चिंगिज़ अलाज़ोव को फेदरवेट किकबॉक्सिंग ग्रां प्री फाइनल में ‘डेथ ब्लो’ लगाने की तैयारी कर रहे हैं सिटीचाई
सिटीचाई सिटसोंगपीनोंग ने अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं, लेकिन वो ONE X में होने वाले ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप फाइनल से पहले अपने गेम को बेहतर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
शनिवार, 26 मार्च को टूर्नामेंट के फाइनल में “किलर किड” का सामना चिंगिज़ अलाज़ोव से होगा। ये दोनों 8 साल पहले भी आमने-सामने आए थे और अब सिटीचाई अपने अज़रबैजानी-बेलारूसी प्रतिद्वंदी पर दूसरी जीत दर्ज करने के लिए तैयार हैं।
सिटीचाई जानते हैं कि इस बार जीत दर्ज करना उनके लिए आसान नहीं होगा।
8 बार के किकबॉक्सिंग और मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन ने 2014 में “चिंगा” को करीबी अंतर से हराया था, लेकिन उसके बाद अलाज़ोव ने खुद में बहुत सुधार किया है इसलिए थाई स्टार इस रीमैच में कड़ा संघर्ष देखे जाने की उम्मीद कर रहे हैं।
थाई सुपरस्टार ने कहा:
“उस समय मुझे अहसास हुआ कि वो बहुत तेजी से मूव्स लगाते हैं और उनकी आंखें हमेशा अपने विरोधी की गलती को तलाशती रहती हैं, मगर अब उनका स्किल सेट बहुत बेहतर हो चुका है। उनके पास ताकत के अलावा कई दमदार मूव्स हैं और 8 साल पहले की तुलना में बहुत ताकतवर हो गए हैं।
“मेरी नजर में उनकी हेड किक और पंच कॉम्बिनेशंस बहुत खतरनाक होते हैं। उनकी हेड किक्स और पंच बहुत तेजी से लगते हैं, जिनसे मुझे सावधान रहना होगा। साथ ही वो बहुत तगड़े और लंबे भी हैं।”
“किलर किड” उस पहली भिड़ंत के समय किकबॉक्सिंग में नए थे, लेकिन मॉय थाई से जाने के बाद उनकी गिनती दुनिया के सबसे सफल स्ट्राइकर्स में की जाने लगी है।
इस दौरान उन्होंने ताकत के बजाय तकनीक के दम पर अपने विरोधियों को मात दी है।
अब वो #4 रैंक के कंटेंडर अलाज़ोव के खिलाफ भी ऐसा ही करना चाहेंगे। उन्हें उम्मीद है कि बेलारूसी स्ट्राइकर की कमजोरियों का फायदा उठाकर वो ग्रां प्री सिल्वर बेल्ट को जीत सकते हैं और इस बार फैंस को उनकी ओर से कुछ नया भी देखने को मिल सकता है।
सिटीचाई ने कहा:
“मैं उनके करीब जाकर फाइट करने की कोशिश करूंगा और साथ ही बॉडी पर लो किक्स लगाना चाहूंगा। चिंगिज़ को शॉर्ट-रेंज स्ट्राइकिंग पसंद नहीं है और उन्हें आउटसाइड अटैक्स करना ज्यादा अच्छा लगता है। वो क्लिंचिंग गेम में आने के बाद अजीब महसूस करने लगते हैं इसलिए उनके करीब जाकर अटैक करते हुए मैं उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता हूं।
“अगर संभव हुआ तो मैं उन्हें डबल फ्लाइंग नी-स्ट्राइक्स लगाना चाहूंगा, जिसकी मैंने बहुत ट्रेनिंग की है। मेरे पास डेथ ब्लो भी है जिसे मैंने ‘सुपर किक’ नाम दिया हुआ है। ये तो समय ही बताएगा कि मुझे इसका इस्तेमाल करने का मौका मिलता है या नहीं, लेकिन मैंने इसके लिए ट्रेनिंग जरूर की है।
“मुझे भरोसा है कि जीत मुझे ही मिलेगी। मेरा एक ही लक्ष्य है कि मैं यहां चैंपियन बनने आया हूं इसलिए मैं उन्हें हराने का कोई ना कोई रास्ता ढूंढ ही लूंगा।”
सिटीचाई ने मरात ग्रिगोरियन Vs. सुपरबोन मैच पर राय दी
सिटीचाई और चिंगिज़ अलाज़ोव, ONE X: पार्ट I को हेडलाइन करेंगे और इस मैच के खत्म होने के बाद वो शो में होने वाली अन्य बाउट्स को भी इंजॉय करना चाहेंगे।
इस मैच का विजेता खासतौर पर सुपरबोन सिंघा माविन और मरात ग्रिगोरियन के बीच ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल मुकाबले को बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहेगा।
सुपरबोन और ग्रिगोरियन में से जो भी चैंपियन बनेगा, उसे ग्रां प्री चैंपियन के खिलाफ अपने टाइटल को डिफेंड करना होगा और “किलर किड” इस टाइटल शॉट को प्राप्त करने के लिए बेताब हैं।
उन्होंने कहा:
“मेरा इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट को जीतना इस बात का सबूत होगा कि मैं चैंपियन को चैलेंज करने का हकदार हूं। मैं उन दोनों से भिड़ने को तैयार हूं और उनका पहले भी सामना कर चुका हूं। उनकी गिनती दुनिया के बेस्ट फाइटर्स में की जाती है इसलिए अपनी स्किल्स को परखते हुए दिखाना चाहता हूं कि मैं उनसे बेहतर हूं।”
हालांकि, सिटीचाई अभी तक ग्रिगोरियन से 5 बार और सुपरबोन से 3 बार भिड़ चुके हैं, इसके बावजूद उनके लिए वर्ल्ड-क्लास स्ट्राइकर्स के इस मैच में विजेता का चुनाव करना बहुत मुश्किल है।
30 वर्षीय स्टार अपने हमवतन एथलीट को चीयर कर रहे होंगे, लेकिन उनकी नजर में इस मैच में बहुत कांटेदार टक्कर देखने को मिलेगी।
वो इस वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच के परिणाम को जानने के लिए भी बेताब हैं।
“किलर किड” ने कहा:
“सुपरबोन vs. मरात फाइट धमाकेदार रहने वाली है, जिसे सबको जरूर देखना चाहिए। सुपरबोन ने खुद में काफी सुधार किया है और पहले से ज्यादा ताकतवर नजर आ रहे हैं। मेरी नजर में दोनों के पास जीत के 50-50 प्रतिशत चांस होंगे।
“दूसरी ओर, मरात दमदार शॉट्स लगाते हैं। मेरी उनसे 5 बार फाइट हुई है, वो आसानी से हार नहीं मानते और बहुत ताकतवर हैं। उनकी स्किल्स में भी काफी सुधार हुआ है। पहले वो पंचों को अपने सबसे बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब वो थाई फाइटर्स की तरह खतरनाक किक्स और नी-स्ट्राइक्स भी लगाते हैं।
“मगर मैं थाईलैंड से आता हूं इसलिए सुपरबोन को ही सपोर्ट करूंगा।”