रोमन क्रीकलिआ ने चिंगिज़ अलाज़ोव के साथ मिलकर प्रशिक्षण केंद्र खोला, ‘कॉम्बैट जिम का विश्वव्यापी नेटवर्क’ बनाने की योजना बनाई
अब दो खेलों में वर्ल्ड टाइटल हासिल करने के मौके से बस कुछ ही समय दूर मौजूदा ONE लाइट हेवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन रोमन क्रीकलिआ के पास मार्शल आर्ट्स केंद्रों का एक साम्राज्य बनाने की बड़ी योजना है।
इस शनिवार को होने वाले ONE Fight Night 17 में पहले ONE हेवीवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल मैच में महाबली यूक्रेनियाई एथलीट ऑस्ट्रेलियाई बीस्ट एलेक्स “द वाइकिंग” रॉबर्ट्स से भिड़ेंगे।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के प्रतिष्ठित लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में इन दो धुरंधरों के बीच होने वाला ये मुकाबला ONE के ऐतिहासिक ऑल-मॉय थाई कार्ड को हेडलाइन करेगा।
क्रीकलिआ ने पिछले कई हफ्ते कड़े ट्रेनिंग कैंप में बिताए हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने अपने नए अत्याधुनिक जिम के उद्घाटन के लिए भी समय निकाला है।
इस जिम को Champ Belts by Gridin नाम दिया गया है और ये दुबई में स्थित है। इसे पूरा होने में एक साल की योजना और निर्माण कार्य में छह महीने का समय लगा है।
32 वर्षीय नॉकआउट आर्टिस्ट ने onefc.com को बताया:
“मेरी टीम और मैं लंबे समय से ऐसा करने की योजना बना रहे थे। एक साल पहले हमारे मित्र और अब एक बिजनेस पार्टनर ने हमें कहा कि उनका भी एक फाइट जिम खोलने का सपना था।
“हमने इस पर एक साल पहले काम करना शुरू किया था और इस प्रोजेक्ट को आकार लेने में छह महीने हो गए हैं। आज हमने इसे खोल दिया है और सब कुछ तैयार है।”
क्रीकलिआ इस प्रोजेक्ट के पीछे एकमात्र ONE Championship सुपरस्टार नहीं हैं। उनके साथ मौजूदा ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन चिंगिज़ “चिंगा” अलाज़ोव भी शामिल हो गए हैं, एक ऐसे एथलीट जिन्हें व्यापक रूप से दुनिया का शीर्ष पाउंड-फोर-पाउंड किकबॉक्सर माना जाता है।
दोनों चैंपियंस ने जिम और अपने भविष्य के ट्रेनिंग कैंप्स के लिए, तेजी से बढ़ते व्यापार परिदृश्य और आसपास के मध्य-पूर्वी उभरते प्रतिभाशाली एथलीट्स से भरे दुबई को चुना।
क्रीकलिआ ने कहा:
“दुबई अब एक बहुत ही शानदार शहर है, एक ऐसा केंद्र है जहां हर कोई आ रहा है। ये आपके बिजनेस के सभी क्षेत्रों में विकास के लिए भरपूर अवसर प्रदान करता है। अब हम अधिकतर समय यहीं रहेंगे। ये भविष्य की फाइट्स के लिए हमारा ट्रेनिंग बेस होगा।”
दो पूर्ण आकार के रिंग, 15 हेवी बैग्स, एक रिकवरी एवं चिकित्सा रूम और यहां तक कि एक स्पोर्ट्स बार के साथ, ये विशाल जिम विशिष्ट फाइटर्स और मार्शल आर्ट्स के शौकीनों दोनों के लिए एक खास जगह है।
इसके अलावा क्रीकलिआ की Champ Belts की योजनाएं बस दुबई में नहीं रुकतीं। वो विश्व स्तर पर नाम का विस्तार करने और दुनिया भर में मार्शल आर्ट्स केंद्र विकसित करने की उम्मीद कर रहे हैं:
“हमारे पास एक ब्रैंड बनाने के लिए दुनिया भर में कॉम्बैट जिम का नेटवर्क बनाने की बड़ी योजना है। मैं अभी इस बारे में ज्यादा बात नहीं करूंगा। एक बार जब ये नया प्रोजेक्ट आकार लेना शुरू कर देगा तो हम इस विषय पर वापस आएंगे और तब मैं और अधिक विवरण दूंगा। हम कॉम्बैट जिमों का एक बड़ा, बेहतर ग्लोबल नेटवर्क बनाने की योजना बना रहे हैं।”
क्रीकलिआ का कहना है कि नए जिम का लक्ष्य ‘हमारे खेल को लोकप्रिय बनाना’ है
किकबॉक्सिंग किंग्स रोमन क्रीकलिआ और चिंगिज़ अलाज़ोव की इस जिम में भागीदारी को देखते हुए ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि Champ Belts स्ट्राइकिंग पर ज्यादा ध्यान देता है।
लेकिन यूक्रेनियाई एथलीट दुनिया भर में सबमिशन ग्रैपलिंग की तेजी से वृद्धि को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत साथी ONE वर्ल्ड चैंपियंस माइकी “डार्थ रिगाटोनी” मुसुमेची, केड रुओटोलो और टाय रुओटोलो ने की है।
इसलिए उनका कहना है कि उनका नया जिम ग्रैपलिंग के शौकीनों की भी जरूरतें पूरी करेगा:
“किकबॉक्सिंग, थाई बॉक्सिंग और क्लासिक बॉक्सिंग पर जोर दिया गया है, लेकिन हम ग्रैपलिंग को भी बढ़ावा देना चाहते हैं। ये खेल अब गति पकड़ रहा है और हमारे पास कुछ शानदार ग्रैपलिंग कोच होंगे।”
फिर भी क्रीकलिआ का Champ Belts के साथ पहला लक्ष्य स्ट्राइकिंग के खेल को बढ़ावा देना है।
उनका कहना है कि उनका जिम विश्व स्तरीय प्रशिक्षकों को लाएगा, जो उनके और “चिंगा” जैसे स्थापित वर्ल्ड चैंपियंस के साथ-साथ पहली बार मार्शल आर्ट्स में हाथ आज़मा रहें नए लोगों को भी प्रशिक्षण देंगे।
उन्होंने आगे कहा:
“इस जिम को खोलने का एक मुख्य उद्देश्य हमारे खेल को लोकप्रिय बनाना है। जो कोई भी किकबॉक्सिंग और थाई बॉक्सिंग सीखना चाहता है उन्हें यहां जगह मिलेगी। जिन लोगों के पास मार्शल आर्ट्स का थोड़ा बहुत अनुभव है, उनके लिए भी कुछ न कुछ होगा।
“हम सेमिनार, ट्रेनिंग कैंप्स और मास्टरक्लास आयोजित करेंगे। हम विभिन्न लोगों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, खेल प्रेमियों से लेकर प्रोफेशनल एथलीट्स तक। जिम में माहौल बहुत जीवंत है। हम व्यक्तिगत ट्रेनिंग और ग्रुप ट्रेनिंग दोनों करते हैं। ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है और हमें भविष्य से बहुत उम्मीदें हैं।”