ONE: MARK OF GREATNESS प्रीलिमिनरी कार्ड के स्टार्स

बहुत ही कम लोगों ने उम्मीद की थी कि साल 2019 के आखिरी ONE इवेंट ONE: MARK OF GREATNESS में इतने बेहतरीन मुकाबले देखने को मिलने वाले हैं।
एक तरफ युवा योद्धाओं ने अपनी स्किल्स से फैंस का दिल जीता तो वहीँ अनुभवी स्टार एथलीट्स ने भी कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको ONE: MARK OF GREATNESS के प्रीलिमिनरी कार्ड में हुई कुछ चौंकाने वाली चीजों से अवगत कराने वाले हैं।
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इलायस महमूदी ने लर्डसीला की स्ट्रीक का अंत किया
एक तरफ मॉय थाई के लैजेंड एथलीट्स में से एक लर्डसीला फुकेत टॉप टीम थे जो इलायस महमूदी “द स्नाइपर” से काफी ज्यादा अनुभवी थे। लेकिन इलायस ने फाइट के शुरू होने से ही लर्डसीला पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था।
इलायस लगातार हाई-किक्स और नी के प्रहार से अपने प्रतिद्वंदी पर दबाव बना रहे थे। खास बात तो यह रही कि उनकी अधिकतर किक्स सटीक निशाने पर लैंड हो रही थीं।
दूसरे राउंड में ज़रूर लर्डसीला ने वापसी का प्रयास किया और पहले राउंड के डिफेंस से उलट उन्होंने आक्रामक रुख अपनाना ठीक समझा। अभी उन्हें वापसी किए ज्यादा समय नहीं बीता था तभी इलायस ने एक बार फिर मौके का फायदा उठाते हुए जोरदार किक्स लगानी शुरू कर दीं।
मुकाबला तीसरे राउंड में पहुंचा और इस बार लर्डसीला के अनुभव को खुद से काफी युवा एथलीट के आगे घुटने टेकने पड़े क्योंकि महमूदी लगातार अपने प्रतिद्वंदी के शरीर पर प्रहार कर रहे थे। इलायस को आखिर में सर्वसम्मति से विजेता घोषित किया गया।
इलायस महमूदी का रिकॉर्ड अब 32-4 का हो गया है, वहीँ लर्डसीला की पिछले 4 सालों से चली आ रही स्ट्रीक को भी अब अंतिम रूप मिल गया है।
चेन रुई को अच्छी शुरुआत का बाद में मिला फायदा
चेन रुई “द घोस्ट” को मुकाबले में आक्रामक शुरुआत का फायदा आखिर में जाकर मिला जब उन्हें मुहम्मद आइमान “जंगल कैट” पर तीसरे राउंड में जीत मिली।
चेन रुई ने अपने जोरदार राइट हैंड एक नहीं बल्कि 2 बार आइमान को नीचे गिराने में सफलता प्राप्त की थी मगर किसी तरह मलेशियाई फाइटर दोनों हमलों को झेलने में सफल रहे।
एक समय लग रहा था कि “जंगल कैट” दूसरे राउंड तक भी रुई के प्रहार को नहीं झेल पाएंगे लेकिन कड़ा संघर्ष करते हुए वो ना केवल दूसरे राउंड में पहुंचे बल्कि तीसरे राउंड तक भी बाउट को खींचने में सफल रहे।
उन्होंने ज़रूर कुछ लो-किक्स से मुकाबले में वापसी करने की कोशिश की लेकिन “द घोस्ट” की ओर से आ रहे लगातार जोरदार पंच को वो रोक नहीं पा रहे थे। आखिर में 23 वर्षीय योद्धा को सर्वसम्मति से विजेता घोषित किया गया।
टियाल थैंग ने अपने प्रदर्शन में नहीं आने दी कोई कमी
टियाल थैंग “द ड्रैगन लेग” भी उन्हीं फाइटर्स में से एक रहे जिन्होंने अपने प्रतिद्वंदी पर पहले ही मिनट से पकड़ बनानी शुरू कर दी थी और लगातार वो किम वून क्यूम पर दबाव बनाते रहे।
जैसे ही उन्हें मौका मिला उन्होंने किम वून को टेकडाउन कर लगातार पंच और एल्बोज बरसानी शुरू कर दी थीं।
यह तो साफ था कि दक्षिण कोरियाई योद्धा टियाल के सामने संघर्ष करते दिखाई दे रहे थे मगर बीच-बीच में ज़रूर उन्होंने अपनी राइट किक से प्रहार करने का प्रयास किया।
