युया वाकामत्सु ने हार के कारण आए मानसिक दबाव के बारे में बात की – ‘लगातार सुधार का प्रयास जारी है’
पूर्व ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर युया वाकामत्सु अपने 21 मैचों के प्रोफेशनल MMA करियर की सबसे कठिन परीक्षा से पार पाना चाहते हैं और वो जानते हैं कि ऐसा करने के लिए उन्हें मानसिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है।
“लिटल पिरान्हा” के सामने 15 जुलाई को होने वाले ONE Fight Night 12: Superlek vs. Khalilov में #5 रैंक के कंटेंडर शी वेई की चुनौती होगी।
बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में वाकामत्सु 2 लगातार हार के दौर को पीछे छोड़ते हुए खुद को दोबारा डिविजन के टॉप कंटेंडर्स में से एक के रूप में स्थापित करना चाहेंगे।
ये सफर जापानी एथलीट के लिए आसान नहीं रहा है, जिन्हें ONE 163 में वू सुंग हूं के खिलाफ पहले राउंड में तकनीकी नॉकआउट से हार झेलनी पड़ी थी।
उन्होंने ONFC.com से बात करते हुए उस हार को निराशाजनक बताया और कहा कि वो इस खेल को छोड़ने के बारे में भी सोचने लगे थे, लेकिन उन नकारात्मक प्रतिक्रियाओं को प्रेरणा स्रोत मानकर वो अब बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं:
“मैं अब तक क्या कर रहा था? मैं सोच रहा था कि, ‘ये सब क्या है?’ मुझे लगा कि मैं अब फाइटिंग नहीं करना चाहता। इतनी आसानी से हार जाने पर मैंने खुद से सवाल किया, ‘मैं क्या कर रहा हूं?’
“मैंने पहली बार अपने कोच से कहा, ‘मैं रिटायर होना चाहता हूं,’ और वो दौर मेरे लिए बहुत निराशापूर्ण रहा।”
कड़ी मेहनत का दर्द सुधार की असली कुंजी है।
हार मिलने से वाकामत्सु पर मानसिक दबाव बढ़ने लगा था। मगर कुछ समय तक सोच विचार के बाद उन्हें अहसास हुआ कि उन्होंने परेशानी को खुद पर हावी होने दिया है और वो इस समस्या से बचपन से जूझ रहे हैं। इस अनुभव ने उन्हें अच्छा करने का प्रोत्साहन दिया है।
अब 28 वर्षीय एथलीट मानसिक दबाव को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहते और 15 जुलाई को एक बड़ा लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा:
“मैं बहुत बेचैन इंसान हूं और बचपन से इस समस्या से जूझ रहा हूं। मुझे हमेशा लगता है कि मुझे सावधान रहना चाहिए और बचपन में भी इसी तरह से सोचता था, लेकिन अब मुझे इस बाधा को पार करना होगा। ऐसा करना मुश्किल है और कई चीज़ों के बारे में सोच रहा हूं। मैं मुश्किल परिस्थिति में फंसा हूं, लेकिन आगे बढ़ने का प्रयास जारी है।”
वाकामत्सु रोज नए बदलाव की कोशिश कर रहे हैं – ‘निरंतर बदलाव जरूरी है’
युया वाकामत्सु पिछली 2 हार से सबक लेकर दोबारा ONE के बड़े स्टार्स से भरे फ्लाइवेट MMA डिविजन के टॉप पर पहुंचने को प्रतिबद्ध हैं और जीत की लय वापस पाने के संबंध में उनसे कई सवाल किए जाते रहे हैं।
मगर जीत मिले या हार, वाकामत्सु लगातार एक एथलीट और इंसान के तौर पर खुद को बेहतर बनाने पर ध्यान देते रहेंगे:
“हर एक फाइट के लिए बदलाव जरूरी है। हम ऐसे समय में नहीं जी रहे जहां परिस्थिति हर बार एक जैसी होती है। इसलिए मानसिकता, फाइटिंग स्टाइल और सोचने के तरीके को भी बदलना पड़ता है। मुझे लगता है कि काफी कुछ बदल चुका है।”
मानसिक स्थिति में सुधार लाने के अलावा “लिटल पिरान्हा” ने अपनी स्किल्स में भी सुधार की कोशिश की है।
हर रोज उनका ध्यान केवल ट्रेनिंग पर होता है:
“मेरे काम करने के तरीके में कई बदलाव हुए हैं। मेरे ट्रेनिंग का तरीका, पैड वर्क और स्किल्स में भी सुधार हुआ है। मगर सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि मुझे अंतिम समय तक पूरी ताकत के साथ अपना बेस्ट देना होगा।”
वाकामत्सु ने खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाने को काफी समय दिया है और वो मानते हैं कि जीत से होने वाले फायदे या हार से होने वाले नुकसान आपको अच्छा करने में मददगार नहीं रहते।
वो केवल अपने प्रदर्शन पर ध्यान देते हैं और इस समय उनका लक्ष्य ONE Fight Night 12 में शी वेई को हराना है।
वाकामत्सु ने कहा:
“मैं अगर सोचूं कि आखिरी बार मुझे हार मिली या मैं कोई विनिंग स्ट्रीक कायम का रहा हूं इसलिए मुझे अगले मैच में जीतना ही होगा। ऐसे विचार आगे चलकर मेरे लिए मुश्किल खड़ी करेंगे। इससे बिना कोई सोच विचार केवल अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना सही है। केवल अपने विरोधी को हराने पर ध्यान लगाना ही मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा।”