जोनाथन हैगर्टी ONE 168 में सुपरलैक के खिलाफ ऊंचाई वाले स्थान डेनवर में कर रहे हैं ट्रेनिंग – ‘कोई कसर नहीं छोड़ी’
ONE 168: Denver के बहुप्रतीक्षित मेन इवेंट मैच की तैयारी के लिए जोनाथन “द जनरल” हैगर्टी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
7 सितंबर को ब्रिटिश सुपरस्टार अपने ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल को थाई मेगास्टार “द किकिंग मशीन” सुपरलैक कियातमू9 के खिलाफ डिफेंड करेंगे।
सुपरलैक इस मुकाबले में मौजूदा ONE फ्लाइवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन और लगातार 10 मैचों को जीतने के बाद उतर रहे हैं। उन्होंने रोडटंग जित्मुआंगनोन और टकेरु सेगावा पर भी जीत हासिल की हैं।
हैगर्टी को पता है कि उनके सामने कितनी बड़ी चुनौती है और वो अपने खिताब को सुरक्षित रखने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं।
उन्होंने onefc.com को बताया:
“हमने कोई कसर नहीं छोड़ी है। मैं जानता हूं कि हर कोई ऐसे कहता है, लेकिन वास्तव में ये मेरा अब तक का सबसे कठिन कैंप था। ये 13 हफ्तों की कड़ी मेहनत और डाइटिंग रही।”
“द जनरल” ने इस कैंप के शुरुआती नौ हफ्ते थाईलैंड में रहकर अपने स्टैमिना और स्किल्स को मजबूत करने में बिताए, लेकिन अब वो अपनी तैयारियों को ऊंचाई वाले स्थान डेनवर में अंजाम तक पहुंचा रहे हैं।
मौजूदा ONE बेंटमवेट मॉय थाई और किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन ने हाल ही के मैचों में तीन फिनिश हासिल किए हैं और वो अपने करियर की सबसे अच्छी शेप में नजर आ रहे हैं।
ऊंचाई वाले स्थान पर की जा रही ट्रेनिंग से उनके खेल में सुधार हुआ है और इसका फायदा उन्हें फाइट के दौरान मिलेगा:
“हम खुद को डेनवर के वातावरण के अनुसार ढाल रहे हैं। फाइट वीक से चार हफ्ते पहले यहां आना बहुत अच्छा आइडिया है।
“हम शुरुआती बढ़त चाहते थे। इसलिए खुद को ढालने के लिए हम डेनवर चार हफ्ते पहला आ गए। जब फाइट आएगी तो हम पूरी तरह से तैयार रहेंगे।”
हैगर्टी का मानना है कि डेनवर की पतली हवा में सांस लेना थोड़ा सा कठिन होता है।
लेकिन इन पहाड़ों में चार हफ्ते बिताने के बाद अगर फाइट के पांच राउंड्स तक जाने की जरुरत पड़ी तो वो इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा:
“हम बहुत ऊंचाई पर हैं और एक राउंड पैडवर्क करने के बाद सांस लेनी पड़ती है। ये काफी कठिन है। जब पहले दिन आए तो बहुत मुश्किल हो रही थी। लेकिन अब हम तालमेल बैठा चुके हैं और हम पहाड़ों में दौड़ लगा रहे हैं।
“मैं मानता हूं कि ये बढ़त है, लेकिन ये दिमाग के लिए और अच्छा है। आपको पता रहता है कि आप तैयार और एक कदम आगे हैं।”
हैगर्टी पहाड़ों में लगा रहे हैं दौड़: ‘ये बहुत शुद्ध है’
भले ही सुपरलैक कियातमू9 के खिलाफ फाइट के लिए जोनाथन हैगर्टी का ट्रेनिंग कैंप बहुत कठिन है, लेकिन वो कोलोराडो का आनंद लेने से भी पीछे नहीं हटे हैं।
उन्होंने पहाड़ों में बिताए समय के बारे में बात की:
“मुझे यहां की संस्कृति और सब चीजों से प्यार है। मुझे पहाड़ों और पहाड़ों से घिरे रहने से प्यार है। हम पहाड़ों में भाग रहे थे। ये बहुत शुद्ध है।”
खूबसूरत पहाड़ों और शानदार नजारों से घिरे रहने वाले हैगर्टी को ONE 168 में तैयारी के लिए अधिक प्रेरणा मिली है।
उनका ट्रेनिंग कैंप बहुत ही कठिन रहा है और वो उसे डेनवर में अंजाम तक पहुंचाकर खुश हैं:
“ये बहुत ही शानदार और खास अनुभव है, इन सब चीजों को महसूस करना। ये शानदार है। यहां मैं फिर से आना चाहूंगा।”