प्राजनचाई की दबदबे वाली वापसी और सागेंगार्म के नॉकआउट संग ONE Friday Fights 1 में हुआ ढेर सारा एक्शन
शुक्रवार, 20 जनवरी को लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में ONE Friday Fights 1 की रोमांचक शुरुआत के बाद कार्ड के ऑल-मॉय थाई हिस्से में लगातार बेहतरीन एक्शन का दौर जारी रहा।
मेन कार्ड में इन 5 विस्फोटक मैचों को शामिल किया गया था, जिन्होंने रात में पहले हुए मुकाबलों की तरह ही स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को बिल्कुल भी निराश नहीं किया।
अगर आप उन मुकाबलों से चूक गए हैं तो हम आपको बताएंगे कि थाइलैंड के बैंकॉक में हुए ONE Friday Fights 1 के दूसरे भाग में क्या-क्या हुआ।
प्राजनचाई ने बड़ी चतुराई से कोमपेट को हराया
रात की आखिरी बाउट में पूर्व ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन प्राजनचाई पीके.साइन्चाई ने विजेताओं के क्रम में खुद को शामिल करते हुए वापसी की। उन्होंने बॉक्सिंग की मास्टरक्लास लगाकर लुम्पिनी स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को उत्साहित करते हुए सर्वसम्मत निर्णय के जरिए कोमपेट सिटसारावटसुएर को पराजित कर दिया।
शुरुआती हमलों के साथ बेहद आक्रामक कोमपेट का सामना करते हुए प्राजनचाई ने अपने सिर की मूवमेंट और बिजली की तरह तेज हाथों का इस्तेमाल करके 22 साल के प्रतिद्वंदी के हर हमले का जोरदार जवाब दिया।
ऐसा ही दूसरे राउंड में भी चलता रहा, जहां पूर्व स्ट्रॉवेट मॉय थाई किंग ने अपनी इच्छा शक्ति का प्रदर्शन करना शुरू किया और दमदार लेफ्ट हैंड से हमवतन प्रतिद्वंदी को झकझोर कर रख दिया। कुछ ही वक्त बाद उन्होंने ताकतवर राइट क्रॉस लगाते हुए 2-डिविजन Lumpinee Stadium वर्ल्ड चैंपियन को गिरा दिया।
जब तक राउंड खत्म हुआ, तब तक ये साफ हो चुका था कि प्राजनचाई के हाथों की रफ्तार और सिर की मूवमेंट को कोमपेट के लिए किसी ना किसी तरह से रोकना जरूरी हो गया था।
Sitsarawatsuer टीम के एथलीट ने आखिरी राउंड में किसी भी तरह से उनके हमलों का रोकने के लिए जवाब देने की कोशिश की, लेकिन प्राजनचाई बेहद चालाक, तेज और अनुभवी फाइटर हैं। वो इस मुकाबले को ऐसे ही नहीं जाने देने वाले थे। उन्होंने बड़ी आसानी से सर्वसम्मत निर्णय के जरिए मॉय थाई और किकबॉक्सिंग में अपनी 339वीं जीत दर्ज कर ली।
खुनसुएकलैक उफाबूमदेक्सेन ने बनाया पेटबनराई सिंघा माविन पर दबदबा
खुनसुएकलैक उफाबूमदेक्सेन अपनी एटमवेट मॉय थाई भिड़ंत में पेटबनराई सिंघा माविन के खिलाफ जरा भी भयभीत नजर नहीं आए। उन्होंने पूरे तीन राउंड तक मुकाबला करने के बाद अपने देश के फाइटर के खिलाफ सर्वसम्मत निर्णय के जरिए जीत पक्की कर ली थी।
Boomdeksean के प्रतिनिधि ने सही समय पर क्रॉस लगाने के साथ तुरंत ही मुकाबले को अपने नियंत्रण में ले लिया, जिसने बाउट के शुरुआती पलों में ही में पेटबनराई को गिरा दिया। इसके बाद खुनसुएकलैक ने विरोधी के गार्ड को मिस करने पर ताकतवार हमलों के जरिए अपनी सटीकता का प्रदर्शन किया।
हालांकि, दर्शकों के उत्साहवर्धन के साथ दोनों फाइटर्स ने किक्स और नीज़ से एक-दूसरे पर खूब प्रहार किए। आखिरकार, खुनसुएकलैक का भारी-भरकम दबाव काम कर गया क्योंकि वो विरोधी के पास से घूमे और 22 साल के एथलीट पर बिना रुके हमले करते रहे।
जोश से भर चुके लुम्पिनी स्टेडियम के मौहाल में एक्शन का तड़का तब जोर पकड़ने लगा, जब दोनों फाइटर्स ने तीसरे और आखिरी राउंड में एक-दूसरे पर हमले करने तेज कर दिए। अपने पहले के राउंड्स में उन्होंने जमकर संघर्ष किया था। ऐसे में बाद में दोनों एथलीट्स सतर्क हो गए और शॉट्स लगाने से पहले अपनी रेंज से बाहर निकलने व अगले मूव के लिए सोच-समझकर कदम उठाने लगे।
तब भी खुनसुएकलैक ने दबाव बनाए रखा और लगातार स्ट्राइक्स लगानी जारी रखीं। इसके साथ उन्होंने जीत पक्की कर ली और अपना रिकॉर्ड 71-20-5 से बेहतर कर लिया।
