आरियन सादिकोविच को हराकर रेगिअन इरसल ने अपने खिताब का किया शानदार बचाव
रेगिअन “द इम्मोर्टल” इरसल अब 5 बार के ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं, उनकी विनिंग स्ट्रीक 19 मैचों की हो गई है और इससे उन्होंने अपने आलोचकों को करारा जवाब भी दिया है।
उनके आलोचकों में से एक आरियन “गेम ओवर” सादिकोविच भी रहे, जिन्हें शुक्रवार, 22 अप्रैल को ONE 156 के मेन इवेंट में इरसल के खिलाफ सर्वसम्मत निर्णय से हार झेलनी पड़ी।
सादिकोविच ने कहा था कि वो “द इम्मोर्टल” को फिनिश कर इस डिविजन को एक नई दिशा में आगे बढ़ाएंगे। हालांकि, दूसरे राउंड में चैलेंजर ने शानदार नॉकडाउन स्कोर किया, लेकिन इरसल ने सही मौकों पर अटैक करते हुए अपने वर्ल्ड टाइटल को रिटेन किया।
पहले राउंड में सादिकोविच ने आगे आकर पंच लगाए, जिससे इरसल को मजबूरन बैकफुट पर जाना पड़ा।
मगर डच-सूरीनामी सुपरस्टार ने धैर्य बनाए रखा और मौका मिलते ही लॉन्ग नी लगाकर अपने विरोधी की बॉडी को क्षति पहुंचा रहे थे।
मैच का सबसे चौंकाने वाला लम्हा दूसरे राउंड में देखने को मिला, जब “गेम ओवर” ने पंचिंग कॉम्बिनेशन के बाद इरसल की ठोड़ी पर फ्लाइंग नी लगाई, जिससे डिफेंडिंग चैंपियन नीचे जा गिरे।
वर्ल्ड चैंपियन 8-काउंट का जवाब देकर फाइट में बने रहे, लेकिन किसी ONE Championship फैन ने उन्हें इस हालत में नहीं देखा था। वहीं तीसरे राउंड में ऐसा लगने लगा था कि सादिकोविच मैच को जल्द से जल्द फिनिश करने की कोशिश करेंगे।
“द इम्मोर्टल” ने अगले 2 राउंड्स तक बैकफुट पर रहकर चतुराई भरे अटैक किए। इस बीच उन्होंने कई खतरनाक नी स्ट्राइक्स भी लगाईं, जिससे जर्मन एथलीट के दमदार पंच समय बीतने के साथ कमजोर पड़ने लगे थे।
इरसल ने पंचिंग कॉम्बिनेशन भी लगाए और अपने प्रतिद्वंदी के गार्ड को चीरते हुए दमदार तरीके से अटैक किया।
चौथे राउंड के अंत में सादिकोविच के चेहरे पर थकान साफ नजर आने लगी थी, वहीं Sityodtong Amsterdam टीम के स्टार को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उन्होंने एक और जीत सुनिश्चित कर ली है।
पांचवें राउंड में “द इम्मोर्टल” ने सबको याद दिलाया कि वो क्यों इस डिविजन के सबसे सफल चैंपियन रहे हैं। उन्होंने स्टेप-इन नी से लेकर खतरनाक हुक्स लगाते हुए अपने प्रतिद्वंदी पर दबाव बनाए रखा।
इस शानदार प्रदर्शन के कारण तीनों जजों ने इरसल के पक्ष में फैसला सुनाया। इस जीत के साथ उनका रिकॉर्ड 58-4 का हो गया है और लाइटवेट किकबॉक्सिंग किंग के रूप में अपनी विरासत को भी आगे बढ़ाया।