रोमन क्रीकलिआ ने ऐतिहासिक जीत पर रखी अपनी राय

16 नवंबर को चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित हुए ONE: AGE OF DRAGONS इवेंट में रोमन क्रीकलिआ को अपने करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल हुई थी। उन्होंने अपने चिर प्रतिद्वंदी तारिक खबाबेज “द टैंक” को हराकर ONE लाइट हैवीवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया था।
करीब 4 साल पहले क्रीकलिआ को तारिक के ही खिलाफ एक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। यानी ONE: AGE OF DRAGONS में 4 साल बाद तारिक को तकनीकी नॉकआउट से हराते हुए रोमन ने अपना बदला पूरा किया है।
अब उन्हें चैंपियन बने 1 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है तो उन्होंने “द टैंक” पर मिली जीत के बारे में अपनी राय रखी है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि साल 2019 उनके लिए कैसा गुजरा है।
ONE चैंपियनशिप: पिछली बार तारिक के खिलाफ ही आपको हार मिली थी, लेकिन इस बार ऐसी क्या चीज रही जिसने आपको जीत दिलाई है?
रोमन क्रीकलिआ: यह कड़ी ट्रेनिंग और खुद पर भरोसा होने का ही नतीजा है कि मुझे इस बार जीत मिली है। इस बार मैं शारीरिक और मानसिक, दोनों ही तरह से पूरी तैयारी कर रिंग में उतरा था।
अगर किसी फाइटर को खुद पर भरोसा नहीं होगा तो उसे रिंग में उतरने से पहले ही डर सताने लगेगा जो किसी के लिए भी ठीक नहीं है। इस बार मैंने कड़ी ट्रेनिंग की और अपने मूव सेट में भी थोड़ा बदलाव किया था और इन्हीं चीजों ने मुझे जीत दिलाई है।
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ONE: 4 साल पहले की बाउट में वर्ल्ड टाइटल दांव पर नहीं था लेकिन इस बार चैंपियन बनने का सपना भी दिमाग में था, तो क्या यह आपके करियर की सबसे कठिन फाइट रही?
रोमन: हाँ यह सच है कि इस फाइट में मुझे 2 चुनौतियों का सामना करना पड़ा, पहली ये कि 4 साल पहले मुझे इसी फाइटर के खिलाफ हार मिली थी और दूसरी ये कि मुझे वर्ल्ड चैंपियन भी बनना था। लेकिन इसी दबाव ने मुझे शुरू से जीतने के प्रति प्रेरित किया था।
ONE: इस बाउट में किस रणनीति के साथ रिंग में उतरे थे और क्या वह रणनीति सफल रही?
रोमन: पहला प्लान तो यही था कि मुझे किसी भी हालत में नॉकआउट नहीं होना था और ट्रेनिंग के दौरान मेरे कोच लगातार यही बात याद दिलाते थे कि कुछ भी हो जाए लेकिन नॉकआउट नहीं होना है।
तारिक आक्रामक फाइटर हैं इसलिए मुझे जल्दबाजी में कोई गलत कदम नहीं उठाना था। प्लान था कि पहले राउंड में मैं उन्हें परखने वाला हूँ कि वो किस तरह मूव कर रहे हैं।
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थोड़ी देर बाद मुझे एहसास होने लगा था कि मैं उन्हें नॉकआउट कर सकता हूँ। खुद पर भरोसा था इसलिए पहले राउंड में मैंने तारिक को एक जोरदार पंच भी लगाया और दूसरे राउंड में मैंने अपनी पूरी ताकत से अटैक करना शुरू कर दिया।
ONE: आप पहले भी खबाबेज का सामना कर चुके थे, तो क्या आप पहले से ही जानते थे कि वो क्या करने वाले हैं?
रोमन: वो 4 साल पहले की बात है और इतने समय में तो आदमी पूरा बदल जाता है। मुझे एहसास था कि वो काफी बदल चुके होंगे और ऐसा हुआ भी है क्योंकि अब उनकी स्किल्स पहले से काफी बेहतर हैं और पहले से ज्यादा आक्रामक भी हो गए हैं।
लेकिन मैंने यह ज़रूर गौर किया है कि उनका स्टाइल अभी भी बदला नहीं है। वो अपने प्रतिद्वंदी को उनके ही मूव्स में फंसाना पसंद करते हैं इसलिए मुझे ज्यादा आक्रामक तरीके से उनका सामना करना था और इसी कारण मैं जीतने में भी सफल साबित हुआ।
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ONE: अपने प्रदर्शन से कितने संतुष्ट हैं?
रोमन: जिस तरह का मैंने प्रदर्शन किया उससे मैं पूरी तरह संतुष्ट हूँ और खुश भी हूँ। फाइट के बाद कोच से मेरी मुलाकात हुई और उन्होंने मुझे बताया कि मुझे रिंग में ज्यादा मूव करना चाहिए और मौका देखकर ही पंच लगाएं।
ONE: साल 2019 को किस तरह देखते हैं?
रोमन: जाहिर तौर पर साल 2019 मेरे लिए बेहद अच्छा साबित हुआ है। इसकी शुरुआत 8-मैन हैवीवेट टूर्नामेंट से हुई थी जहाँ मुझे जीत मिली थी। इसके बाद मैंने लगातार ट्रेनिंग जारी रखी जिससे मैं खुद को ONE में वर्ल्ड टाइटल के लिए खुद को तैयार कर सकूं। अब मेरी मेहनत रंग लाई है और मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूँ।
ONE: 2020 के लिए क्या प्लान हैं?
रोमन: यह तो तय है कि अगले साल मुझे कई बार अपना टाइटल डिफेंड करना है और मैं उम्मीद कर रहा हूँ कि मैं फैंस की नजर में खुद को एक अच्छा चैंपियन साबित करने में सफल रहूंगा।
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