झानलो सांगियाओ Team Lakay के नए अवतार के साथ उतरने को तैयार – ‘हम स्ट्राइकर्स से भी बढ़कर हैं’
अपराजित बेंटमवेट MMA फाइटर झानलो मार्क सांगियाओ के पास जल्द ही अपने गेम के चौतरफा विकास को दिखाने का एक और मौका होगा।
20 साल के एथलीट ONE Fight Night 9: Nong-O vs. Haggerty में अर्जेंटीना के फाइटर मैटियस “एल रास्टा” फारिनेली के खिलाफ 22 अप्रैल को थाईलैंड के बैंकॉक में होने वाले मुकाबले की अंतिम तैयारियों में जुटे हैं।
Team Lakay के मुख्य कोच मार्क सांगियाओ के बेटे के रूप में “द मशीन” के पास विस्फोटक और खास तरह की स्ट्राइकिंग मौजूद है, जिसने फिलीपींस स्थित जिम को ग्लोबल पावरहाउस में तब्दील कर दिया और जहां से काफी संख्या में ONE वर्ल्ड चैंपियंस भी निकले हैं।
हालांकि, ONE में अपने करियर की शुरुआत उन्होंने लगातार दो सबमिशन के साथ की थी। ऐसे में सांगियाओ को उम्मीद है कि वो ये साबित करना आगे भी जारी रखेंगे कि Team Lakay के एथलीट निश्चित ही बेहतरीन मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट बनने की राह पर हैं।
उन्होंने ONEFC.com को बताया:
“मुझे पता है कि Team Lakay बेहतरीन फाइटर्स बनाने के लिए पहचानी जाती है, लेकिन हम धीरे-धीरे जिम में और चीजें भी विकसित कर रहे हैं। हम अपने जिउ-जित्सु और रेसलिंग पर मेहनत कर रहे हैं। मुझे लगता है कि ONE में प्रतिस्पर्धा करने वाले Team Lakay के फाइटर्स की अगली पीढ़ी रेसलिंग और ग्रैपलिंग में कमाल करके दिखाएगी।
“हालांकि, स्ट्राइकिंग हमेशा हमारी खूबी रहेगी। ये हमेशा ही Team Lakay की रगों में शामिल रहेगी।”
अपने ओवरऑल 5-0 के रिकॉर्ड में 4 सबमिशन हासिल करने वाले सांगियाओ स्ट्राइकिंग स्पेशलिस्ट से लेकर अग्रिम पंक्ति के ऑलराउंड मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट तक अपनी टीम के विकास का नेतृत्व कर रहे हैं।
खैर, उनका अभियान उस वक्त और जटिल हो जाएगा, जब वो फारिनेली के रूप में एक बेहतरीन सबमिशन स्पेशलिस्ट से भिड़ेंगे। उनके पास सबमिशन के जरिए आने वाली हरेक जीत के साथ 5-0 का बेहतरीन रिकॉर्ड भी है।
प्रतिद्वंदी की ग्रैपलिंग क्षमताओं को आंकते हुए सांगियाओ जब बाउट में उतरेंगे, जिसके जरिए वो ये दिखाना चाहेंगे कि Team Lakay के एथलीट्स की अगली पीढ़ी ग्राउंड पर किसी से भी मुकाबला करने में सक्षम हैः
“मैं ये साबित करना जारी रखना चाहता हूं कि हम स्ट्राइकर्स से भी बढ़कर हैं और फारिनेली इसकी पुष्टि करने के लिए एकदम सही प्रतिद्वंदी हैं। फैंस ने ये कहकर हमारी बहुत आलोचना की कि हम बस स्ट्राइकिंग में बेहतर हैं, लेकिन ग्राउंड पर पूरी तरह से कमज़ोर नज़र आते हैं। मैं अब साबित करना चाहता हूं कि ये एक अलग दौर है। अब हम रेसलिंग और ग्रैपलिंग पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
“Team Lakay बहुत से इंटरनेशनल मार्शल आर्टिस्ट, ओलंपिक रेसलर्स और न जाने किन-किन एथलीट्स को अपने यहां बुला रहा है। इस वजह से मुझे भरोसा है कि अब हम जिउ-जित्सु, MMA और स्ट्राइकिंग के किसी भी पक्ष के साथ मजबूती से खड़े हो सकते हैं।”
सांगियाओ बोले, ‘मेरा विस्फोटक अंदाज फारिनेली पर पड़ेगा भारी’
व्यापक रूप से देखें तो ONE के सबसे होनहार युवा एथलीट्स में से एक माने जाने वाले झानलो “द मशीन” मार्क सांगियाओ को अर्जेंटीना के मैटियस फारिनेली के खिलाफ अपने करियर की सबसे कड़ी परीक्षा देनी होगी।
ब्यूनस आयर्स के 38 साल के फाइटर का प्रोफेशनल रिकॉर्ड बेदाग और सबमिशन रेट 100 प्रतिशत है। फिर भी अर्जेंटीना के ग्रैपलर क्रिस्टियन हेन से BJJ पर्पल बेल्ट हासिल करने वाले सांगियाओ में आत्मविश्वास की कोई कमी नज़र नहीं आ रही है:
“असलियत में, कोच ने मुझे बताया कि मैं फारिनेली की ग्रैपलिंग का बराबरी से सामना कर सकता हूं। हमने जिउ-जित्सु में उनकी ताकत और स्किल्स को देखा है। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनके सभी हमलों को डिफेंड कर सकता हूं। फाइट नाइट करीब है और मुझे लगता है कि अब उनकी बात को सच कर दिखाने का समय आ गया है।”
इन सबसे इतर, वो फिलीपीनो फाइटर फारिनेली के फाइट आईक्यू का आदर करते हैं। उनका मानना है कि 22 अप्रैल को उनकी भिड़ंत एथलेटिक्स के गुण और ताकत से ही तय की जाएगी। वो भी ऐसे क्षेत्र में, जहां युवा एथलीट को निश्चित तौर पर फायदा मिलना चाहिए।
सांगियाओ ने बतायाः
“मुझे लगता है कि वो बहुत मजबूत फाइटर हैं। वो ज्यादा गलतियां नहीं करते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि मेरी आक्रामकता और विस्फोटक अंदाज इसका सामना कर सकते हैं। पूरा भरोसा है कि वो मुझे कंट्रोल नहीं कर सकते क्योंकि मैं तेज और मजबूत हूं। ऐसा होने की ना के बराबर संभावना है।”
असलियत में, “द मशीन” तीसरी बार लगातार पहले राउंड में फिनिश करने और फिर से 50,000 यूएस डॉलर्स का परफॉर्मेंस बोनस हासिल करने की जुगत में हैं। ऐसे में अपनी क्षमताओं के दम पर वो इसमें खरे साबित हो सकते हैं।
वो कहते हैं कि ये चीजें होना अच्छी बात है, लेकिन मेरी प्राथमिकता जीत को बरकरार रखना है, चाहे वो किसी भी तरह से क्यों ना आएः
“मेरा लक्ष्य मुकाबला जीतना है। मुझे इसकी परवाह नहीं कि ये पहले राउंड में आती है या फिर दूसरे राउंड में। मेरे दिमाग में बस जीत दौड़ रही है।”