ऋतु फोगाट: फाइनल में स्टैम्प को हराने के लिए रेसलिंग ‘ट्रम्प कार्ड’ साबित होगी
ऋतु “द इंडियन टाइग्रेस” फोगाट रेसलिंग से मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में इसलिए आई थीं, जिससे ग्लोबल स्टेज पर चैंपियन बनकर अपने देश के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन सकें।
अब वो अपने सपने को पूरा करने के बेहद करीब हैं।
शुक्रवार, 3 दिसंबर को ONE: WINTER WARRIORS के को-मेन इवेंट में ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप का फाइनल होगा, जिसमें फोगाट का सामना स्टैम्प फेयरटेक्स से होना है।
टूर्नामेंट में 2 कठिन चुनौतियों को पार कर फोगाट टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं, जिनमें से मेंग बो के खिलाफ शानदार जीत भी एक रही। मगर अब स्टैम्प और फोगाट के बीच 15 मिनट का एक्शन तय करेगा कि सिल्वर बेल्ट किसके हाथ लगेगी।
उन्होंने कहा, “ये फाइट मेरे लिए बहुत अहम है। मैं ग्रां प्री बेल्ट को जीतने वाली पहली फीमेल एथलीट बन सकती हूं और ये मेरे देश के लिए गर्व की बात होगी।”
“यहां आने से पहले मैंने जो लक्ष्य तैयार किया था, उसे पाने के बहुत करीब हूं इसलिए फिलहाल अच्छा महसूस कर रही हूं। मैं इस मैच को जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दूंगी और जल्द ही चैंपियन बनने के सपने को भी पूरा करूंगी।”
“मैं युवा पीढ़ी को एक नई राह दिखा पाऊंगी।”
मगर जीत दर्ज करना इतना आसान भी नहीं होगा।
स्टैम्प ने भी 2 शानदार जीत पाकर करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। पूर्व ONE एटमवेट किकबॉक्सिंग और मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन का स्ट्राइकिंग गेम बहुत खतरनाक है।
थाई स्ट्राइकर कहती हैं कि उन्हें फोगाट की रेसलिंग का डर नहीं है, लेकिन “द इंडियन टाइग्रेस” मानती हैं कि स्टैम्प को डर लग रहा है, मगर उसे स्वीकारने से डरती हैं।
फोगाट ने सेमीफाइनल के बाद हुए स्टेयरडाउन को लेकर कहा, “मुझे उनकी आंखों में डर नजर आया और इस डर के लिए मैं उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहती।”
“अगर मैं उनकी जगह होती तो मैं भी डरी हुई होती क्योंकि उन्होंने मेरे रेसलिंग और बेहतर हो रहे स्टैंड-अप गेम को देखा है। मगर वो फैंस के सामने बहादुर बनने की कोशिश कर रही हैं, जिसका मैं उन्हे श्रेय भी देना चाहूंगी। लेकिन मेरी नजर उनके मुखौटे के पार चली गई थी।”
फोगाट के बढ़े हुए आत्मविश्वास का एक अच्छा कारण है।
स्टैम्प के ग्रैपलिंग गेम में कितना ही सुधार क्यों ना हुआ हो, लेकिन भारतीय स्टार ने अपना पूरा जीवन मैट्स पर बिताया है और मानती हैं कि Fairtex टीम की स्टार को इस बात का अहसास जल्द होने वाला है।
उन्होंने कहा, “स्टैम्प ने अभी तक मेरे जैसी रेसलर का सामना नहीं किया है। मैं रेसलिंग से पिछले करीब डेढ़ दशक के समय से जुड़ी रही हूं।”
“मुझे नहीं लगता कि केवल एक ट्रेनिंग कैम्प से स्टैम्प मेरे लेवल की रेसलिंग कर पाएंगी। मेरी बराबरी करने के लिए उन्हें अपना पूरा जीवन रेसलिंग को समर्पित करना होगा।”
इतने कठोर शब्दों के बाद भी Evolve MMA में फोगाट और उनके कोच, स्टैम्प को कम नहीं आंकना चाहते।
वो जानती हैं कि स्टैम्प का स्ट्राइकिंग गेम खतरनाक है, लेकिन उन्हें अपनी स्किल्स पर भी पूरा भरोसा है।
फोगाट ने कहा, “मैं उन्हें इस डिविजन की बेस्ट स्ट्राइकर नहीं कह सकती, लेकिन इतना जरूर मानती हूं कि वो बेस्ट स्ट्राइकर्स में से एक हैं। मैंने अपनी टीम के साथ मिलकर उनकी कमजोरियों और ताकत को परखा और उसी तरीके से ट्रेनिंग की।”
“फाइट के दौरान अगर वो दमदार स्ट्राइक को लैंड करवा पाईं तो मैं भी अपना ट्रम्प कार्ड खेलते हुए उनपर बढ़त बनाने की कोशिश करूंगी। इस बार मेरा प्लान पहले से अलग होगा, मगर उसके बारे में मैं कुछ उजागर नहीं करना चाहती।
“मुझे अपने स्टैमिना, अलग-अलग तरह की स्किल्स और इस खेल के प्रति बढ़ता ज्ञान पर भरोसा है कि मैं उनके खतरनाक मूव्स से बच पाऊंगी।”
“द इंडियन टाइग्रेस” मानती हैं कि वो मॉय थाई स्टाइलिस्ट को हरा सकती हैं, लेकिन अभी वो उसके आगे के बारे में नहीं सोच रही हैं।
उनका लक्ष्य “अनस्टॉपेबल” एंजेला ली को हराकर ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड चैंपियन बनना है, लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए पहले उन्हें 3 दिसंबर को स्टैम्प से निपटना होगा।
फोगाट ने कहा, “मुझे भरोसा है कि इस बड़े मैच में जीत मुझे मिलेगी, लेकिन अभी से जीत मान लेना मेरे लिए सही नहीं होगा।”
“मैं किसी भी हालत में फाइट को फिनिश करना चाहती हूं, फिर चाहे वो नॉकआउट से आए या सबमिशन से और मैं जल्द से जल्द उन्हें फिनिश करने की कोशिश करूंगी।”
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