क्यों नोएल ग्रॉन्जोन ने कम समय के नोटिस पर डेनिस ज़ाम्बोआंगा के खिलाफ फाइट स्वीकार की – ‘जीती तो बेल्ट के लिए जा सकती हूं’
नोएल “लिल मंकी” ग्रॉन्जोन ने कम समय के नोटिस पर ONE 167: Tawanchai vs. Nattawut II के लिए अपनी टीम की पूर्व साथी डेनिस “द मेनेस” ज़ाम्बोआंगा के खिलाफ मैच स्वीकारने में जरा भी देरी नहीं की।
8 जून को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में होने वाली फाइट से ग्रॉन्जोन सितारों से सजे एटमवेट MMA डिविजन में काफी आगे बढ़ सकती हैं।
ज़ाम्बोआंगा फिलहाल #2 रैंक की कंटेंडर हैं और उनका सामना मेन इवेंट में होने वाले ONE विमेंस एटमवेट MMA वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच के लिए थाई मेगास्टार स्टैम्प फेयरटेक्स से होना था। लेकिन चोट की वजह से स्टैम्प को अपना नाम वापस लेना पड़ा और चंद हफ्तों के नोटिस पर “लिल मंकी” ने ये मैच स्वीकारा।
ग्रॉन्जोन के पास कामयाबी हासिल करने की स्किल्स हैं, लेकिन उन्हें ONE में निरंतरता पाने में संघर्ष करना पड़ा है और उनका रिकॉर्ड चार मैचों के बाद 2-2 है।
फ्रेंच-थाई एथलीट ने onefc.com को बताया:
“ईमानदारी से कहूं तो ये बहुत बड़ा मौका है और बहुत सारे लोग मेरी जगह होना पसंद करते। तो मुझे अहसास हुआ कि मुझे मौका लेना चाहिए।
“ये मौका उस समय मिला है, जब मुझे अपने करियर को लेकर संशय हो रहा था। मैं सोच रही थी कि मेरे भाग्य में क्या लिखा है। अब सवालों और संशय का समय नहीं है। ये मजेदार फाइट होगी।”
वैसे तो ग्रॉन्जोन हमेशा जिम में होती हैं, मगर उन्होंने ज़ाम्बोआंगा के खिलाफ ट्रेनिंग कैंप में तैयारी शुरु कर दी है।
28 वर्षीय स्टार चिहीरो सवाडा के खिलाफ कड़े मुकाबले में मिली हार के बाद इस मैच में आ रही हैं और वो अपनी लय पाने की फिराक में होंगी:
“हमेशा कड़ी ट्रेनिंग करती हूं। मैं आनंद ले रही हूं। मैं पिछली फाइट का आनंद ना लेने की वजह से हारी। अब मैं कुछ शानदार करना चाहूंगी।”
यकीनन, ग्रॉन्जोन आनंद लेने के अलावा 8 जून को जीतना भी चाहती हैं। वो जानती हैं कि वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर के खिलाफ जीत उन्हें खिताबी मैच के करीब धकेल देगी।
इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने मैच के लिए तुरंत हामी भर दी थी:
“अगर मैं ये फाइट जीतती हूं तो थोड़ा समय लेकर आराम करना चाहूंगी। मैं पिछले कुछ समय से लगातार मेहनत कर रही हूं। उसके बाद बेल्ट के लिए फाइट करना लक्ष्य होगा।
“डेनिस एक टॉप कंटेंडर हैं। अगर मैं डेनिस के खिलाफ जीती तो बेल्ट के लिए जा सकती हूं। ये बड़ा मौका है, तभी मैंने इसे स्वीकार किया।”
ज़ाम्बोआंगा के साथ दोस्ती को बाजू रख मैच में भिड़ेंगी ग्रॉन्जोन
नोएल ग्रॉन्जोन जब सर्कल में उतरेंगी तो उनका सामना डेनिस ज़ाम्बोआंगा के रूप में एक जाने पहचाने चेहरे से होगा।
स्टैम्प और ज़ाम्बोआंगा की तरह, ये जोड़ी भी थाईलैंड के पटाया स्थित Fairtex Training Center में साथ में ट्रेनिंग करती थी।
ग्रॉन्जोन ने बताया:
“ये बुरी बात है कि स्टैम्प बाहर हो गईं। मैं इस फाइट को देखने का इंतजार कर रही थी। लेकिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। मैं थाई भी हूं। हम टीम की साथी रही हैं। ये वही कहानी होगी, लेकिन अलग फाइटिंग स्टाइल के साथ।”
साथ में ट्रेनिंग करने के बाद से “लिल मंकी” और “द मेनेस” अपने अलग-अलग रास्तों पर निकल गईं, लेकिन उनकी दोस्ती बरकरार रही।
लेकिन 8 जून को होने वाले मुकाबले में दोस्ती परे हो जाएगी:
“बिल्कुल, हम एक दूसरे के चेहरे पर वार नहीं करना चाहते। लेकिन अंत में हमारा लक्ष्य एक ही है। हमें ये करना ही होगा। हम फाइट के बाद डोनट्स साथ में खा सकते हैं।”
अब फुकेत स्थित Tiger Muay Thai में ट्रेनिंग करने वाली ग्रॉन्जोन ने अपने खेल में सुधार किया है। उन्होंने खुद को जूडो और रेसलिंग स्पेशलिस्ट से अच्छी मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट बना लिया है।
ONE 167 से पहले ज़ाम्बोआंगा के लिए वो सरप्राइज़ लेकर आ रही हैं:
“मैं शायद उन एथलीट्स में से एक हूं, जिन्होंने अपने खेल में सबसे ज्यादा सुधार किया है क्योंकि मैंने MMA बहुत देर से शुरु किया था।
“जब मैं MMA शुरु कर रही थी तो उनके साथ ट्रेनिंग की, तब से मुझमें बहुत सुधार हुआ है। मैंने अलग स्टाइल्स और अलग देशों की एथलीट्स से फाइट की है। मेरे हिसाब से उन्हें अलग फाइट में ये फर्क दिखेगा।”