एडी अबासोलो बोले – ‘कोई भी अमेरिकी फाइटर मेरी तरह फाइट नहीं करता होगा’
एडी “सिल्की स्मूद” अबासोलो सर्कल में स्ट्राइकिंग के अपने अनोखे अंदाज को दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
अमेरिकी प्राइमटाइम पर 18 नवंबर (भारत में शनिवार, 19 नवंबर) को होने वाले ONE Fight Night 4 की शुरुआती बाउट में कैलिफोर्निया के निवासी और प्रोमोशनल न्यूकमर एथलीट ब्रिटिश स्टार लियाम “लीथल” नोलन से लाइटवेट मॉय थाई मुकाबले में भिड़ने वाले हैं।
ONE के साथ जुड़ने और मुकाबला करने को 36 साल के अबासोलो अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर देख रहे हैं।
कई मायनों में देखा जाए तो अमेरिकी फाइटर के करियर की नींव तभी पड़ गई थी, जब वो छोटे थे और अपने पिता को मुकाबला करते देखा करते थे। उनके पिता काजुकेनबो कराटे ब्लैक बेल्ट और अपने यहां के खाड़ी क्षेत्र के सबसे धुरंधर एथलीट्स में से एक थे।
अबासोलो ने ONEFC.com को बताया:
“मेरे पिता एक जाने-माने फाइटर के तौर पर वैलेहो में पहचाने जाते थे। लोग उनका बहुत सम्मान किया करते थे। इस वजह से मुझे याद है कि जब मैं छोटा था तो उन्होंने मुझसे एक बात कही थी कि बेटा जिस दिन तुम मुझे हरा सकोगे, वही तुम्हारा असली दिन होगा। ऐसे में मेरा लक्ष्य ये नहीं था कि उन्हें फाइट में हराने के लिए मुझे कैसे बेहतर चीजें सीखनी होंगी बल्कि उनकी बातें ऐसी थीं, जिसने मुझे आगे बढ़ने और कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित किया। बस मैं ये देखता था कि मेरा पिता एक फाइटर हैं और मैं बिल्कुल उनकी तरह ही बनना चाहता हूं। मैं सिर्फ एक फाइटर के तौर पर ही नहीं बल्कि एक अच्छे पिता के रूप में भी उनके जैसा बनने की तमन्ना रखता हूं।”
हर दिन बहुत कठिन होता था
अपने 5 भाइयों में सबसे बड़े अबासोलो ने कम उम्र में ही कराटे सीखना शुरू कर दिया था। हालांकि, उन्होंने अपना ज्यादातर बचपन बेसबॉल और बास्केटबॉल जैसे अन्य खेलों में हाथ आजमाते हुए बिताया था।
फिर भी उन पर उनके पिता का प्रभाव काफी गहरा था। हाईस्कूल करने के कुछ समय बाद ही उन्होंने मॉय थाई में ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी।
हालांकि, उन्होंने फाइटर की तरह ही परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया। “सिल्की स्मूद” ने भी किसी सामान्य व्यक्ति की तरह ही बिल्कुल शुरुआत से सीखने की प्रक्रिया चालू की।
उन्होंने बताया:
“मुझे याद है कि मैं वो शख्स था, जो सीधे जिम में चला गया और बैग को बिना किसी तकनीक के जितना हो सके जोर-जोर से हिट करने लगा। इसके बाद मैंने अपने चारों ओर देखा कि क्या किसी ने मुझे इतनी जोर-जोर से बैग को मारते हुए देखा था।”
उनकी शुरुआत छोटी-मोटी खरोंचों के साथ हुई। इसके बाद महत्वाकांक्षी फाइटर जल्द ही बैग से दूर होकर सीधे फाइटिंग में हाथ आजमाने लगे। वो अपने से कहीं ज्यादा अनुभवी स्ट्राइकर्स के साथ बराबरी से मुकाबला करने के लिए तैयार हो गए।
