ऋतु फोगाट ने दूसरे मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स मैच में मिली जीत के बारे में बात की
ONE: KING OF THE JUNGLE में ऋतु “द इंडियन टाइग्रेस” फोगाट ने दिखाया कि क्यों वो विमेंस एटमवेट डिविजन की बाकी एथलीट्स के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं।
भारतीय सुपरस्टार ने शुक्रवार, 28 फरवरी को “मिस रेड” वू चाओ चेन के खिलाफ जबरदस्त ग्रैपलिंग स्किल्स का प्रदर्शन करते हुए मुकाबले को पूरी तरह अपने कंट्रोल में रखा और एकतरफा जीत हासिल की।
फोगाट की शानदार जीत के बाद अब उनका प्रोफेशनल रिकॉर्ड 2-0 हो गया है और वो देश के लिए पहला ONE वर्ल्ड टाइटल जीतने के रास्ते पर सही दिशा में निकल पड़ी हैं।
उन्होंने कहा, “ये मेरी मंजिल की तरफ दूसरा कदम था।”
“मैच जीतने के बाद बहुत अच्छा लगा, जीत के बाद मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ा है। ओवरऑल प्रदर्शन में मुझे पिछले मैच से काफी अच्छा फील हो रहा है।
“मैं खुश हूं। जो चीज पहले मैच में नहीं कर पाई, वो इस मैच में किया। मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं।”
“द इंडियन टाइग्रेस” को जिस एक चीज़ से निराशा हुई, वो था कि उन्हें अपनी विरोधी को नॉकआउट कर पाने में कामयाबी हासिल नहीं हुई। 25-वर्षीय स्टार ने इस बात को माना कि वो मैच को फिनिश नहीं कर पाईं क्योंकि उन्हें इसके लिए बनाए गए प्लान को अमल में लाने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी।
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हालांकि, इस मैच में काफी सारी पॉजिटिव चीज़ें हुईं और वो अपने ताबड़तोड़ प्रदर्शन की वजह से जीत हासिल कर पाने में कामयाब रहीं।
उन्होंने बताया, “मैच के लिए जो रणनीति बनाई थी, वो नहीं चली।”
“काफी बार ऐसा होता है, जो चीज हम सोचते हैं, वो नहीं हो पाती। मेन यही था कि बस जीतना है, चाहे कैसे भी हो। मैं खुश हूं कि मैच को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में रख पाई।”
“द इंडियन टाइग्रेस” को भले ही स्टॉपेज के जरिए जीत ना मिल पाई हो, हालांकि इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि पिछले साल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में आने वालीं फोगाट का अब तक का सफर शानदार और कामयाबी भरा रहा है।
हरियाणा से आने वाली एथलीट को अपने से कहीं ज्यादा अनुभवी प्रतिद्वंदी से कड़ी टक्कर मिली। सिंगापुर में जिस तरह से फोगाट को उनकी प्रतिद्वंदी ने टक्कर दी, वो उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाईं।
उन्होंने कहा, “मैं अपनी हर प्रतिद्वंदी की इज्जत करती हूं। उन्होंने मुझे अच्छा कॉम्पिटिशन दिया। वो चीज़ आगे आने वाले मैचों के लिए मेरे लिए अच्छी साबित होगी।”
“हर मैच से कुछ ना कुछ सीखते हैं। इस मैच से मैंने काफी कुछ सीखा है, कोच ने भी बताया था कि आप इस मैच को फिनिश कर सकती थीं लेकिन फिर भी आपका प्रदर्शन अच्छा रहा।”
इस मैच में एक और यादगार चीज हुई जिसे फोगाट कभी नहीं भुला पाएंगी। दरअसल, उनके पिता महान रेसलर और कोच महावीर सिंह फोगाट Evolve टीम के साथ कॉर्नर में मौजूद थे।
भारतीय रेसलिंग सुपरस्टार को छोटी उम्र से ही अपने पिता द्वारा दी गई सीख और कोचिंग की आदत रही है। ONE: KING OF THE JUNGLE के मैच में वो अपने पिता को सर्कल के बाहर पाकर काफी खुश हुईं।
उन्होंने हंसते हुए बताया, “काफी अच्छा लग रहा था। जब पहले राउंड के बाद कॉर्नर में गई तो पापा ने कहा था कि मैच को फिनिश करो, इतना टाइम क्यों ले रही हो।”
“पापा मैच के लिए आए थे, तो गर्व महसूस हो रहा था।”
सर्कल में फोगाट का परफेक्ट रिकॉर्ड कायम है और वो जल्द से जल्द दोबारा मुकाबला करने के लिए बेताब होंगी।
फोगाट के दिमाग में फिलहाल कोई प्रतिद्वंदी नहीं है। उनका ध्यान सिर्फ और सिर्फ ट्रेनिंग पर लगा हुआ है। हालांकि, वो The Home Of Martial Arts के विमेंस एटमवेट डिविजन में किसी का भी मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, “जो कुछ भी कोच कहेंगे और जो मैच मुझे मिलेगा, मैं उसके लिए तैयार हूं।”
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