सैमी सना ग्रां प्री के लिए तैयार: ‘मैं दूसरों से कहीं अधिक प्रतिबद्ध’
सैमी “AK47” सना उस स्थिति से वाकिफ हैं कि किकबॉक्सिंग टूर्नामेंट में बेल्ट जीतने से एक कदम दूर रह जाने पर कैसा महसूस होता है। अब वो ऐसी स्थिति में दोबारा नहीं फंसना चाहते।
2019 ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री में हार के बाद फ्रेंच-अल्जीरियाई स्टार शुक्रवार, 15 अक्टूबर को 2021 के टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल मैच में फाइट करते हुए नजर आएंगे।
ONE: FIRST STRIKE का प्रसारण सिंगापुर से लाइव होगा और वहां सना की भिड़ंत चिंगिज़ “चिंगा” अलाज़ोव से होगी।
अलाज़ोव का रिकॉर्ड 56-5 का है और किकबॉक्सिंग में अपने 34 प्रतिद्वंदियों को फिनिश कर चुके हैं। लेकिन सना के लिए ये कोई डराने वाली चीज नहीं और मानते हैं कि उन्होंने अपने विरोधी के गेम में कमजोरियां ढूंढ निकाली हैं।
सना ने कहा, “चिंगिज़ एक बेहतरीन किकबॉक्सर हैं, उनके पंच और किक्स बहुत प्रभावशाली होती हैं। मगर मेरा मानना है कि उन्हें दबाव में रहना पसंद नहीं है और वो मुझसे लंबाई में छोटे भी हैं।”
सना अपने अगले विरोधी से लंबाई में 9 सेंटीमीटर लंबे हैं और लंबाई का फायदा उठाना अच्छे से जानते हैं। फ्रेंच-अल्जीरियाई स्टार 2019 ग्रां प्री में अपने आक्रामक स्ट्राइल की मदद से 2 लैजेंड्स को हराने में सफल रहे थे।
क्वार्टरफाइनल में उन्होंने “द बॉक्सिंग कंप्यूटर” योडसंकलाई IWE फेयरटेक्स को हराया था। 9 मिनट तक चले मुकाबले में सना ने थाई सुपरस्टार को नॉकडाउन भी किया और अंत में उन्हें सर्वसम्मत निर्णय से जीत मिली।
वहीं सेमीफाइनल में उन्होंने रूसी स्टार ज़ाबर एस्केरोव पर बहुमत निर्णय से जीत प्राप्त की थी।
“AK47” का मानना है कि इस बार “चिंगा” के खिलाफ वो अलग तरह की रणनीति अपनाएंगे। मगर इस बार वो अपनी ताकत के बल पर नहीं, दिमाग से काम लेकर बढ़त बनाने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं मानसिक रूप से उनसे मजबूत हूं। मेरे मन में हमेशा ख्याल आता है, ‘तुम इस टूर्नामेंट को दोबारा किसी हालत में नहीं हार सकते।'”
2019 ग्रां प्री में 2 महान किकबॉक्सर्स को हराने के बाद फाइनल में सना का सामना जियोर्जियो “द डॉक्टर” पेट्रोसियन से हुआ। लेकिन जितनी बार भी उन्होंने अर्मेनियाई-इटालियन स्टार पर बढ़त बनाने की कोशिश की, उतनी बार उन्हें दमदार पंचों का प्रभाव झेलना पड़ा। उनकी लंबाई और लंबी रीच (पहुंच) भी उन्हें पेट्रोसियन की बॉक्सिंग से नहीं बचा पाई थी।
अंत में “द डॉक्टर” ने टूर्नामेंट की सिल्वर बेल्ट और 1 मिलियन यूएस डॉलर्स के प्राइज़ को जीता।
मैच के बाद सना को कोई खेद नहीं था, वो मानते हैं कि पेट्रोसियन के खिलाफ मैच उनकी उम्मीद के अनुसार आगे नहीं बढ़ा। उसके बाद उन्होंने हार से सबक लिया और अब अलाज़ोव को हराकर एक बार फिर ग्रां प्री जीतने के सफर पर निकलना चाहते हैं।
सना ने कहा, “2019 में फाइनल मैच से पहले मेरे लिए सब अच्छा चल रहा था, लेकिन फाइनल से पहले मुझे फाइट कैम्प के दौरान कई दिक्कतें आई थीं। अब मैं अपनी कमजोरियों और ताकत के बारे में जान चुका हूं और जानता हूं कि कब क्या करना है।”
अलाज़ोव को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश पाने के लिए सना प्रतिबद्ध हैं, लेकिन ONE: FIRST STRIKE के क्वार्टरफाइनल मैच की भविष्यवाणी करने से बचते हुए नजर आए।
इस मुकाबले को वो अपने करियर की सबसे कठिन फाइट की संज्ञा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मेरा ध्यान केवल जीत इस बात पर है कि मैं उन्हें कैसे और किस राउंड में हरा पाऊंगा। 15 अक्टूबर को निश्चित तौर पर एक युद्ध होने वाला है।”
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ONE Super Series में कई फाइटर्स पहले भी बड़ी-बड़ी बातें करते आए हैं। कुछ अपनी बात पर खरे उतरे तो कुछ नहीं। मगर सना इस समय दुनिया के किसी अन्य किकबॉक्सर की तुलना में सबसे अधिक दृढ़ हैं।
2019 में ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप के फाइनल में जीत उनका जीवन बदल सकती थी। अब उस हार से प्रेरणा लेकर सना इस बार अपने प्रदर्शन में कोई ढील नहीं छोड़ना चाहते।
सना ने कहा, “मेरे अलावा उस टूर्नामेंट में ऐसा कोई नहीं था, जो 1 मिलियन यूएस डॉलर्स जीतने के बहुत करीब आकर भी इस रकम को नहीं जीत पाया था। अब आप मेरी प्रतिबद्धता का अंदाजा लगा ही सकते हैं।”
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