सोवनाह्री ने पहले राउंड में ही जीत का बनाया प्लान
6 दिसंबर, शुक्रवार को ONE: MARK OF Greatness में सोवनाह्री एम “द स्वीट सैवेज” का सामना रयाने बास्तोस से होना है और ये दोनों मलेशियाई फैंस को अच्छी फाइट देने की पूरी कोशिश करेंगी।
27 वर्षीय फ़्लाईवेट योद्धा सोवनाह्री अपने छोटे से मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स करियर में अभी तक कोई फाइट हारी नहीं हैं और इस बार वो ब्राजील की रयाने की स्किल्स को परखने को तैयार हैं।
इस बाउट के बारे में उन्होंने कहा है कि,”मैं इस फाइट को लेकर बेहद उत्साहित हूँ और मैं उम्मीद करती हूँ कि परिणाम मेरे ही पक्ष में आने वाला है।”
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“वो एक अच्छी फाइटर हैं और उनका मॉय थाई का स्ट्राइकिंग स्टाइल मुझे काफी पसंद है। मेरा स्टाइल काफी हद तक बॉक्सिंग से मेल खाता है इसलिए यह मेरे लिए भी बड़ी परीक्षा के समान है कि मैं मॉय थाई स्टाइल के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करती हूँ। वो ब्राजीलियन जिउ-जित्सू की पर्पल बेल्ट होल्डर हैं और उनका ग्राउंड गेम भी काफी मजबूत है।”
एम कैलिफोर्निया से आती हैं और यूनाइटेड स्टेट्स के बाहर पहली फाइट उन्होंने दिसंबर 2018 में यानी ONE: DESTINY OF CHAMPIONS में लड़ी थी जहाँ उन्होंने पहले ही राउंड में रूस की इरीना किसेलोवा को हराया था।
अपनी पहली 2 फाइट्स को याद करते हुए एम ने कहा कि, “मैंने कभी पहले इतना दबाव महसूस नहीं किया था, 21 घंटे की फ्लाइट लेकर दूसरे देश में लड़ने जाना मेरे लिए एक नया एहसास था। मुझे नहीं पता था कि इसके प्रति मेरी प्रतिक्रिया क्या होगी, जब मैं सर्कल में उतरी तो इतना क्राउड़ मैंने पहले कभी नहीं देखा था इसलिए दबाव भी दोगुना हो चुका था।”
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जब वो सर्कल में उतरीं और मात्र 81 सेकेंड में जीत हासिल की तो जाकर उन्हें राहत की सांस मिली।
“पहली जीत सभी के लिए यादगार होती है और ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ।
खैर अब “द स्वीट सैवेज” एक बार फिर अपनी स्किल्स से दुनिया को हैरान करने केलिए तैयार हैं और अभी के हिसाब से उनका ONE रिकॉर्ड 3-0-1 का है और इसे जीतकर वो और भी बेहतर करना चाहेंगी।
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सोवनाह्री ने माना कि उन्हें अपनी प्रतिद्वंदी के बारे में कोई खास जानकारी नहीं थी इसलिए उन्होंने रयाने के बारे में थोड़ी रिसर्च की जिससे उनकी कमजोरी और ताकत का पता चल सके।
“मेरे बॉयफ्रेंड ने रिसर्च करने में मेरी काफी मदद की और उन्होंने मुझे रयाने की पुरानी फाइट्स देखने की सलाह दी। इसी दौरान मैंने उनकी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स, किकबॉक्सिंग और इंटरनेट पर उनकी जितनी भी फाइट थीं वो सभी देखीं।”
“इनमें से काफी ने मेरा ध्यान खींचा और इन वीडियो को मैंने बार-बार देखा, इसके बाद मुझे एहसास हुआ कि रयाने को हलके में लेने भूल मुझे बिलकुल नहीं करनी होगी।
एम जानती हैं कि उनका और रयाने का लड़ने का स्टाइल थोड़ा अलग है और उनका यह भी मानना है कि उन्हें रयाने की ग्रैपलिंग से बचकर रहना होगा।
सोवनाह्री के ये सभी बयान दर्शाते हैं कि यह उनके करियर की सबसे कड़ी फाइट्स में से एक होने वाली है। उनकी रणनीति इस मैच को 3 राउंड तक खींचने की है।
“मेरे दिमाग में यह बात अभी से घूम रही है कि यह मैच 3 राउंड तक जाने वाला है और इस लंबी फाइट के लिए मैंने खुद को मानसिक रूप से काफी हद तक मजबूत कर लिया है।
“मेरी बॉक्सिंग स्किल्स जाहिर तौर पर मेरे काम आने वाली हैं लेकिन मैंने यह भी देखा है कि रयाने काउंटर अटैक करने में भी माहिर हैं। इसलिए मुझे अपने पंच सही समय पर और सटीक निशाने पर लगाने होंगे।“
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