हालांकि, ये निश्चित तौर पर बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन “द आर्ट ऑफ 8 लिम्ब्स” के लिए अबासोलो के दिल में पनपे जुनून ने उन्हें शुरुआती कठिन दिनों को पार करने में बहुत मदद की।
उन्होंने याद करते हुए बतायाः
“उस वक्त जो असली में फाइटर थे, जब मैं उनका सामना करता था तो हर दिन मुझे चोट लगती थी और खून बहता था। ये देखकर मेरी कॉम्बैट स्पोर्ट्स को लेकर रुचि और भी ज्यादा बढ़ती गई। मैं ज्यादा से ज्यादा सीखना चाहता था, मैं आखिरकार उन फाइटर्स से बेहतर बनना चाहता था इसलिए मैंने अपनी ट्रेनिंग को बहुत ही गंभीरता से लिया।”
हार भी सिखाकर जाती है
बहुत पहले से ही अबासोलो अपने खाड़ी क्षेत्र के सबसे प्रतिभाशाली और भविष्य के उज्ज्वल फाइटर्स में से एक के रूप में पहचाने जाने लगे।
वो हमेशा शो मैन के रूप में रहते, जिससे उन्हें प्यार है और आज भी वो ऐसे ही हैं। वो भीड़ का भरपूर मनोरंजन करते हैं। उन्होंने अपने यहां होने वाले हरेक मुकाबले में हिस्सा लिया और करीब 300 से ज्यादा लोगों से लोकल बाउट की।
फिर भी उनका शुरुआती करियर इतना चमकदार और इंद्रधनुष के रंगों से सराबोर नहीं था। उन्होंने अपना एमेच्योर रिकॉर्ड खो दिया था। दरअसल, “सिल्की स्मूद” ने अपना एमेच्योर मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल गंवा दिया था और इसके परिणामस्वरूप उनका एक खास रिश्ता भी बिगड़ गया था।
उन्होंने बताया:
“मेरा कोच के साथ विवाद चल रहा था। ये बहुत ही अजीब बात थी। मेरा मतलब है कि मैं क्या, हम सभी जानते हैं कि समय के साथ चीजें बदलती रहती हैं। आप जब जीत रहे होते हैं तो सभी आपसे प्यार करते है। वहीं जब आप हारते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे किसी ने आपको बस से नीचे फेंक दिया है। असलियत में हार भी एक वरदान की तरह होती है क्योंकि ये आपको दिखाती है कि वास्तव में आप कौन हैं और आपके लिए कौन खड़ा है।”
इसके बाद चीजें और भी बिगड़ती चली गईं। मुकाबले के दौरान अबासोलो को घुटने में एक बड़ी चोट लग गई।
“जब मैं अपनी बाउट हार गया तो मैंने अपना पीसीएल चोटिल कर लिया। ये ऐसा था, जिसके बाद मैं और भी नीचे चला गया। मैं घायल था और मेरे पास ट्रेनिंग करने के लिए जिम भी नहीं था। फिर भी कुछ ऐसी चीजें थीं, जो मुझे खींचे जा रही थीं और मैंने ट्रेनिंग करनी नहीं छोड़ी।”
कुछ हफ्तों तक ये युवा फाइटर पार्कों और घर के पीछे अपने संबंधी के साथ अपनी ट्रेनिंग करते रहे। वो जब भी जाते तो पैंड्स पर हिटिंग करने की प्रैक्टिस किया करते थे।
ट्रेनिंग करने और शेप में बने रहने का उन्हें जल्दी फायदा भी मिला। अबासोलो को दिग्गज अमेरिकी मॉय थाई स्टाइलिस्ट केविन रॉस के साथ कॉम्बैट स्पोर्ट्स एकेडमी में ट्रेनिंग करने के लिए आमंत्रित किया गया।
