अकिमोटो को हराकर नए ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बने पेटटानोंग पेटफर्गस
पेटटानोंग पेटफर्गस ने कहा था कि वो 37 साल की उम्र में भी वर्ल्ड चैंपियन बनने की काबिलियत रखते हैं और शनिवार, 19 नवंबर को उन्होंने ऐसा करके भी दिखाया है।
ONE 163 के मेन इवेंट में थाई लैजेंड ने 5 राउंड तक चले मैच में हिरोकी अकिमोटो को हराकर ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल जीत लिया।
अकिमोटो शुरुआत में पंच और किक्स का मिश्रण करते हुए स्ट्राइकिंग कॉम्बिनेशंस लगा रहे थे।
वहीं #3 रैंक के कंटेंडर पेटटानोंग ने जापानी स्टार को फ्रंट-फुट पर आने से रोका नहीं और जब वो ज्यादा करीब आए तो थाई स्टार ने उन्हें लेफ्ट नी और किक्स लगा दीं।
दूसरे राउंड में पेटटानोंग के काउंटर मूव्स ज्यादा सटीक तरीके से लैंड होने लगे थे। अकिमोटो ने आगे आकर पंच लगाने की कोशिश की, लेकिन चैलेंजर ने उनके सिर और बॉडी पर लेफ्ट नी, किक्स और साउथपॉ स्टांस में रहते हुए स्ट्रेट्स लगाकर उन्हें झकझोरा।
तीसरे राउंड की शुरुआत तक अकिमोटो की बॉडी का दाहिना हिस्सा लाल पड़ चुका था, लेकिन असल में उनपर मानसिक दबाव भी बढ़ने लगा था।
डिफेंडिंग चैंपियन स्ट्राइक्स लगाने में असहज नजर आ रहे थे क्योंकि वो लगातार पेटटानोंग के काउंटर अटैक के चंगुल में फंस रहे थे।
हालांकि जापानी स्टार कुछ लेफ्ट हुक्स और राइट किक्स लगाने में सफल रहे, लेकिन थाई एथलीट की किक्स और नी स्ट्राइक्स अधिक प्रभावशाली साबित हुईं।
अकिमोटो चैंपियनशिप राउंड्स में संघर्ष करते दिखाई दिए। वो तेजी से अटैक नहीं कर पा रहे थे और सामने से निरंतर काउंटर अटैक्स भी हो रहे थे।
पेटटानोंग ने लेफ्ट बॉडी किक लगाकर उन्हें झकझोरा। हालांकि जापानी एथलीट ने जवाबी हमला करते हुए कुछ लो किक्स लगाईं, लेकिन शॉट्स की पावर में बड़ा अंतर देखने को मिला।
फिर भी पेटटानोंग ने धैर्य बनाए रखा और जब भी उनके प्रतिद्वंदी अटैक करने के लिए आगे आते, तभी वो लेफ्ट किक और लेफ्ट नी के जरिए काउंटर करते।
अंतिम राउंड के समाप्त होने के समय भी दोनों खतरनाक तरीके से एक-दूसरे पर अटैक करते रहे इसलिए जज भी परिणाम सुनाते समय संदेह में पड़ गए थे।
3 में से 2 जजों ने पेटटानोंग के पक्ष में फैसला सुनाकर उन्हें विभाजित निर्णय से विजेता घोषित किया। ये उनके करियर की 358वीं जीत रही और अब नए ONE बेंटमवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं।
मिच चिल्सन को दिए पोस्ट-फाइट इंटरव्यू में थाई लैजेंड ने कहा:
“मैं विभाजित निर्णय के परिणाम को देख चौंक उठा, लेकिन मुझे इतना भरोसा था कि जज मेरे पक्ष में फैसला सुनाएंगे।”