अपनी बेहतरीन बॉक्सिंग स्किल्स से टियाल अपने प्रतिद्वंदी को नीचे गिराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे और आखिर में टियाल थैंग को सर्वसम्मति से जीत हासिल हुई। अब उनका प्रोफेशनल रिकॉर्ड 2-0 का हो गया है।
यूं चांग के आगे रोडियन मेचावेज़ की एक ना चली
यूं चांग मिन “द बिग हार्ट” ने कैच वेट के 72 किलोग्राम भारवर्ग में रोडियन मेचावेज़ को हराकर ONE में अपनी चौथी जीत दर्ज की है।
दक्षिण कोरियाई फाइटर बाउट के शुरू होते ही लो-किक्स से अपने प्रतिद्वंदी को क्षति पहुंचाना चाहते थे और सफल भी साबित हुए क्योंकि वो मेचावेज़ को ग्राउंड पर गिराने में सफल रहे थे। इस मौके का उन्होंने भरपूर फायदा उठाया और लगतार एल्बोज और पंच की बरसात कर डाली।
यूं चांग ने दूसरे राउंड में अलग रणनीति अपनाई और लगातार मेचावेज़ को पीछे धकेलते रहे। इसी दौरान मौका मिलते ही उन्होंने एक जंपिंग नी लगाई जिससे उन्हें फ्रंट हेडलॉक लगाने का मौका भी मिला।
मेचावेज़ ने यूं चांग के डबल लेग टेकडाउन को काउंटर करने की भी कोशिश की लेकिन इससे पहले वो सबमिशन से निकल पाते उससे पहले ही रेफरी ने मुकाबले को रोक दिया था। दूसरे राउंड में 1:45 सेकेंड बाद दक्षिण कोरियाई फाइटर को जीत हासिल हुई और अब उनका मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स रिकॉर्ड 4-0 का हो गया है।
अच्छी शुरुआत के बाद पिछड़े रुई बोटेल्हो
टाईकी नाइटो “साइलेंट स्नाइपर” शुरुआत से ही बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे थे क्योंकि वो आक्रामकता के साथ-साथ अपने पंच की ज्यादा दूर तक पहुंच का बी फायदा उठा रहे थे।
पहले राउंड में ज़रूर रुई बोटेल्हो ने अच्छे पंच लगाए थे वहीँ नाइटो पहले राउंड में थोड़े कमजोर नजर आए। लेकिन दूसरे राउंड में “साइलेंट स्नाइपर” ने जबरदस्त वापसी की और लगातार पंच और किक्स से बोटेल्हो के चेहरे को निशाना बनाते रहे।
तीसरे राउंड में बोटेल्हो काफी थक चुके थे लेकिन इसके बावजूद वो पंच लगाते रहे लेकिन अधिकतर पंच निशाने पर नहीं लग पाए। आखिर में नाइटो को सर्वसम्मति से विजेता घोषित किया गया और उनका रिकॉर्ड अब 31-8 का हो गया है।
सोवनाह्री की गलतियों से हयानी बास्तुस को पहले राउंड में मिली जीत
ब्राजील की हयानी बास्तुस को ज़रूर उम्मीद से ज्यादा खुशी हुई होगी कि अपने ONE डेब्यू में ही उन्होंने पहले राउंड में जीत दर्ज की है। उन्होंने फ़्लाईवेट भारवर्ग के इस मुकाबले में सोवनाह्री एम को हराया है।
सोवनाह्री जिस प्लान के साथ उतरी थीं उसे उन्होंने अपनाया भी क्योंकि शुरुआत में वो आक्रामक अंदाज में ग्रैपलिंग के सहारे अपनी प्रतिद्वंदी को नीचे गिराने की कोशिश कर रही थीं। लेकिन उनकी ग्रैपलिंग स्किल्स उन्हीं के लिए मुसीबत बन जाएंगी ऐसा शायद ही उन्होंने सोचा होगा।
जैसे ही उन्होंने डबल लेग टेकडाउन लगाने का प्रयास किया उन्होंने अपनी गर्दन को खुला छोड़कर ब्राजील की एथलीट को चोक लगाने की खुली छूट दे दी थी। जिस तरह की उम्मीद थी हुआ भी वैसा ही क्योंकि बास्तुस ने चोक लगाया और केवल 2:40 मिनट में फाइट को रोक दिया गया।
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