पैचीओ ने सारूटा, Team Lakay और अन्य विषयों पर बात की
मौजूदा ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन जोशुआ “द पैशन” पैचीओ शुक्रवार, 24 सितंबर को ONE: REVOLUTION में जापानी स्टार योसूके “द निंजा” सारूटा से अपनी प्रतिद्वंदिता को समाप्त करना चाहेंगे।
फिलीपीनो स्टार 2019 में सारूटा को हराकर दोबारा चैंपियन बनने के बाद से ही इस ट्रायलॉजी बाउट का इंतज़ार कर रहे थे और अब वो डिविजन पर अपने वर्चस्व को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अपने अगले वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच से पहले Team Lakay के स्टार ने ONE Championship को दिए इंटरव्यू में सारूटा के खिलाफ मैच, उनके साथ प्रतिद्वंदिता, फिलीपींस से अकेले मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स चैंपियन होने और कई अन्य विषयों पर भी बात की।
ONE Championship: आप कई बार योसूके सारूटा के खिलाफ ट्रायलॉजी बाउट का जिक्र कर चुके हैं। आप उनके खिलाफ मैच का इंतज़ार क्यों नहीं कर पा रहे?
जोशुआ पैचीओ: मैं इस फाइट का इंतज़ार इसलिए नहीं कर पा रहा था क्योंकि मैं पहले से जानता था कि हमारा आमना-सामना एक बार फिर जरूर होगा। मुझे इस प्रतिद्वंदिता को समाप्त करना है। वो नंबर-1 कंटेंडर हैं इसलिए मुझे उनके खिलाफ ट्रायलॉजी बाउट का अंदाजा पहले ही हो चला था। वो इस टाइटल शॉट के हकदार हैं।
ONE: सारूटा के खिलाफ आपका पहला मैच बहुत करीबी रहा, जिसमें उन्होंने विभाजित निर्णय से जीत दर्ज की और दूसरे मुकाबले में आपने उन्हें नॉकआउट किया। दोनों फाइट्स में अंतर क्या रहा?
जोशुआ: पहले मैच में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया। फिर भी मुझे लगा कि जीत मुझे मिलनी चाहिए थी, सौभाग्य से मुझे तुरंत रीमैच मिल गया था।
मेरे हिसाब से दोनों फाइट्स के बीच कुछ भी नहीं बदला था क्योंकि 3 महीने बाद ही हमारा रीमैच हो गया था। मेरे ख्याल से गेम प्लान में थोड़ा बदलाव हुआ। मैंने दूसरी भिड़ंत में बैकफुट पर ना जाने की रणनीति अपनाई थी।
पहली फाइट के पहले राउंड में मैंने राउंडहाउस किक लगाई, जिसे उन्होंने पकड़ लिया था। रीमैच में मैं वैसा ही करने का प्रयास किया। पहले कुछ राउंड्स में मुझे स्ट्राक्स को लैंड करवाने के मौके नहीं मिल रहे थे क्योंकि सारूटा एक बेहतरीन एथलीट हैं। मगर चौथे राउंड में मेरी स्ट्राइक्स अच्छी टाइमिंग के साथ लैंड होने लगी थी।
ONE: कई लोग कह रहे थे कि नी-शॉट आपकी अच्छी किस्मत की वजह से लैंड हुआ। इस पर क्या कहना चाहेंगे?
जोशुआ: उनके लिए शायद वो मेरी अच्छी किस्मत रही, लेकिन मैंने अपना आधा जीवन मार्शल आर्ट्स में गुजारा है। मैं खुद में सुधार करने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करता हूं। अगर मैंने केवल 2 महीने की ट्रेनिंग के बाद उन्हें हराया होता तो उसे अच्छी किस्मत कहा जा सकता था।
वो फिनिश हमारे गेम प्लान का हिस्सा था। पिछले 15 साल से मैं इस खेल से जुड़ा हुआ हूं और मुझे लगता है कि अच्छी किस्मत का रोल अब मेरे करियर में बहुत कम हो गया है।
ONE: आप अभी तक “द निंजा” के साथ 9 राउंड्स रिंग में बिता चुके हैं। तीसरे मैच में आपके हिसाब से क्या होने वाला है?
जोशुआ: हम 2 बार भिड़ चुके हैं, एक-दूसरे से अच्छी तरह वाकिफ हैं और मेरा आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। मेरा गेम अब पहले से अलग है। हमारे बीच चाहे रेसलिंग हो या स्टैंड-अप गेम में फाइट हो, मैं केवल खुद पर भरोसा बनाए रखना चाहता हूं।
मेरा बढ़ा हुआ आत्मविश्वास इस फाइट में बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। अगर आप गौर करें तो पहली फाइट के दौरान मेरा आत्मविश्वास गिरा हुआ था, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
ONE: आपकी सारूटा पर जीत के बाद उन्होंने आपके पुराने प्रतिद्वंदी योशिताका नाइटो को हराया। उसके बारे में क्या कहेंगे और उस मैच से आपने क्या सीखा?
