एम्बर किचर को नॉकआउट करने की उम्मीद में डियांड्रा मार्टिन – ‘मैं खुद को जीतते हुए देख रही हूं’
डियांड्रा मार्टिन अभी इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकती हैं।
27 साल की ऑस्ट्रेलियाई एथलीट ONE Championship के शुरुआती Prime Video कार्ड में मॉय थाई स्टार से मुकाबला करने को लेकर रोमांचित हैं। वहीं दर्शकों की भीड़ के सामने एक बार फिर से फाइट करना उनके लिए सोने पर सुहागा जैसा होगा।
अमेरिकी प्राइमटाइम पर इस शुक्रवार, 26 अगस्त (भारत में शनिवार, 27 अगस्त) को सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में ONE Fight Night 1: Moraes vs. Johnson II के दौरान 128 पाउंड कैचवेट मॉय थाई मुकाबले में मार्टिन का सामना एम्बर किचन से होगा।
कैनबरा की मूल निवासी एथलीट उत्तरी अमेरिकी प्राइमटाइम दर्शकों के सामने अपनी स्किल्स का प्रदर्शन करने को लेकर रोमांचित हैं, लेकिन वो ब्रिटिश स्टार के साथ सर्कल शेयर करने को लेकर भी खुश हैं। आखिरकार, वो अपनी प्रतिद्वंदी और उनकी मशहूर मां की फैन जो हैं।
मार्टिन ने कहा:
“ये बहुत बढ़िया है। मुझे जब ये पता चला कि मेरा मुकाबला किससे होने जा रहा है तो ये जानकर मैं बहुत उत्साहित हो गई। मैं उनकी मां जूलिया किचन की बहुत बड़ी फैन हूं। मैंने उन्हें काफी समय तक फॉलो किया है। फिर जब कोच ने बताया कि मेरी फाइट Prime Video पर रहेगी और वहां दर्शक भी मौजूद होंगे तो ये सब जानकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ।”
किचन WBC इंग्लैड मॉय थाई चैंपियन हैं, जिनके पास प्रभावशाली 18-5-1 का रिकॉर्ड है। थाईलैंड के बाहर जन्मी वो सबसे बेहतरीन मॉय थाई फीमेल एथलीट मानी जाती हैं।
23 साल की कॉर्नवॉल निवासी इससे पहले एक बार ONE Championship में मुकाबला कर चुकी हैं, जिसमें उनका सामना सितंबर 2019 में विक्टोरिया लिपियांस्का से एक जबरदस्त फाइट में हो चुका है। हालांकि, वो उस मुकाबले में विभाजित निर्णय के जरिए हार गई थीं, लेकिन वो तीन राउंड वाली फाइट साल की सबसे शानदार बाउट में से एक थी।
इस गेम की सच्ची स्टूडेंट के तौर पर मार्टिन ने किचन की उस फाइट और पहले के मुकाबलों को अच्छी तरह से देखा है, ताकि वो आने वाले मैच के लिए असरदार योजना बना सकें।
मार्टिन ने कहा:
“उनके हाथ बहुत तेज चलते हैं और उनको हाथ चलाने में बहुत मजा भी आता है, लेकिन उन्होंने छोटे ग्लव्स में अब तक मुकाबला नहीं किया है इसलिए उनके लिए ये बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। हो सकता है कि वो उतना हाथ ना चला पाएं, जितना कि आप पीछे रहना और किक मारना चाहते हैं।
“वो अपने दाएं पैर को लिफ्ट करने और किक मारने में बेहतर हैं, जो कि काफी अच्छा माना जाता है अगर आप सिर पर मार सकें तो। इस वजह से मैं अपने हाथों को ऊपर रखने और ऐसी ही बाकी चीजों की ट्रेनिंग कर रही हूं। फिर भी कहना होगा कि वो काफी आक्रामक हैं।”
भले ही मार्टिन ने अपनी मॉय थाई यात्रा की शुरुआत देर से की हो, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में जबरदस्त प्रतिस्पर्द्धा के बीच उन्होंने तेजी से अनुभव हासिल किया है। 2021 में 10 जीत हासिल करने और दक्षिण अफ्रीकी-ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज योलान्डा श्मिट को हराने के बाद कैनबरा की मूल निवासी ने ONE Championship के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया।
ऐसे में किचन की ही तरह लंबी ऑस्ट्रेलियाई एथलीट ने केवल एक बार ही दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में मुकाबला किया है। हालांकि, बीती फरवरी को उनका सामना स्वीडन की प्रतिभाशाली एथलीट स्मिला संडेल से हुआ था, जिसमें वो हार गई थीं। इसके बाद से संडेल शुरुआती ONE विमेंस स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन बन गई हैं।
भले उन्हें एक हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन मार्टिन ने इससे कई अहम सबक सीखे हैं और वो Muay U में कड़ी ट्रेनिंग कर रही हैं, ताकि अपनी सबसे अच्छी फॉर्म में आकर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
उन्होंने कहा:
“स्मिला के साथ फाइट के बाद मैं अपने हाथों पर काम कर रही हूं क्योंकि अब मुझे पता चला है कि उनसे आप किस तरह का नुकसान पहुंचा सकती हैं। उस मुकाबले के बाद मैंने खुद पर ध्यान दिया और उसके बाद कई सारी अलग-अलग चीजों पर काम किया, जिसमें किक्स, क्लिंच, बॉक्सिंग और मेरी बाकी चीजें शामिल हैं। इस वजह से असलियत में उसमें कोई एक खास चीज शामिल नहीं है, जिस पर मैंने ध्यान दिया हो।”
किचन को हराने के लिए आत्मविश्वास से भरी हैं डियांड्रा मार्टिन
अपने प्रोमोशनल डेब्यू में भले ही डियांड्रा मार्टिन हार गई थीं, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सनसनी को भरोसा है कि ONE Fight Night 1 में अपने दूसरे मुकाबले में वो बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखा पाएंगी।
Muay U में नए पैंतरे सीखने के अलावा उभरती हुई स्टार को लगता है कि सर्कल में उनकी हालिया गतिविधि और 4-औंस के MMA ग्लव्स के साथ उनके अनुभव के चलते एम्बर किचन से मॉय थाई मैच के दौरान उनको इसका फायदा मिलने वाला है।
वास्तव में उन्हें लगता है कि इससे मुकाबला समय से पहले ही खत्म हो सकता है।
मार्टिन ने कहा:
“जब भी मैं किसी फाइट में जाती हूं तो मैं उसे जीतना चाहती हूं इसलिए मैं खुद को जीतते हुए देख रही हूं क्योंकि वो इस खेल से काफी लंबे समय तक दूर रही हैं। ऐसे में मैं पहले, दूसरे या तीसरे राउंड में संभावित नॉकआउट कर सकती हूं या फिर मैच अंत तक जा सकता है।
“मुझे खुद पर और अपनी क्षमताओं पर विश्वास है। मैं उन छोटे ग्लव्स में होने पर आत्मविश्वास से भरी जीत महसूस कर सकती हूं।”