कैसे किकबॉक्सिंग सनसनी अलेक्सिस निकोलस ने अपने दुर्व्यवहारी पिता के घावों से खुद को उबारा – ‘हमें उनसे भागना पड़ा’
अलेक्सिस “बारबोज़ा” निकोलस अपने कठिन बचपन के दर्द को ग्लोबल स्टेज पर बड़ी सफलता में बदलने के लिए प्रेरित हैं।
6 अप्रैल को ONE Fight Night 21 के मेन इवेंट में अपराजित फ्रेंच स्ट्राइकर ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए दमदार 2-स्पोर्ट किंग रेगिअन “द इम्मोर्टल” इरसल को चुनौती देंगे, जो निस्संदेह उनके जीवन की सबसे बड़ी फाइट है।
अमेरिकी प्राइमटाइम के दौरान बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम से लाइव प्रसारित होने वाला ये बहुप्रतीक्षित वर्ल्ड टाइटल मुकाबला निकोलस के प्रभावशाली 23 फाइट्स के शानदार प्रोफेशनल करियर को दर्शाएगा।
लेकिन जहां बेल्ट के लिए ये मौका उनके करियर लिए एक बड़ा अवसर है, वहीं गरीबी से बाहर निकलना उनके लिए अपने आप में एक उपलब्धि रही है।
25 वर्षीय पेरिस निवासी एथलीट ने onefc.com से अपने कठिन बचपन के बारे में बात की:
“मैं एक तरह से घर का मुखिया था। मेरे पिता मारपीट करते थे इसलिए हमें उनसे भागना पड़ा। मैं अपने भाई-बहनों को ये साबित करना चाहता था कि आप एक मजबूत व्यक्ति हो सकते हैं और साथ ही दयालु भी हो सकते हैं और ना कि एक मारपीट इंसान। मुझे मर्द बनना था, घर का मुखिया बनना था।”
निकोलस एक अकेली मां द्वारा पाले गए थे, जिन्हें अक्सर गुजारा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था इसलिए उन्हें बचपन में बहुत सी बातों पर गुस्सा आता था। कभी-कभी वो क्रोध हिंसक हो जाता था।
अपने साथियों के कहने पर उन्होंने मार्शल आर्ट्स की दुनिया में कदम रखा और जल्द ही उन्होंने इसे अपना लिया:
“शुरुआत में मैं स्पोर्ट्स में दिलचस्पी नहीं रखता था। मैं बहुत चुपचाप रहने वाला और बहुत डरपोक था, लेकिन मेरे अंदर बहुत गुस्सा था।
“तब मेरे दोस्तों ने मुझसे कहा कि मुझे अपनी भड़ास को निकालने का जरिया ढूंढ़ना होगा और उन्होंने मुझे अपने घर के बगल में एक बॉक्सिंग जिम में जाने का प्रस्ताव दिया। मैं तब 14 साल का था और इस तरह मैंने शुरुआत की।”
अगले दशक में निकोलस यूरोपीय किकबॉक्सिंग सर्किट पर हावी हो गए और उन्होंने खुद को खेल के सबसे प्रतिभाशाली उभरते सितारों में से एक के रूप में स्थापित किया।
इससे उन्हें दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में बुलावा आया और अब ONE Championship में उनके पास गोल्डन बेल्ट जीतना का मौका है।
ये अंतरराष्ट्रीय ख्याति और प्रशंसा अर्जित करने का एक अवसर है, जो कि इस खेल में उनकी शुरुआती दिनों से बहुत अलग है, जब वो केवल अपने बुरे हाल से निकलना चाहते थे:
“मेरा आस-पड़ोस कुछ हद तक हिंसक था इसलिए मेरा एकमात्र समाधान फाइट करना था, ताकि अपनी स्थिति से बाहर निकल पाऊं और अपने पड़ोस की बुराइयों से भी दूर रहूं।”
इरसल के लिए तैयार निकोलस: ‘मेरी कहानी ही मुझे आत्मविश्वास देती है’
अलेक्सिस निकोलस अभी भी अपने दुर्व्यवहारी पिता की पीड़ा से आहत हैं।
और जब वो ONE Fight Night 21 में लंबे समय के डिविजनल किंग रेगिअन इरसल के साथ मुकाबला करेंगे तो वो उस दर्द को अपने प्रदर्शन में शामिल करेंगे।
“बारबोज़ा” बताते हैं कि उनकी गरीबी से अमीरी तक की अप्रत्याशित यात्रा उन्हें आज भी प्रेरित करती है:
“मेरी कहानी ही मुझे आत्मविश्वास देती है। ये वो है जिससे मैं गुजरा हूं और वो मेहनत जो मैंने की है। ये मेरा पूरा इतिहास है और मैं आज जहां हूं, वहां तक कैसे पहुंचा। ये मेरी कार्य नीति है। और मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
“हर कोई कह रहा है कि इरसल जैसे एथलीट के साथ रिंग में उतरना जल्दबाजी होगी, लेकिन मैं अपनी पूरी जिंदगी इस तरह की फाइट के लिए मेहनत करता आया हूं।”
उनके बैकग्राउंड को देखते हुए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि निकोलस कुछ साबित करना चाहते हैं। उनका सचमुच मानना है कि 6 अप्रैल को वो जीतें या हारें, अंततः वो खुद को दुनिया के टॉप लाइटवेट किकबॉक्सर के रूप में स्थापित कर लेंगे।
वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर ने आगे कहा:
“किसी ने भी मुझे इसमें कोई मौका नहीं दिया। मैंने शून्य से शुरुआत की, शून्य से। मैं ONE के साथ इस अवसर से वास्तव में खुश हूं।
“भले ही मैं इसे नहीं जीत पाऊं, लेकिन ONE के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बाद मेरे पास ये साबित करने के अन्य अवसर होंगे कि मैं सर्वश्रेष्ठ हूं। मुझे वास्तव में इस बात पर गर्व है कि मैं कुछ साबित कर सकता हूं। मैंने वहां से शुरुआत की थी जब मेरे पास कुछ नहीं था और अब मैं फ्रांस में टाइटल और प्रतिष्ठा वापस लाऊंगा।”