जोशुआ: मैंने उस फाइट को कई बार देखा है और पिछली रात भी उसे ही देख रहा था। वो धमाकेदार मैच रहा। मुझे लगता था कि नाइटो का स्टाइल कभी नहीं बदलेगा और स्ट्रॉवेट डिविजन के सभी फाइटर्स को उनके स्टाइल का अंदाजा होगा।
सारूटा उस मैच में टेकडाउन करने में सफल हो रहे थे और वो मुकाबला बहुत करीबी रहा। तीसरे राउंड में नाइटो ने फ्रंट फुट पर आकर दबाव बनाने की कोशिश की क्योंकि उन्हें अपने पिछड़ने का अंदाजा था। मगर अंत में सारूटा को जीत मिली, जिसके वो हकदार भी रहे।
मेरे हिसाब से सारूटा पर दबाव बनाना बहुत मुश्किल है। नाइटो शुरुआत में उनपर दबाव बना रहे थे, लेकिन उन्होंने धैर्य बनाए रखा। उस मैच से मुझे यही सीखने को मिला कि सारूटा पर दबाव बनाना मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं।
ONE: सारूटा के गेम प्लान का कौन सा हिस्सा आपको नुकसान पहुंचा सकता है?
जोशुआ: उनकी आक्रामकता और एथलेटिक एबिलिटी मेरे लिए दिक्कत पैदा कर सकती है। वो जिम्नास्ट हैं इसलिए काफी एथलेटिक हैं और बॉडी में लचीलापन भी है।
उनके खिलाफ पहले मैच में मुझे गिरे हुए आत्मविश्वास के कारण हार मिली थी। रीमैच में मैंने वापसी की और अब मुझे लगता है कि इस बार मुझे पहले से भी बेहतर तरीके से जीत मिलेगी।
ONE: आप किस तरह इस मैच को जीतना चाहते हैं?
जोशुआ: मैं केवल अपने गेम प्लान पर अमल करना चाहता हूं। काफी लोग मुझसे कह रहे हैं कि रीमैच की तरह मुझे उन्हें नॉकआउट करने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन निरंतर नॉकआउट की तलाश मेरे लिए खतरनाक साबित हो सकती है क्योंकि इससे मेरे नॉकआउट होने की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
जब तक मैं अपने गेम प्लान पर फोकस रखूंगा, तब तक मुझे जीत मिलने की संभावना ज्यादा होगी।
ONE: आपके टीम मेंबर लिटो आदिवांग ने कहा कि सारूटा में सुधार हुआ है, लेकिन आपके अंदर भी सुधार हुआ है। आपने विशेष रूप से किस चीज पर ज्यादा ध्यान दिया।
जोशुआ: जिम में हम सभी में सुधार हुआ है। हमने ड्रिल्स की और तकनीक में भी सुधार हुआ है। नई चीजों को सीखने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और अब मैं पंच या किक्स लगाने में थोड़ी भी हिचक नहीं दिखाऊंगा।
ONE: 2018 में फिलीपींस के 5 एथलीट्स ONE वर्ल्ड चैंपियंस थे, लेकिन अब आप ही अकेले चैंपियन बचे हैं। क्या इससे ज्यादा दबाव महसूस कर रहे हैं?
जोशुआ: मुझपर कोई दबाव नहीं है। अगर आप उसी के बारे में सोचते रहेंगे तो जरूर दबाव महसूस होगा, लेकिन मेरा ध्यान केवल इस बेल्ट को डिफेंड करने पर है। मुझे अपनी ट्रेनिंग पर भरोसा है कि मैं अपनी बेल्ट को रिटेन कर पाऊंगा इसलिए मुझे कोई दबाव महसूस नहीं हो रहा।
मुझे ये भी उम्मीद है कि मेरे एक या दो टीम मेंबर्स डैनी किंगड और स्टीफन लोमन भविष्य में वर्ल्ड चैंपियन बनेंगे।
ONE: लोग इस समय आपको Team Lakay में अगली जनरेशन का लीडर बता रहे हैं। इस पर क्या कहना चाहेंगे?
जोशुआ: सच कहूं तो जिम में दाखिल होने के बाद मैं किसी का गुरु नहीं शिष्य होता हूं। मैं इसलिए चैंपियन बन पाया हूं क्योंकि मैं बेस्ट फाइटर्स के साथ ट्रेनिंग करता हूं। मैं खुद से साइज़ में बड़े, खुद से ताकतवर फाइटर्स के साथ ट्रेनिंग करता हूं, इन्हीं वजहों से मैं वर्ल्ड चैंपियन बन पाया हूं।
जिम में कई ऐसे एथीट्स हैं जो मुझसे ताकतवर हैं। उनकी तकनीक मुझसे अच्छी है इसलिए मैं मानता हूं कि मेरे जिम से ज्यादा वर्ल्ड चैंपियंस निकल कर आएंगे।
ONE: लिटो आदिवांग भी ONE: REVOLUTION के कार्ड का हिस्सा हैं। क्या आप साथ में ट्रेनिंग कर रहे हैं?
