टूर्नामेंट में मिले दूसरे मौके का पूरा फायदा उठाने की फिराक में हैं रोडलैक
रोडलैक पीके.साइन्चे मॉयथाईजिम को ONE बेंटमवेट मॉय थाई टूर्नामेंट जीतने का दूसरा मौका मिला है और वो शुक्रवार, 28 अगस्त को इस मौके का भरपूर फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।
“द स्टील लोकोमोटिव” के नाम से मशहूर स्टार का सामना “लेफ्ट मीटियोराइट” कुलबडम सोर. जोर. पिएक उथाई से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में होने वाले ONE: A NEW BREED में टूर्नामेंट के फाइनल में होगा।
टूर्नामेंट के विजेता को ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन नोंग-ओ गैयानघादाओ के खिलाफ टाइटल मैच प्राप्त होगा।
रोडलैक ने ONE Championship को साल 2019 में जॉइन किया और काफी सफलता हासिल की।
थाई दिग्गज ने लियाम हैरिसन, एंड्रयू मिलर और क्रिस शॉ के खिलाफ लगातार तीन जीत हासिल की और वो जल्द ही #5-रैंक के बेंटमवेट किकबॉक्सिंग कंटेंडर बन गए।
करियर में कुल 128 जीत के साथ रोडलैक इस महीने की शुरुआत में हुए ONE: NO SURRENDER II में ONE बेंटमवेट मॉय थाई टूर्नामेंट में शामिल हुए। उनका सामना सेमीफाइनल मैच में सैमापेच फेयरेटक्स से हुआ लेकिन उन्हें एक कड़े मुकाबले में हार का मुंह देखना पड़ा।
हालांकि, हार के बावजूद भी उन्हें टूर्नामेंट के फाइनल में मुकाबला करने का मौका मिला क्योंकि उनके हमवतन साथी सैमापेच को चोट लग गई थी।
रोडलैक ने कहा, “सैमापेच के नाम वापस लेने की वजह से मेरी फाइनल में एंट्री हुई। मैं ये मौका पाकर काफी खुश हूं और वर्ल्ड चैंपियनशिप के करीब आ गया हूं। जैसा ही मुझे मैच के बारे में पता चला, मैं तुरंत ट्रेनिंग में जुट गया।”
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शुक्रवार को Channel 7 Stadium मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन के सामने रिंग में कुलबडम होंगें, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में “द मिलियन डॉलर बेबी” सांगमनी क्लोंग सुआनप्लूरिज़ॉर्ट को पहले ही राउंड में ढेर कर दिया था।
रोडलैक दो-डिविजन के Lumpinee Stadium मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन से अच्छी तरह से वाकिफ हैं और ONE: NO SURRENDER III में शानदार नॉकआउट देखने के बाद उन्हें अपने जिम के फेमस लीडर से पूरी सलाह मिलेगी।
मॉय थाई लैजेंड ने कहा, “मेरे पास मॉय थाई दिग्गज साइन्चे (पीके.साइन्चे मॉयथाईजिम) हैं। वो मुझे लगातार सलाह दे रहे हैं कि कुलबडम के खिलाफ किस तरह से फाइट करनी है।”
“मैं जानता हूं कि सांगमनी को पहले ही राउंड में पराजित करने के बाद कुलबडम को गर्व हो रहा होगा। काफी लोगों ने उन्हें नजरअंदाज किया और माना था कि उनकी स्किल्स सांगमनी के आगे कमजोर हैं।
“जब से उन्होंने बॉक्सिंग के मुकाबले किए हैं, तब से मैंने काफी सुधार देखा है। उन्होंने पंचों की जबरदस्त ट्रेनिंग की है और वो पहले से कहीं ज्यादा ताकतवर और खतरनाक हो गए हैं। मुझे उन पंचों से बचकर रहना होगा।”
देखा जाए तो इन दोनों एथलीट्स का स्टाइल एक जैसा ही है।
दोनों ही आगे बढ़ना, लो किक्स और उसके बाद पंच लगाना पसंद करते हैं, खासकर अपने-अपने क्रॉस। हालांकि, उनके बीच सिर्फ और सिर्फ स्टांस का अंतर है।
रोडलैक ने कहा, “मैं ऑर्थोडॉक्स (दाएं हाथ के) फाइटर हूं और वो साउथपॉ (बाएं हाथ के) हैं। ऑर्थोडॉक्स फाइटर को साउथपॉ का सामना करने में थोड़ी कठिनाई होती है। ऐसे में मुझे आगे बढ़कर उनके शरीर के दाहिने हिस्सा की तरफ आने की ट्रेनिंग करनी पड़ेगी ताकि उनके लेफ्ट पंचों से बच सकूं। अगर वहां मुझे पंच लगा भी तो उसमें इतना दम नहीं होगा।”
PK.Saenchai Muaythaigym के प्रतिनिधि एक माहिर एथलीट हैं। खास बात ये है कि वो आखिरी बार 15 साल पहले एक लोकल इवेंट में नॉकआउट हुए थे।
कुलबडम एक युवा नॉकआउट आर्टिस्ट हैं, जो अपने करियर के सबसे अच्छे दौर में प्रवेश कर रहे हैं। रोडलैक का मानना है कि उनका अनुभव उन्हें जीत दिलाने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, “वो काफी युवा और एक अच्छे फाइटर हैं। मैं किसी भी फाइट में अंडरडॉग नहीं होता। मैं अपना पूरा दमखम लगा देता हूं और मेरा मानना है कि मुझमें उनसे ज्यादा बड़ा जिगर है।”
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