कोमावट एफए.ग्रुप ने कांटे के मुकाबले में सैनसिरी पेट पोर.टोर.ओर को हराया
151-पाउंड कैचवेट मॉय थाई बाउट में कोमावट एफए.ग्रुप को सैनसिरी पेट पोर.टोर.ओर के खिलाफ सर्वसम्मत निर्णय के जरिए जीत दर्ज करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
FA.Group के फाइटर ने अपने थाई हमवतन विरोधी को शुरू से ही झटका देना शुरू कर दिया था। उन्होंने पहले ही राउंड में नॉकडाउन स्कोर करते हुए 8-काउंट के लिए सैनसिरी को मजबूर कर दिया। इसके साथ ही दर्शकों से खचाखच भरे लुम्पिनी स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गई।
ONE के दिग्गज फाइटर पोंगसिरी पीके.साइन्चाई के जुड़वा भाई सैनसिरी इस हमले से खुद को उबारते हुए बराबरी से टक्कर देने लगे। दूसरे राउंड में वो कोमावट पर पंचों और एल्बोज़ से टूट पड़े, ताकि प्रतिद्वंदी को क्षति पहुंचाकर वो पॉइंट्स हासिल कर सकें। पूरे राउंड में पीछे से आकर हमला करने का उनका प्रयास जारी रहा। इससे FA.Group के स्टार एथलीट बैकफुट पर चले गए और उन्हें लगातार हमले झेलने पड़े।
तीसरे राउंड में पहुंचने के बाद बाउट किसी ओर भी रुख कर सकती थी। सैनसिरी ने जोश के साथ सर्कल में वापसी करने की कोशिश की, लेकिन कोमावट ने उनकी आक्रामकता को अपने काउंटर्स के साथ ठंडा करते हुए स्कोरबोर्ड पर खुद को आगे बढ़ा दिया।
कोमावट की जीत ने उनके प्रभावशाली मॉय थाई रिकॉर्ड को बेहतर करके 46-12-3 तक पहुंचा दिया है।
पिएकउथाई के खिलाफ 3 राउंड चली रोमांचक बाउट में सोनराक ने अपना प्रभाव छोड़ा
सोनराक फेयरटेक्स और टाई सोर.जोर.पिएकउथाई ने स्थानीय दर्शकों का 3 राउंड तक चले कड़े मुकाबले में भरपूर मनोरंजन किया। फिर भी आखिर में Fairtex के एथलीट ने फ्लाइवेट मॉय थाई मुकाबले में निर्णय के जरिए जीत दर्ज कर ली।
दोनों एथलीट्स ने पारंपरिक थाई अंदाज में बाउट शुरू की, लेकिन उन्हें रफ्तार पकड़ने में जरा भी देर नहीं लगी।
दोनों के बीच पहला राउंड बहुत करीबी रहा। दूसरे राउंड की शुरुआत में सोनराक को पहला जोरदार हमला करने का मौका मिला और उन्होंने अपने हिला देने वाले राइट हुक की बदौलत विरोधी को नीचे गिरा दिया। फिर भी 21 साल के एथलीट जल्द ही अपने पैरों पर खड़े हो गए और बर्मीज़ प्रतिद्वंदी को पछाड़ना शुरू कर दिया।
दूसरे राउंड में दोनों फाइटर्स के बीच कांटे का मुकाबला हुआ और ये दौर तीसरे व आखिरी राउंड में भी उसी तरह जारी रहा। हालांकि, जब तक Fairtex स्टार रिंग छोड़ते, तब तक वो स्कोरबोर्ड में आगे जा चुके थे। इस तरह से उन्होंने जीतकर अपना रिकॉर्ड 61-17-3 से आगे बढ़ा लिया।
सागेंगार्म जित्मुआंगनोन ने सुआयाई चोर.हापयाक के खिलाफ ट्रायलॉजी फाइट जीती
सागेंगार्म जित्मुआंगनोन ने ONE Friday Fights 1 के दूसरे हिस्से की शुरुआत अपने पुराने प्रतिद्वंदी सुआयाई चोर.हापयाक के खिलाफ रोमांचक, लेकिन बेहद छोटे मुकाबले के साथ की। दोनों के बीच हुए इस तीसरे मुकाबले में आखिरकार सागेंगार्म जीत का स्वाद चखने में सफल रहे।
अपनी बेहतर पहुंच और लंबाई के सहारे 22 साल के Jitmuangnon Gym के प्रतिनिधि ने 112-पाउंड कैचवेट मॉय थाई मुकाबले में एल्बोज़ और लो किक्स लगाईं।
सुआयाई के दबाव के बावजूद सागेंगार्म अपने विरोधी को पीछे करने में सफल रहे और तब तक नहीं रुके, जब तक उन्होंने अपना पहला नॉकडाउन नहीं कर लिया। आगे बढ़कर एल्बोज़ से प्रहार करते हुए Jitmuangnon जिम के प्रतिनिधि ने अपने 29 साल के प्रतिद्वंदी को सटीक हमलों से हताश कर दिया।
एक के बाद एक किक्स जड़कर सागेंगार्म ने सुआयाई को बैकफुट पर फाइट करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने ताकतवर बॉडी किक जड़ी, जिसके बाद पंचों की बौछार कर दी। इस तरह पहले राउंड के खत्म होने के 13 सेकंड पहले ही उन्होंने विरोधी को नॉकआउट कर दिया।
इस शानदार शुरुआत ने उनके रिकॉर्ड को 101-30 तक पहुंचा दिया।