रहे थे।
कई बार लेग लॉक फिनिश करने के करीब आने के बावजूद सूसा अंत तक मैच में डटे रहे, लेकिन अंत में अमेरिकी स्टार ने सर्वसम्मत निर्णय से जीत प्राप्त की।
5 बार के IBJJF वर्ल्ड चैंपियन का ONE रिकॉर्ड अब 2-0 का हो गया है और सबमिशन ग्रैपलिंग के खेल में कई सालों तक टॉप पर बने रहने की काबिलियत रखते हैं।
मैच के बाद भावुक अंदाज में मुसुमेची ने अपने संघर्षपूर्ण सफर को बयां किया।
26 वर्षीय स्टार ने कहा, “मैंने इस टाइटल को जीतने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए मुझे 22 साल का इंतज़ार करना पड़ा। ये मेरे जीवन की सबसे अहम चैंपियनशिप जीत है।”
नए ONE फ्लाइवेट सबमिशन ग्रैपलिंग वर्ल्ड चैंपियन ने अपने अगले प्रतिद्वंदी और महान मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा:
“मैं उनके साथ मैट साझा करना चाहता हूं और हम इतिहास रच सकते हैं। उनके साथ रिंग में उतरना ही बड़े सम्मान की बात होगी।”