पेटमोराकोट को चौंका कर नए ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन बने तवनचाई
पिछले करीब 3 सालों से ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल एक ही एथलीट के पास बना हुआ था, लेकिन अब तवनचाई पीके.साइन्चाई अपनी टेक्निकल स्किल्स से सबको प्रभावित करते हुए डिविजन के नए चैंपियन बन गए हैं।
गुरुवार, 29 सितंबर को सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में हुए ONE 161 में थाई स्टार ने 15 मिनट तक चले मुकाबले को जीतकर पेटमोराकोट पेटयिंडी की बादशाहत का अंत किया।
शुरुआत से ही दोनों फाइटर्स ने एक-दूसरे पर पंच लगाए और पुश किक्स भी लगाईं, लेकिन उनमें तवनचाई बेहतर साबित हुए।
पेटमोराकोट ने लो किक से काउंटर अटैक किया, लेकिन 23 वर्षीय स्टार ने जवाब में बहुत तेजी के साथ किक्स लगाकर Petchyindee Academy के मेंबर की जांघ को क्षति पहुंचाई।
दूसरे राउंड में दोनों ने आक्रामक तरीके से अटैक करने की रणनीति अपनाई। इस दौरान तवनचाई ने डिफेंडिंग चैंपियन पर खतरनाक लेफ्ट हैंड्स और कॉम्बिनेशंस के बाद लो किक्स भी लगाईं।
28 वर्षीय एथलीट ने आगे चलकर 2 खतरनाक राइट हैंड्स लगाए, जिन्हें देख काफी फैंस के अलावा तवनचाई भी चौंक उठे थे। उन्होंने एक पंच और किक कॉम्बिनेशन से काउंटर अटैक किया, जिन्होंने पेटमोराकोट को झकझोर दिया।
मैच जैसे-जैसे आगे बढ़ा, रोमांच बढ़ता जा रहा था। जब-जब तवनचाई ने अटैक किया, तब-तब पेटमोराकोट उन शॉट्स से बचते और लॉन्ग-लेफ्ट पंचों से काउंटर करते। इस बीच क्लिंचिंग भी हुई, जिसमें डिफेंडिंग चैंपियन बढ़त बनाने में कामयाब रहे।
Petchyindee Academy के स्टार ने अच्छी मूवमेंट करते हुए तवनचाई की नी स्ट्राइक्स को विफल किया और ऐसा लगने लगा था कि बढ़त उनके पास चली गई है। यहां तक कि जब उन्होंने PK.Saenchai Muaythaigym के स्टार पर बॉडी किक लगाई और तवनचाई ने उसे पकड़ लिया था, तभी भी डिफेंडिंग चैंपियन अपने हमवतन एथलीट को पंच लगा पा रहे थे।
पेटमोराकोट ने चौथे राउंड में भी बढ़त अपने पाले में रखी, जहां उन्होंने दमदार बॉक्सिंग कॉम्बिनेशंस लगाए। तवनचाई शॉट्स के प्रभाव को झेल रहे थे और ये राउंड पूरी तरह पेटमोराकोट के पक्ष में गया।
मगर ये शायद तवनचाई का प्लान था क्योंकि चौथे राउंड में पिछड़ने के बाद उन्होंने अंतिम राउंड में जबरदस्त वापसी की और ऐसा किया किया, जो सालों से वर्ल्ड चैंपियनशिप मैचों में देखने को मिलता रहा है।
चैलेंजर ने पेटमोराकोट पर किक्स और अपने सिग्नेचर लेफ्ट पंच लगाए, जिनके खिलाफ डिफेंडिंग चैंपियन के पास डिफेंस करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
5 राउंड्स के धमाकेदार एक्शन के बाद तीनों जजों ने तवनचाई के पक्ष में फैसला सुनाया। इस जीत के साथ उनका रिकॉर्ड 128-31-2 का हो गया है और नए ONE फेदरवेट वर्ल्ड चैंपियन भी बन गए हैं।