जोशुआ: हम साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं, लेकिन हमारे विरोधियों के स्टाइल अलग-अलग हैं। हमारे पार्टनर्स अलग हैं जैसे जोमार पै-एक, झानलो सांगियाओ और स्टीफन लोमन। लेकिन कभी-कभी लिटो और मैं साथ में स्पारिंग करते हैं।
ONE: आपकी टीम में कौन सा एथलीट है जिसके साथ आप स्पारिंग करना एक कठिन काम मानते हैं?
जोशुआ: मेरे लिए केविन बेलिंगोन, स्टीफन लोमन और कार्लो बमिनांग ऐसे फाइटर्स हैं जिनके स्पारिंग सेशंस बहुत कठिन होते हैं।
ONE: ट्रायलॉजी बाउट्स में Team Lakay के एथलीट्स का प्रदर्शन खराब रहा है। क्या आप इस मान्यता से उलट परिणाम हासिल कर पाएंगे?
जोशुआ: मैंने इस तथ्य के बारे में कभी नहीं सुना और ना ही ध्यान दिया। मेरा ध्यान केवल अपनी बेल्ट को डिफेंड करने पर रहने वाला है। सभी अपनी स्किल्स में सुधार कर रहे हैं इसलिए एक चैंपियन बने रहना बहुत मुश्किल टास्क होता है। चाहे मुझमें हर रोज बहुत थोड़ा ही सुधार क्यों ना हो, लेकिन 24 सितंबर की फाइट में वो भी बड़ा अंतर पैदा कर सकता है।
ONE: आपके हिसाब से लिटो का हशीगटु के साथ मैच कैसा होगा?
जोशुआ: केवल मूव्स की बात करें तो लिटो बेहतर साबित होंगे। वो एक बेहतरीन स्ट्राइकर हैं, ग्रैपलिंग और रेसलिंग भी कर सकते हैं। वो हर तरह की चुनौती के लिए तैयार रहने वाले फाइटर हैं।
मैं लिटो को फ्यूचर वर्ल्ड चैंपियन मानता हूं इसलिए मुझे भरोसा है कि वो हशीगटु को सबमिशन या नॉकआउट से फिनिश कर पाएंगे।
ONE: स्ट्रॉवेट डिविजन में अभी तक जापान और द फिलीपींस के एथलीट ही चैंपियन बन पाए हैं। इस मैच में भी दोनों देशों के एथलीट्स आमने-सामने होंगे। इस प्रतिद्वंदिता पर आपका क्या कहना है?
जोशुआ: ये एक ऐतिहासिक प्रतिद्वंदिता है। हम सभी चीजों में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि जापानी एथलीट्स की स्किल्स बहुत शानदार हैं। हमें लगातार खुद में सुधार करते रहना होगा और मैं जानता हूं कि Team Lakay के युवा स्टार्स भी काफी सुधार कर रहे हैं।
दोनों देशों के बीच काफी कड़ी प्रतिस्पर्धात्मकता है। उन्होंने हमें खुद के लेवल को ऊंचा उठाने के लिए मजबूर किया है, हमें उनके खिलाफ मैचों से अपनी कमजोरियां भी पता चलेंगी। उदाहरण के तौर पर, नाइटो के खिलाफ मैच में मुझे अपनी कमजोरी के बारे में पता चला था, जिसमें मैंने सुधार किया। खुद के गेम को बेहतर बनाते रहना ही मार्शल आर्ट्स है।
ONE: सारूटा के अलावा डिविजन में बोकांग मासूनयाने, हिरोबा मिनोवा और जैरेड ब्रूक्स के रूप में कई नए एथलीट्स उभरकर सामने आए हैं। उनमें से किसने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया?
जोशुआ: बोकांग एक खतरनाक रेसलर हैं। रयूटो सवाडा के खिलाफ मैच में उन्होंने एकतरफा जीत हासिल की थी। वहीं अपने पिछले मैच में उन्होंने रेने कैटलन को नॉकआउट कर दिया था। वो हर मैच के साथ बेहतर होते जा रहे हैं।
मिनोवा भी बेहतरीन हैं, उन्होंने एलेक्स सिल्वा को ग्राउंड गेम में कड़ी टक्कर दी थी।
वहीं जैरेड ब्रूक्स की एथलेटिक एबिलिटी अच्छी है। उनके पास स्पीड है और खतरनाक सबमिशन गेम भी है, लेकिन वो बहुत ज्यादा बोलते हैं।
ONE: अगर आपको उन्हें रैंकिंग्स देनी हो, क्या आप ब्रूक्स को उनमें सबसे कमजोर मानते हैं?
जोशुआ: शायद, हां।
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