सपुत्रा ने फ्लाइवेट रैंकिंग्स, सुधरी हुई स्ट्राइकिंग समेत कई खास बातें बताईं
इंडोनेशियाई रेसलिंग चैंपियन “डायनामाइट” एको रोनी सपुत्रा मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में लगातार अपनी पहचान बनाए जा रहे हैं।
तीन साल पहले इस खेल में आने वाले 30 वर्षीय स्टार ने अपनी स्किल्स पर जबरदस्त काम किया है और इसकी बदौलत लगातार चार मैचों में जीत हासिल कर चुके हैं। उससे भी खास बात ये है कि Evolve MMA टीम के स्टार ने सभी जीत पहले राउंड में फिनिश के जरिए हासिल की हैं।
“डायनामाइट” अब 2021 की दूसरी छमाही में अपनी जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाना चाहेंगे और वो ऐसा कंबोडिया के चान रोथाना और कनाडाई-भारतीय स्टार गुरदर्शन “सेंट लॉयन” मंगत के साथ करना चाहते हैं ताकि अपने साथियों की हार का बदला पूरा कर सकें।
चाहे उन्हें कोई भी प्रतिद्वंदी मिले, अब सपुत्रा एक उभरते हुए स्टार हैं, जिन्हें इसी तरह के प्रदर्शन से साल के अंत तक ONE एथलीट रैंकिंग्स में जगह मिल सकती है और ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड टाइटल हासिल करने के भी करीब पहुंच सकते हैं।
इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इंडोनेशियाई स्टार ने अपने लक्ष्यों, फ्लाइवेट डिविजन के एथलीट्स की तुलना में अपनी स्किल्स, अमेरिकी दिग्गज से मिली प्रशंसा और अन्य चीज़ों पर बात की।
ONE: काफी विशेषज्ञों का मानना है कि आप इंडोनेशिया के पहले मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स वर्ल्ड चैंपियन बनने के प्रबल दावेदार हैं। आपको इस बारे में कैसा लगता है?
एको रोनी सपुत्रा: ये मेरे लिए एक चैलेंज हैं। उस तरह की कामयाबी हासिल करना आसान नहीं है, उसमें कड़ी मेहनत और प्रयास लगता है। इसलिए मुझे चैलेंजों से प्यार है और खासकर जब आपके चारों ओर आपको कम आंकने वाले लोग हों। मैं निजी तौर पर अपना ध्यान सकारात्मक दिशा में लगाकर कड़ी मेहनत और अपने गेम को परफेक्ट करने में लगा रहता हूं।
ONE: रेसलिंग से MMA में आने और Evolve का हिस्सा बने तीन साल हो गए हैं, आपके हिसाब से आप में किस चीज का विकास सबसे ज्यादा हुआ है?
सपुत्रा: मुझे लगता है कि मेरी स्ट्राइकिंग में काफी सुधार हुआ है। मैं अब स्ट्राइकिंग करते हुए काफी सहज रहता हूं क्योंकि ग्राउंड गेम के मुकाबले ये मेरे लिए आसान है।
ग्राउंड पर आपको स्टैमिना और शारीरिक ताकत की बहुत जरूरत होती है, अगर आप में इसकी कमी है तो वापस स्टैंड-अप गेम में आने तक ताकत काफी चली जाती है। स्ट्राइकिंग इसके उलट होती है। जब आप स्ट्राइकिंग करते हैं तो दूरी बना सकते हैं, पीछे जा सकते हैं और शॉट्स को रोक सकते हैं, लेकिन ग्राउंड पर आपको बहुत एक्टिव रहना पड़ता है।
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ONE: आपके साथी फ्लाइवेट्स डिमिट्रियस जॉनसन, काइरत अख्मेतोव और रीस मैकलेरन के पास हाई लेवल की रेसलिंग स्किल्स हैं। उनके मुकाबला अपनी स्किल्स को कहां पाते हैं?
