सैमापेच: रिट्टेवाडा को किसी हालत में नहीं जीतने दूंगा
टॉप रैंक के बेंटमवेट मॉय थाई कंटेंडर सैमापेच फेयरटेक्स किसी भी हालत में किसी अन्य एथलीट को खुद से आगे नहीं निकलने देना चाहते।
शुक्रवार, 12 नवंबर को ONE: NEXTGEN II में थाई स्टार का सामना रिट्टेवाडा पेटयिंडी एकेडमी से होगा और इस जीत के साथ रैंकिंग्स में अपने स्थान को बरकरार रखना चाहते हैं।
सैमापेच ने कहा, “मैं अपने स्थान (#1 की रैंकिंग्स) को गंवाना नहीं चाहता और पहले स्थान पर बने रहने की पूरी कोशिश करूंगा।”
“रिट्टेवाडा, मैं जानता हूं कि तुम मेरा स्थान कब्जाना चाहते हो। तुम नंबर-1 बनना चाहते हो। मैं ऐसा किसी हालत में नहीं होने दूंगा।”
Fairtex टीम के स्टार का आत्मविश्वास किसी कारण से बढ़ा हुआ है।
2 साल पहले हुए ONE: EDGE OF GREATNESS में मौजूदा मॉय थाई किंग नोंग-ओ गैयानघादाओ के खिलाफ हार के बाद सैमापेच दोबारा टॉप कंटेंडर्स को हराकर रैंकिंग्स के टॉप पर पहुंचे हैं।
उनकी पिछली जीत इसी साल मई में #3 रैंक के कंटेंडर “लेफ्ट मीटियोराइट” कुलबडम सोर.जोर. पिएक उथाई के खिलाफ आई थी। वहीं पिछले साल अगस्त में वो #2 रैंक के कंटेंडर रोडलैक पीके.साइन्चे मॉयथाईजिम को भी हरा चुके हैं।
सैमापेच जानते हैं कि अगले मैच में Petchyindee Academy के मेंबर की चुनौती से पार पाना उनके लिए आसान नहीं होगा, लेकिन टॉप रैंक पर बने रहने के लिए उन्हें किसी भी हालत में जीतना होगा।
सैमापेच ने कहा, “रिट्टेवाडा अभी ONE Super Series से जुड़े हैं और मैं टॉप रैंक का कंटेंडर हूं। खतरा मेरे ऊपर मंडरा रहा है क्योंकि अगर मुझे हार मिली तो मैं रैंकिंग्स में नीचे आ जाऊंगा।”
“मैं घबराया हुआ हूं क्योंकि हारने के बाद मुझे नोंग-ओ के खिलाफ रीमैच नहीं मिल पाएगा। उस स्थिति में मुझे दोबारा रैंकिंग्स में ऊपर आना होगा। इसलिए ये मैच मेरे लिए बहुत अहम है और जीत बहुत जरूरी है।”
रिट्टेवाडा लगातार कई मैचों में जीत दर्ज कर चुके हैं और बैंकॉक सर्किट में उन्होंने अपनी पिछली 8 जीत में से 7 नॉकआउट से दर्ज की हैं।
उनके इस शानदार रिकॉर्ड ने मॉय थाई एक्सपर्ट्स और उनके विरोधियों को काफी प्रभावित किया है। वहीं चाहे सैमापेच को अपना स्थान खोने का डर है, लेकिन वो रिट्टेवाडा के स्किल सेट से बिल्कुल भी डरे हुए नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “रिट्टेवाडा के पास कई खतरनाक मूव्स हैं। मुझे उनकी बॉक्सिंग से बचकर रहना होगा और वो निरंतर नॉकआउट से जीत दर्ज करते आ रहे हैं।”
“उन्होंने चाहे नॉकआउट से जीत दर्ज की हों, लेकिन मुझे उनका डर नहीं है। वो अन्य बॉक्सर्स की ही तरह हैं और उनके जैसे मूव्स का मैंने पहले भी सामना किया है।
“नॉकआउट होने से बचने के लिए मुझे सब्र से काम लेकर उनके मूव्स को ब्लॉक और उन्हें काउंटर भी करना होगा। इस तरीके से मुझे जीत मिल सकती है।”
सैमापेच का आत्मविश्वास चाहे कितना भी बढ़ा हुआ क्यों ना हो, लेकिन रिट्टेवाडा की चुनौती उनके लिए बहुत कठिन रहेगी। फिर भी थाई सुपरस्टार को भरोसा है कि जीत की हैट्रिक जरूर पूरी करेंगे।
ऐसा करते हुए वो ONE वर्ल्ड टाइटल शॉट मिलने का दावा ठोक सकते हैं और एक एलीट लेवल के एथलीट को हराने के लिए पूरी तरह तैयार महसूस कर रहे हैं।
सैमापेच ने कहा, “कुलबडम के खिलाफ मैच में मैंने स्पीड और पावर की मदद से काफी अच्छा प्रदर्शन किया, फिर भी मैं उन्हें नॉकआउट करने में सफल रहा।
“अगले मैच में भी मैं ऐसा ही करने का प्रयास करूंगा। क्योंकि जीत दर्ज कर ही मैं नोंग-ओ से रीमैच पा सकता हूं और उसके बाद मेरे पास वर्ल्ड चैंपियन बनने का मौका होगा।”
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