पेचडम: ‘हर एक जीत मुझे वर्ल्ड टाइटल के करीब पहुंचाती जाएगी’
“द बेबी शार्क” पेचडम पेटयिंडी एकेडमी 31 जनवरी को ONE: FIRE & FURY में वापसी कर जीत दर्ज करने के बाद एक बार फिर वर्ल्ड टाइटल पर नजरें गड़ाए हुए हैं।
पूर्व ONE फ़्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन ने फिलीपींस की राजधानी मनीला में हुए करीबी मुकाबले में मोमोटारो को हराया था लेकिन उन्होंने माना कि उनके जापानी प्रतिद्वंदी पर जीत दर्ज करना आसान काम बिल्कुल नहीं था।
हालांकि, वो अपनी रणनीति पर टिके रहे और मोमोटारो के स्टाइल को पीछे छोड़ते हुए बहुमत निर्णय से जीत दर्ज की।
पेचडम ने कहा, “वो काफी कठिन प्रतिद्वंदी रहे। वो लगातार अपने स्टांस में बदलाव कर रहे थे और कुछ बार उन्होंने मुझे फंसाया भी।वो लगातार आगे आ रहे थे और पीछे जा रहे थे जिससे मेरी स्ट्राइक्स की टाइमिंग पर फर्क पड़ रहा था।”
“मुझे ये भी महसूस हुआ कि मेरे शॉट्स सही तरीके से और सटीक निशाने पर लग रहे थे। मैं तेजी बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रहा था जिससे उन्हें अटैक करने का मौका ना मिल सके।
मैच एक तरह से “द बेबी शार्क” के प्लान के मुताबिक आगे बढ़ रहा था लेकिन उन्हें मोमोटारो की मूवमेंट पर पकड़ बनाने में थोड़ा समय जरूर लगा क्योंकि वो मॉय थाई स्टाइल में डायरेक्ट अप्रोच कम ही अपनाते हुए नजर आते हैं।
Oguni Gym के स्टार ने पहले राउंड में खतरनाक रूप अपनाते हुए बढ़त बनाई थी, जिससे ऐसा प्रतीत होने लगा था कि वो अपने थाई प्रतिद्वंदी पर जीत दर्ज करने वाले हैं। पेचडम जानते थे कि मैच में आगे बढ़ने के लिए उन्हें परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठाना होगा।
- कैसे गरीबी को पीछे छोड़ पेचडम ने अपने पिता के सपने को पूरा किया
- जोशुआ पैचीओ ने वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए सामने आईं चुनौतियों के बारे में बात की
- लैजेंड को हराने के बाद पीटर बस्ट ने वर्ल्ड चैंपियन को दी चुनौती
उन्होंने बताया, “केज में फाइट करना एक अलग चीज है, यहाँ का क्षेत्र बड़ा होता है। वो मेरे सामने ऐसे नहीं खड़े थे जैसे वो मॉय थाई में खड़े होते हैं, इसके बजाय वो इधर से उधर काफी ज्यादा मूवमेंट कर रहे थे।”
“मुझे दबाव महसूस हो रहा था और अटैक करने को लेकर मैं ज्यादा अच्छा महसूस नहीं कर पा रहा था लेकिन इसके बावजूद मुझे लगा कि मैंने पहले राउंड में अच्छा प्रदर्शन किया। जब राउंड समाप्त हुआ तो मेरी टीम ने मुझसे कहा कि किसी भी हालत में मुझे दूसरा राउंड जीतना ही होगा, मुझे और भी अधिक तेजी लानी होगी और उन्हें व्यस्त रखना होगा। मैं खुद सोच रहा था कि मैं उन्हें कैसे हरा सकता हूँ?”
उबोन राचाथानी से आने वाले 21 वर्षीय स्टार ने अपनी प्रभावशाली लेफ्ट किक से मैच में वापसी की और मोमोटारो की बॉडी को क्षति पहुंचाना जारी रखा, इससे उनका खुद पर आत्मविश्वास भी बढ़ा। अपने पिटारे में दमदार नी जोड़ने के साथ ही उन्होंने मैच जीता और जजों को इम्प्रेस करने में सफलता पाई।
उन्होंने कहा, “दूसरे राउंड में ज्यादा अच्छा महसूस कर रहा था। मैं उनके मूव्स को पढ़ने में सफल हो रहा था और मेरी स्ट्राइक्स की टाइमिंग बेहतर होने लगी थी। मेरी कॉर्नर टीम ने मुझसे कहा कि दूसरा राउंड मैंने जीत लिया है लेकिन तीसरे राउंड में और भी अधिक आक्रामकता दिखानी होगी।”
“मैंने वाकई में आगे बढ़कर उन्हें व्यस्त रखने की कोशिश की। किक्स लगाने में मुझे सफलता प्राप्त हो रही थी लेकिन अभी भी उन्हें कम नहीं आंकना चाहता था। वो अभी भी पंच लगा रहे थे और छोटे ग्लव्स पहनने से गलती की संभावना भी ज्यादा होती है।”
ये पेचडम की ONE Super Series में पांचवीं जीत रही। ग्लोबल स्टेज पर एकमात्र हार उन्हें इलियास “ट्वीटी” एनाहाचि के खिलाफ मिली जब उन्हें चैंपियनशिप गंवानी पड़ी थी।
हालांकि, मॉय थाई में वापसी से वो आत्मविश्वास से लबालब दिखाई दिए, Petchyindee Academy के स्टार ने बताया कि फिलहाल उनका सबसे बड़ा लक्ष्य किकबॉक्सिंग में जाकर उस हार का बदला लेना है।
पेचडम ने कहा, “ये मेरे लिए महत्वपूर्ण मैच रहा क्योंकि मुझे अपना टाइटल वापस चाहिए। हर एक जीत मुझे उस टाइटल चैलेंज के एक और कदम करीब पहुंचाती रहेगी।”
“इसके बाद मैं किकबॉक्सिंग में वापस लौटना चाहता हूँ। मैंने किकबॉक्सिंग इसलिए शुरू की थी क्योंकि वो मेरे लिए एक नया चैलेंज रहा। मेरा लक्ष्य किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल को जीतकर एक बार फिर चैंपियन बनने का है।”
ये भी पढ़ें: 5 चीजें जो हमें ONE: FIRE AND FURY से सीखने को मिलीं
सिंगापुर | 28 फरवरी | ONE: KING OF THE JUNGLE | टिकेट्स: यहां क्लिक करें
*ONE Championship की ऑफिशियल मर्चेंडाइज़ के लिए यहां हमारी शॉप पर आएं।