सपुत्रा: मैंने उनके खिलाफ रेसलिंग नहीं की है तो मैं ज्यादा नहीं जानता। जितना मैंने देखा है, जॉनसन एक फ्रीस्टाइल रेसलर हैं, जो कि बहुत तेज, फुर्तीले और आक्रामक हैं। ये ग्रीको-रोमन रेसलिंग से काफी अलग होता है, जिसमें फोकस शरीर के ऊपरी हिस्से और स्लैम लगाने पर होता है।
अगर मेरी किसी फ्रीस्टाइल रेसलर से टक्कर हुई तो वो काफी आक्रामक होंगे। आप खबीब (नर्मागोमेडोव) को ही देख लीजिए, वो रूस में चैंपियन नहीं थे। लेकिन उन्होंने साबित किया कि एक एमेच्योर रेसलर भी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में कामयाबी हासिल कर सकता है।
ONE: अगर आपको जॉनसन के साथ रेसलिंग या ट्रेनिंग करने का मौका मिले तो किसकी जीत होगी?
सपुत्रा: मैं इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। वो Evolve में आए थे, लेकिन हमने साथ में ट्रेनिंग या स्पारिंग नहीं की। हालांकि, मैंने Evolve में उरिजाह (फेबर) के साथ ट्रेनिंग की थी। वो यहां ट्रेनिंग के लिए आए थे और मुझसे रिंग में कुश्ती करने के लिए कहा था। उन्होंने ट्रेनिंग के बाद मुझे कहा था कि तुम्हारी रेसलिंग काफी अच्छी है।
ONE: क्या उरिजाह से मिली तारीफ आपको प्रेरणा देती है?
सपुत्रा: बिल्कुल, इससे काफी प्रेरणा मिलती है। उरिजाह अमेरिका के एक बड़े जिम से आते हैं, ये जानकर खुशी मिलती है कि मैं उनका मुकाबला कर सकता हूं। इससे मुझे रेसलिंग और MMA में कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है।
ONE: क्या आपको लगता है कि आप अब फ्लाइवेट डिविजन के टॉप रेसलर्स में शामिल हो गए हैं?
सपुत्रा: रेसलिंग में मुझे काफी अच्छा लगता है, लेकिन उतना नहीं। टॉप लेवल पर दूसरे रेसलर्स का सामना करने पर मैं अच्छा कर सकता हूं। लेकिन मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में सिर्फ रेसलिंग नहीं बल्कि ब्राजीलियन जिउ-जित्सु के अलावा दूसरे खेलों का भी इस्तेमाल करते हैं। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में खेल एक सेकंड में भी पलट सकता है ऐसे में ऑलराउंड स्किल्स होना बहुत जरूरी है, जिसमें मुख्य फोकस ग्राउंड गेम, स्ट्राइकिंग और सबमिशन पर है।
ONE: क्या आप ONE एथलीट रैंकिंग्स के टॉप पांच फ्लाइवेट्स के खिलाफ मुकाबले के लिए तैयार हैं?
सपुत्रा: मैं हमेशा ही तैयार हूं। रैंकिंग्स में जगह बनाने के लिए मुझे जिससे भी फाइट करनी होगी, मैं तैयार हूं। मैं खुद में लगातार सुधार कर रहा हूं। मेरा ध्यान सिर्फ मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स पर है। मुझे अपने पुराने अनुभव खासकर डेब्यू मैच से पता है कि मैं ग्राउंड पर ज्यादा रहा। मुझे अपनी स्ट्राइकिंग को बेहतर कर उसका ग्राउंड गेम के साथ तालमेल बैठाना होगा।
ONE: क्या आपको लगता है कि किसी और चीज को परफेक्ट करने की जरूरत है?
सपुत्रा: मानसिक संतुलन अच्छा बनाए रखना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि हम अक्सर विदेशी एथलीट्स का सामना करते हैं और खुद को कम आंकते हैं। हम लगता है कि वो हमसे ज्यादा ताकतवर और बेहतर हैं।
मैं Evolve में रहकर अपने दोस्तों के साथ प्रतिस्पर्धा कर पाया हूं। कुछ भी असंभव नहीं है। मेरे दोस्त यहां एक दूसरे का साथ देते हैं, हम ज्ञान बांटते हैं और एक दूसरे को प्रेरित करते हैं। मेरा अपने साथी इंडोनेशियाई फाइटर्स को यही संदेश है कि विदेशी फाइटर्स का सामना करते हुए घबराहट महसूस ना करें। हम मुकाबले कर जीत हासिल कर सकते हैं।
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