ONE X में सेक्सीयामा को बेनकाब करने की शिन्या एओकी की योजना- “मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मैं कैसे जीतूंगा”
ONE X में योशिहीरो अकियामा से होने वाला मुकाबला शिन्या एओकी के लिए असलियत और भव्यता के बीच का फर्क दूर करने वाला रहेगा।
शनिवार, 26 मार्च को पूर्व ONE लाइटवेट वर्ल्ड चैंपियन का सामना “सेक्सीयामा” से जापानी MMA लैजेंड्स के बीच होने वाले मुकाबले में होगा। ऐसे में शिन्या को लगता है कि दोनों ही एथलीट्स का इस खेल के प्रति अलग नजरिया है।
विशेष रूप से एओकी को लगता है कि उनके 46 वर्षीय विरोधी के पास अपनी खुद की तारीफ करने वाला दिखावा है, जिसके चलते वो उनसे मुकाबला करने की प्रबल इच्छा रखते हैं।
“टोबीकन जुडन” ने कहा:
“ये कहानी साल 2008 में एक कनेक्शन के साथ शुरू हुई थी, लेकिन तब और अब की चीजें पूरी तरह से बदल चुकी हैं। हमारी स्थिति और हैसियत अब काफी अलग है तो इसे लेकर मैं ज्यादा चिंतित नहीं हूं। उस समय एक प्रोमोशन हुआ करता था, जिसे DREAM के नाम से जाना जाता था। उसमें मुझे किसी ऐसे का होना अच्छा नहीं लगता था, जो केवल अपने बारे में ही सोचता था। अगर चीजों को उसी तरीके से देखा जाए तो आज भी हम उसी स्थिति में मौजूद हैं, जिसमें पहले हुआ करते थे। हम एक-दूसरे से एकदम अलग हैं और इसके चलते चीजें काफी दिलचस्प होती गई हैं।”
हालांकि, एओकी के जीवन में कुछ चीजें बहुत सरल हैं कि उनके लिए कॉम्बैट स्पोर्ट्स सबसे पहले है और बाकी चीजें उसके बाद आती हैं। उन्हें अपने कपड़ों और फॉलोअर्स की फिक्र नहीं रहती है। वो ज्यादातर इस बात पर ध्यान देते हैं कि ट्रेनिंग में सीखी गई चीजों को वो मुकाबले में कैसे लागू करेंगे।
दूसरी ओर, उन्हें नहीं लगता है कि “सेक्सीयामा” इन चीजों को गंभीरता से लेते हैं और उनका मानना है कि अपने मन से ज्यादा वो अपनी छवि पर ध्यान देते हैं।
38 साल के एथलीट ने कहा:
“अकियामा ने कहा कि वो एक एक्टिव फाइटर हैं, लेकिन ऐसा समय भी था, जब वो फाइट नहीं कर रहे थे। मुझे लगता है कि ये चीजें उन्हें ज्यादा पसंद नहीं आती हैं। वहीं मैं इन्हें इसलिए करता हूं क्योंकि ये मुझे पसंद हैं।”
“अकियामा बस कूल दिखने वाले व्यक्ति हैं। आप दो तरह से अच्छे बन सकते हैं। एक आप जीवन में अच्छी चीजें करके उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं या जीवन में अच्छी चीजों के बीच रहकर कूल दिख सकते हैं। मुझे ये चीजें काफी दिलचस्प लगती हैं। मुझे लगता है कि जैसे आप हैं, वैसे ही आपको दिखाना चाहिए। उनकी चीजें काफी सतही होती हैं। भले ही आप अच्छे कपड़े पहनने लगें या कायदे वाली चीजें क्यों न करने लगें, लेकिन अंत में सच्ची चीजें ही टिकी रहती हैं।”
“जब भी असली चीजों की बात आती है तो आप शिन्या एओकी में अंतर देख सकते हैं, वो केवल कठोर सच ही बोलते हैं और असल दुनिया में रहते हैं, उनके साथ जो केवल अपनी चीजों को मीठी परत में छुपाए रहते हैं।”
“सेक्सीयामा” से मुकाबला करने के साथ ही शिन्या एओकी इतिहास रचने को हैं तैयार
शिन्या एओकी और योशिहीरो “सेक्सीयामा” अकियामा के व्यक्तित्व में असमानताओं ने उनकी प्रतिद्वंदिता को और पैना बना दिया है। ऐसे में “टोबीकन जुडन” को लगता है कि ONE X: ग्रैंड फिनाले में उनके मुकाबले को लेकर उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।
3 रैंक के लाइटवेट कंटेंडर ने जापानी-दक्षिण कोरियाई आइकॉन को कई बार फाइट के लिए चुनौती दी थी और वो इतने साल से इस मैच के इंतजार के बाद आखिरकार “सेक्सीयामा” के साथ मुकाबला करने को लेकर खुश हैं।
एओकी ने कहा:
“Road to ONE” में अपने प्रदर्शन पर बात करते हुए (जहां एओकी ने “सेक्सीयामा” को सामना करने के लिए चुनौती दी थी और कहा था कि उनके पास ज्यादा समय नहीं बचा है) कहा कि उस समय मैं काफी निराश था क्योंकि अकियामा ने मुझसे मुकाबला करने का फैसला नहीं किया था। मुझे उन पर विश्वास नहीं था (उसके जवाब पर कि जब वो तैयार होंगे तो मुकाबला करेंगे) क्योंकि अकियामा दोहरे चरित्र वाले व्यक्ति हैं।”
“मुझे पता है कि मैंने उस समय काफी कड़े शब्दों को इस्तेमाल किया था। मैं चाहता था कि लोग ये बात समझें कि हर चीज के पीछे एक कारण होता है, लेकिन मुझे लगता है कि मैंने जो टिप्पणी की, वो जापान में तेजी से फैल गई। मेरे लिए ये काफी साल से किसी सवाल के जवाब को तलाशने जैसा था। मुझे लगता है कि ये मुकाबला बहुत जरूरी है इसलिए मैं इसमें शामिल होना चाहता था।”
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में अपने बेहतरीन लाइटवेट मुकाबले से कुछ दिनों पहले एओकी इसके इर्द-गिर्द शुरू हो रही गूंज को महसूस कर सकते हैं।
Evolve MMA के एथलीट इस मुकाबले को लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं करना चाहते, लेकिन वो इस ऐतिहासिक कार्ड में अपनी भागीदारी निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जो कि मार्शल आर्ट्स इतिहास के सबसे बेहतरीन शो में से एक होगा।
एओकी ने कहा:
“ये मुकाबला जापान के इतिहास का हिस्सा बनेगा इसलिए मुझे लगता है कि मैं अकियामा के बारे में क्या सोचता हूं, इसका कोई मतलब नहीं है।
“सरल शब्दों में कहूं तो मुझे इस मुकाबले में सावधान रहना होगा। ये मुकाबला मेरे विरोधी से ज्यादा मेरे लिए जरूरी है। मुझे अपने एक्शंस को लेकर सावधान रहना होगा। मुझे इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि मैं कैसे जीतूंगा, बस जीत होनी चाहिए। हालांकि, एक समय में मुझे जीत की चाह और डर दोनों चीजें महसूस हो रहे हैं।”