प्राजनचाई ने डी बैला को हराकर ONE Friday Fights 68 में ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल पर कब्जा किया
28 जून को, प्राजनचाई पीके साइन्चाई ने उस श्रेणी में प्रवेश किया जिसके बारे में केवल कुछ ही फाइटर्स सपने देख सकते हैं।
29 वर्षीय थाई सुपरस्टार ने ONE Friday Fights 68 के मेन इवेंट में एक करीबी मुकाबले में पूर्व डिवीजनल किंग जोनाथन डी बैला को हराकर रिक्त ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल बेल्ट अपने नाम की, और ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप के साथ 2-स्पोर्ट ONE वर्ल्ड चैंपियन बन गए।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में फाइट की शुरुआत में डी बैला ने अपनी 5 इंच की रीच (पहुंच) से चतुराई से लाभ उठाया और प्राजनचाई को अपने पंचेस और किक्स से निशाना बनाया, जिससे वो दूरी कम करने में असमर्थ रहे।
लगभग दो राउंड तक इटालियन-कैनेडियन स्टार की रणनीति काम करती रही। लेकिन तीसरे राउंड में, प्राजनचाई ने अपने प्रतिद्वंदी के डिफेंस को भेदने का एक रास्ता खोज लिया और पैनी सटीकता के साथ स्ट्रैट लेफ्ट पंचेस और किक्स मारना शुरू कर दिया।
जैसे ही वो शॉट्स उनके जबड़े से टकराए, डी बैला का सिर चकरा गया और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी के दृष्टिकोण में अचानक बदलाव को परखने की कोशिश की।
चैंपियनशिप राउंड्स तक मुकाबला बराबरी का था, और दोनों फाइटर्स को ये पता था।
प्राजनचाई ने कमर कसी और डी बैला पर मुक्कों से प्रहार कर पूर्व चैंपियन के शरीर और बांहों पर किक्स मारी। डी बैला ने अपनी ओर से, भरपूर कोशिश की और कई बेमिसाल हैंड कॉम्बिनेशंस से जवाबी हमला किया।
ये एक ऐसी उच्चस्तरीय फाइट थी जिसमें विजेता को चुन पाना आसान नहीं था।
अंत में जजों ने प्राजनचाई को सर्वसम्मत निर्णय से विजेता घोषित किया, जिससे डी बैला को उनके प्रोफेशनल या एमेच्योर करियर में पहली हार का स्वाद चखना पड़ा।
PK Saenchai के प्रतिनिधि ने न केवल अपने करियर रिकॉर्ड को 343-52 तक सुधारा और 2-स्पोर्ट किंग बन गए; हो सकता है कि उन्होंने एक कड़ी प्रतिद्वंद्विता भी शुरू कर दी हो, जिसमें अगला मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा।