वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद सैम-ए ने रॉकी के लिए सम्मान प्रकट किया
28 फरवरी को आयोजित हुए ONE: KING OF THE JUNGLE में सैम-ए गैयानघादाओ ने अपने शानदार करियर में एक और बड़ी जीत हासिल कर ली है।
रॉकी ओग्डेन के पास मॉय थाई के आइकन कहे जाने वाले सैम-ए के अटैक का जवाबी हमला करने के लिए ज्यादा मूव्स मौजूद नहीं थे। थाई सुपरस्टार ने को-मेन इवेंट में शानदार डिफेंस के साथ-साथ अटैकिंग मूव्स का भी प्रदर्शन किया और ONE स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन बने।
ये तीसरा मौका रहा जब सैम-ए ने ONE में कोई वर्ल्ड टाइटल जीता है और अब वो स्ट्रॉवेट डिविजन में 2-स्पोर्ट वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं। जाहिर तौर पर दिसंबर में आए ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल से ये जीत ज्यादा महत्व रखती है।
उन्होंने कहा, “मैं मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन बनकर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूँ क्योंकि ये हमारा राष्ट्रीय खेल है। ये जीत थाईलैंड के लोगों के लिए है।”
36 वर्षीय सुपरस्टार अपने प्रदर्शन से काफी खुश नजर आ रहे थे और ऐसा हो भी क्यों ना, वो पिछले 20 साल से भी ज्यादा समय से इस खेल से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा, “मैं इस मैच में पहले से कहीं बेहतर महसूस कर रहा था।”
“मैं 5 राउंड तक चले पूरे मुक़ाबले में अच्छा महसूस कर रहा था, गेम प्लान अच्छा था और इसी गेम प्लान को अमल में लाकर मैं अच्छे कॉम्बो लगा पाया।
“पहले राउंड में मैं देख रहा था कि वो किस तरह का रुख अपनाते हैं, कितने आक्रामक तरीके से आगे आते हैं और मैं उन्हें परखने की कोशिश कर रहा था। मैं जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता था।”
- सैम-ए गैयानघादाओ ने रॉकी ओग्डेन को हराकर जीता एक और वर्ल्ड टाइटल
- ONE: KING OF THE JUNGLE के स्टार्स की सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
- टिफनी टियो ने लंबे समय बाद वापसी और शानदार जीत के बारे में बात की
सैम-ए की रणनीति के कारण मैच की शुरुआत में ओग्डेन द्वारा आक्रामक शुरुआत देखी गई लेकिन जब भी वो अपनी स्ट्राइक्स लगाने के लिए आगे आ रहे थे तो उन्हें अपने प्रतिद्वंदी द्वारा काउंटर अटैक का भी सामना करना पड़ रहा था।
दूसरे राउंड में Evolve टीम के मेंबर ने आक्रामक रुख अपनाया और जितने भी मूव्स उनके पास थे उन्होंने उन सभी का इस्तेमाल किया।
सैम-ए ने कहा, “दूसरे राउंड में मैंने लय पकड़ ली थी। मुझे पता चल चुका था कि वो क्या करने की कोशिश कर रहे हैं इसलिए मैंने अटैक करने की रणनीति अपनाई।”
“तीसरे राउंड में मुझे वो राह नजर आने लगी थी जहाँ से मैं उन्हें हरा सकता था। मैंने दमदार शॉट्स लगाने शुरू कर दिए और ताकत का ज्यादा इस्तेमाल कर रहा था। मेरे मूव्स उनसे तेज थे इसलिए वो मेरी किक्स को ब्लॉक करने में असफल साबित हो रहे थे। मैं उस सब पर नजर बनाए हुए था कि कब वो मुझपर अटैक कर रहे हैं और कब मेरे शॉट्स को काउंटर करने की कोशिश करने वाले हैं। चाहे एल्बोज़ की बात हो, नी, पंच या फिर किक्स की, मैं पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी स्ट्राइक्स लगा रहा था।”
जैसे ही मैच चैंपियनशिप राउंड्स में पहुंचा, युवा ऑस्ट्रेलियाई एथलीट को अंदाजा हो चुका था कि वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए उन्हें अब मैच को फिनिश करने की जरूरत है।
हालांकि, ओग्डेन ने ज्यादा आक्रामकता के साथ आगे आकर स्ट्राइक्स लगानी शुरू कर दी थीं लेकिन इसके बावजूद थाई सुपरस्टार मैच स्टॉपेज के ज्यादा करीब नजर आ रहे थे।
उन्होंने कहा, “चौथे राउंड में मेरे पास जितने भी मूव्स मौजूद थे, उनके सहारे मैंने मैच को फिनिश करने की कोशिश की।
“जब मैंने उन्हें केज की तरफ धकेला और एल्बो लगाईं तो मुझे लगने लगा था कि अब मैं मैच को फिनिश कर सकता हूँ लेकिन वो मजबूती से डटे हुए थे। यही कारण रहा कि मैंने अपनी रणनीति में बदलाव किया क्योंकि मैं जानता था कि मैं उन्हें फिनिश नहीं कर पाउंगा। मेरी तरफ से उन्हें काफी सारे क्लीन शॉट्स झेलने पड़े लेकिन इन सब के बावजूद वो जबरदस्त तरीके से वापसी कर रहे थे।
“वो युवा हैं, उनका दिल बड़ा है और उन्हें पता है कि वो यहाँ केवल फाइट करने के लिए आए हैं। मैं उन्हें फिनिश नहीं कर सकता था इसलिए मैंने स्कोरकार्ड्स में बढ़त बनाने की ओर ज्यादा ध्यान दिया। मैं पहले ही जानता था कि मैं उनसे आगे चल रहा हूँ और इसी तरह इस मैच को अपने नाम कर सकता था।”
चाहे सैम-ए को अपने गेम प्लान में बदलाव करना पड़ा था, इसके बावजूद उन्होंने एक भी पल के लिए ढील नहीं छोड़ी क्योंकि वो जानते थे कि अगर उन्होंने लापरवाही बरती तो उनके प्रतिद्वंदी उसका फायदा उठा सकते हैं।
ओग्डेन से उम्र में 16 साल बड़े होने के बाद भी सैम-ए के पास अपने प्रतिद्वंदी से ज्यादा एनर्जी बची हुई थी और इसी वजह से वो 5 राउंड तक ऑस्ट्रेलियाई स्टार पर दबाव बनाए रखने में सफल रहे।
उन्होंने कहा, “मैं लगातार आगे बढ़कर अटैक कर रहा था और उन्हें सांस लेने तक का मौका नहीं देना चाहता था।”
“मैं उन्हें डराने की कोशिश कर रहा था जिससे वो अटैक करने के बारे में ना सोच सकें। मैं उन्हें मैच में वापसी का कोई चांस नहीं देना चाहता था। चाहे आपको मैच में बढ़त मिल चुकी हो लेकिन हमें हमेशा अपने प्रतिद्वंदी से एक कदम आगे रहना होता है। इसी के साथ मैं अपनी कंडिशनिंग को भी टेस्ट करना चाहता था जिससे मैं ये देख सकूं कि मैं मैच में कितना आगे तक जा सकता हूँ।
“मैं पिछले मैच से ज्यादा बेहतर महसूस कर रहा था। ट्रेनिंग सेशन के दौरान भी मैं एक्टिव था और ज्यादा लंबे ब्रेक नहीं ले रहा था। मुझे काफी मजा आया लेकिन एक खाली स्टेडियम में फाइट करना एक अजीब अनुभव साबित हुआ है। मुझे लगता है कि अगर वहाँ क्राउड़ होता तो मैं और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकता था।”
इस बात में कोई संदेह नहीं था कि मैच में किसे जीत मिलने वाली है क्योंकि सैम-ए को क्लीन तरीके से जीत मिली थी। इस सब के बावजूद वो अपने युवा प्रतिद्वंदी के लिए सम्मान प्रकट करने से खुद को नहीं रोक पाए।
ओग्डेन अभी केवल 20 साल के हैं इसलिए 3 बार के ONE वर्ल्ड चैंपियन को उम्मीद है कि आने वाले सालों में उनका सामना ऑस्ट्रेलियाई स्टार से दोबारा हो सकता है।
थाई स्टार ने कहा, “रॉकी अच्छे फाइटर हैं। उनके सामने अभी पूरा करियर पड़ा है और मुझे लगता है कि वो बड़े स्टार बनने में सक्षम हैं।”
“उनके अंदर प्रतिबद्धता है और उन्हें पता है कि अच्छा एथलीट बनने के लिए क्या कुछ करना पड़ता है। वो कड़ी मेहनत करते हैं और अभी खुद में काफी सुधार कर सकते हैं।”
फिलहाल ओग्डेन को एक कंटेंडर के रूप में ही आगे बढ़ना होगा क्योंकि स्ट्रॉवेट डिविजन के दोनों वर्ल्ड टाइटल फिलहाल सैम-ए के ही पास हैं।
इसके साथ वो अपनी लय में वापसी कर चुके हैं, पिछले 4 महीने से कुछ अधिक समय में वो 3 मैचों का हिस्सा रह चुके हैं। इस साल वो अपने टाइटल्स को सफलतापूर्वक डिफेंड करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे ये समझना होगा कि मेरा काम क्या है। चाहे बात किकबॉक्सिंग की हो या मॉय थाई की, एक चैंपियन के रूप में मुझे दोगुनी मेहनत करनी होगी।”
“किकबॉक्सिंग मेरे लिए थोड़ा चिंता का विषय है क्योंकि उसमें मुझे अभी काफी सुधार करना है। लेकिन मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा हूँ और मेरा मॉय थाई का अनुभव मुझे किकबॉक्सिंग को सीखने में काफी मदद कर रहा है।”
ये भी पढ़ें: 5 चीजें जो हमें ONE: KING OF THE JUNGLE से सीखने को मिलीं