महान फाइटर सैम-ए डर के बावजूद इतिहास रचने को तैयार हैं
मॉय थाई के इतिहास के सबसे महान एथलीट्स में से एक सैम-ए गैयानघादाओ 6 दिसंबर को कुआलालंपुर में आयोजित होने वाले ONE: MARK OF GREATNESS में एक बार फिर रिंग में उतरने को तैयार हैं।
इस आगामी इवेंट में उन्हें चीन के वांग जनगुआंग “गोल्डन बॉय” के खिलाफ ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल मैच लड़ना है।
यह मैच ONE: MARK OF GREATNESS का मेन इवेंट होगा। सैम अपने करियर में 400 प्रोफेशनल स्तर की बाउट लड़ चुके हैं और अब उनका कहना है कि वो एक नए चैलेंज के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस फाइट को लेकर सैम-ए ने कहा कि “किकबॉक्सिंग फाइट लड़े अब मुझे काफी समय हो गया है इसलिए मैं खुद पर दबाव महसूस कर रहा हूँ। मुझे मॉय थाई का काफी अनुभव है लेकिन किकबॉक्सिंग अभी भी मेरे लिए एक नई चीज है, मैं खुद को एहसास कराना चाहता हूँ कि मॉय थाई और किकबॉक्सिंग में असली फर्क क्या है।“
“मैं थोड़ा नर्वस हूँ और साथ ही उत्साहित भी हूँ, मुझे फिलहाल अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर फोकस करना है। परिणाम तो बाउट के बाद ही पता चलेगा लेकिन इसके लिए मैंने कड़ी मेहनत की है और ONE को मैं इस अवसर के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।“
जाहिर तौर पर नए नियमों के कारण सैम-ए को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, यही कारण है कि मॉय थाई में इतना अनुभव होने के बाद भी पहली प्रोफेशनल किकबॉक्सिंग फाइट से उन्हें डर लग रहा है।
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“मुझे अपने स्टाइल में बदलाव करना पड़ा है, ज्यादा आक्रामकता दिखानी होगी और कॉम्बिनेशन पर भी अधिक ध्यान देना होगा।“
“किकबॉक्सिंग में आपको अपनी बॉडी को ज्यादा मूव करना पड़ता है लेकिन मॉय थाई में आप एक ही जगह खड़े रहकर अपने प्रतिद्वंदी को ब्लॉक कर सकते हैं। मुझे यह भी ध्यान रखना होगा कि एल्बो का प्रयोग नहीं करना है।“
इवॉल्व टीम के मेंबर सैम-ए ONE सुपर सीरीज में फ़्लाईवेट डिवीजन के वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं और गैयानघादाओ को लगता है कि स्ट्रॉवेट में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी। ONE: CENTURY में 36 साल के सैम-ए ने डैरन रोलैंड को हराकर यह दर्शा दिया था कि वो आक्रामक रवैया अपनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
“सच कहूँ तो स्ट्रॉवेट डिवीजन में आने से अब मुझे पहले से ज्यादा अच्छा महसूस हो रहा है, मेरे वज़न में थोड़ी गिरावट ज़रूर आई है लेकिन मैं अब तेज मूव कर सकता हूँ।“
दूसरी ओर “गोल्डन बॉय” को कम आंकना भी सैम-ए की सबसे बड़ी भूल साबित हो सकती है क्योंकि ONE: DAWN OF VALOR में उन्होंने फेडेरिको रोमा “लिटल बिग मैन” को अपनी बेहतरीन स्ट्राइकिंग स्किल्स से मात देकर जीत के सिलसिले को 8 मैच तक पहुंचा दिया था।
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वांग का स्टाइल काफी अलग है और वो बेहद तेजी से पंच लगाते हैं और बॉक्सिंग कॉम्बिनेशन में तो वो लाजवाब है। सैम-ए ने वांग के मूव सेट को समझने के लिए उनकी काफी वीडियो देखी हैं और उन्हें लगता है कि वो चीन के फाइटर की आक्रामकता को पीछे छोड़ते हुए फाइट में जीत दर्ज करेंगे।
“उनके पंच काफी तेज और ताकतवर हैं और मुझे अभी से इस बात का एहसास है कि वो फाइट के दौरान काफी आक्रामक रवैया अपनाने वाले हैं और इससे निजात पाने पर ही फिलहाल मेरा ध्यान केंद्रित है।“
“मुझे यह भी पता है कि उनका डिफेंड कुछ ज्यादा अच्छा नहीं है और समय-समय पर वो अपने प्रतिद्वंदी को खुला मौका देते हैं। यही चीज मेरी सबसे बड़ी ताकत साबित हो सकती है लेकिन मैं वांग के ज्यादा करीब जाने से भी परहेज ही दिखाना चाहूँगा।“
“भारवर्ग में बदलाव और पहली किकबॉक्सिंग बाउट होने के कारण ज़रूर मैं थोड़ा दबाव में हूँ लेकिन ONE: MARK OF GREATNESS में मैं खुद को एक अच्छा फाइटर साबित करना चाहता हूँ।
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