उन्होंने बतायाः
“ये वही जगह है, जहां पर मैं पहले रहा था। मैं बताना चाहूंगा कि ये वो जगह है, जहां मैंने केविन रॉस के साथ 9 साल ट्रेनिंग ली। मैं कहूंगा कि केविन रॉस ने एक प्रोफेशनल फाइटर के रूप में मेरी उन्नति और विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया। मैं उस एकेडमी को उतना भी धन्यवाद नहीं दे सकता, जितने की वो हकदार है।”
भीड़ का दिल जीत लो
“सिल्की स्मूद” मार्शल आर्ट्स के ग्लोबल स्टेज पर मॉय थाई की अपनी तेज-तर्रार स्किल्स को दिखाने के लिए बेताब हैं। उनके लिए फैंस को भी उत्साहित होना चाहिए।
दरअसल, अबासोलो अमेरिकी स्ट्राइकर्स की एक लहर का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो वर्तमान में बड़े स्तर पर धूम मचा रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वो सर्कल में अपना अलग स्तर का दमदार प्रदर्शन करके दिखाएंगे।
कैलिफोर्निया निवासी ने बतायाः
“मैं जब भी बाउट करता हूं तो हमेशा खुद से ये पूछता हूं कि मॉय थाई में बेहद खूबसूरती से फाइट करो और भीड़ का दिल जीत लो। मेरी यही सबसे अहम बात है। मैं पूरी तरह से एक मनोरंजक फाइटर बनना चाहता हूं।
“मैं ऐसे बहुत से अमेरिकी फाइटर्स को नहीं जानता, जिनका स्टाइल मुझसे मिलता जुलता है। मैं ये इसलिए नहीं कर रहा हूं कि मैं किसी अन्य अमेरिकी एथलीट से बेहतर या खराब हूं, लेकिन कोई दूसरा अमेरिकी फाइटर नहीं है, जो मेरी तरह फाइट करता है। मैं इस बात को पूरी ईमानदारी से कह सकता हूं।”
मनोरंजन एक अलग बात है लेकिन 19 नवंबर को जब वो नोलन से मुकाबला करेंगे तो उनके हाथ पूरे एक्शन में नजर आएंगे। बेहद खतरनाक ब्रिटिश एथलीट को सर्कल के अंदर 5 महत्वपूर्ण मुकाबलों का अनुभव है, जिसमें से आखिरी 2 में उन्होंने जीत हासिल की है।
“सिल्की स्मूद” ऐसे प्रतिद्वंदी का सम्मान करते हैं कि वो मुकाबले के दौरान अलग-अलग महत्वपूर्ण हथियार इस्तेमाल करेंगे, लेकिन वो कुछ भी कर गुजरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने बतायाः
“मेरे विरोधी ताकतवर हैं और उनके पास बहुत सी अच्छी चीजें हैं। वो बहुत अच्छे हैं और मजबूत मॉय थाई फाइटर हैं। ऐसे में जहां तक उनकी कमजोरियों का सवाल है तो इसके बारे में मुझे नहीं पता। आप जब तक किसी के सामने खड़े नहीं होंगे, तब तक सामने वाले की कमजोरियों को बताना बेहद मुश्किल होगा। इस बात का कोई मतलब नहीं है कि आप अपने विरोधी से कितनी बार भिड़े हैं। मैंने देखा है कि मेरा प्रतिद्वंदी हर बार एक नए अवतार में नजर आता है। फिर मैं उसी हिसाब से उनका आंकलन करता हूं।”
अबासोलो कहते हैं कि वो जाहिर तौर पर अपनी जीत की भविष्यवाणी तो कर रहे हैं, लेकिन वो जीत की एक सटीक योजना बनाने के लिए तैयार नहीं हैं।
इसकी बजाय वो एक साधारण से नियम का अनुसरण कर रहे हैंः
“मैं बस वहां जाऊंगा, अपना काम करूंगा और भीड़ का दिल दिल लूंगा।”