जिओंग जिंग नान ने धमाकेदार वर्ल्ड चैंपियनशिप ट्रायलॉजी बाउट में एंजेला ली को हराया
“द पांडा” जिओंग जिंग नान और “अनस्टॉपेबल” एंजेला ली की ट्रायलॉजी बाउट ने दुनिया को दिखाया कि वो क्यों ONE Championship के इतिहास की सबसे बेहतरीन फीमेल मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स हैं।
अमेरिकी प्राइमटाइम पर शुक्रवार, 30 सितंबर (भारत में शनिवार, 1 अक्टूबर) को ONE Fight Night 2 का मेन इवेंट सबकी उम्मीदों पर खरा उतरा।
जिओंग, जो कि जनवरी 2018 में सबसे पहली ONE विमेंस स्ट्रॉवेट वर्ल्ड चैंपियन बनी थीं, को सर्वसम्मत निर्णय से जीत मिली, लेकिन 25 मिनट तक चले कांटेदार मुकाबले में ली ने भी हार नहीं मानी।
मौजूदा ONE विमेंस एटमवेट वर्ल्ड चैंपियन ली ने एक डिविजन ऊपर आकर स्ट्रॉवेट टाइटल के लिए दोबारा चैलेंज किया और उन्होंने शुरुआत में आक्रामक रणनीति अपनाई।
एटमवेट क्वीन ने पंच और किक्स लगाईं, लेकिन “द पांडा” उन्हें अपने करीब आने देकर पंचों से काउंटर अटैक कर रही थीं।
चीनी MMA वर्ल्ड चैंपियन ने अपनी बॉडी और हेड मूवमेंट में तालमेल बैठाते हुए खतरनाक राइट हैंड लगाकर “अनस्टॉपेबल” को नॉकडाउन किया और जब ली ने फाइट को ग्राउंड पर रखने की कोशिश की, तब भी उन्होंने आक्रामक तरीके अटैक करना जारी रखा।
जिओंग ने एकसाथ कई पंच लगाते हुए सिंगापुर-अमेरिकी स्टार की मुश्किलें बढ़ाईं और उन्हें फिनिश करने के करीब आ गई थीं, लेकिन ली किसी तरह फाइट में बनी रहीं। मगर “द पांडा” के खतरनाक शॉट्स को रोक पाना उनके लिए मुश्किल हो रहा था।
पहले राउंड को सर्वाइव करने के बाद ली ने दूसरे राउंड में आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने जिओंग के पंचों से बचते हुए उन्हें सर्कल वॉल की तरफ धकेला। उन्होंने फ्रंट हेडलॉक लगाने के बाद जिओंग के सिर पर नी स्ट्राइक्स लगाते हुए सबमिशन मूव लगाने के मौके तलाशे, मगर चीनी एथलीट अपनी विरोधी की रणनीति का पहले ही अंदाजा लगा चुकी थीं।
“द पांडा” जब भी खुद को बचाने में सफल रहतीं, तब ली अचानक उनपर दबाव को दोगुना कर देतीं, लेकिन इस दौरान उन्हें कुछ खतरनाक पंचों का स्वाद भी चखना पड़ा।
तीसरे राउंड की शुरुआत में “अनस्टॉपेबल” ने टेकडाउन का प्रयास किया, लेकिन जिओंग ने उससे बचते हुए कई पंच लगाए। ली ने अपनी विरोधी को सर्कल वॉल की तरफ धकेलते हुए शॉर्ट एल्बो और नी स्ट्राइक्स लगाईं, लेकिन एक बार मौका मिलते ही चीनी स्टार ने सिंगापुर-अमेरिकी स्टार की बॉडी को क्षति पहुंचाई।
इसके बावजूद ली का स्ट्राइकिंग करते हुए आत्मविश्वास बढ़ता जा रहा था और इसी कारण वो क्लिंच में रहते क्लीन राइट हैंड और कुछ नी स्ट्राइक्स लगा पाईं।
चैंपियनशिप राउंड्स में एटमवेट क्वीन ने फ्रंट-फुट पर रहने की रणनीति अपनाए रखी। वहीं ली को आगे आता देख जिओंग ने लेफ्ट हुक्स लगाए, लेकिन “अनस्टॉपेबल” उनसे बच निकलीं।
जिओंग अभी भी अपनी प्रतिद्वंदी की फ्रंट-फुट पर रहने की रणनीति का फायदा उठाकर खतरनाक शॉट्स लगा रही थीं। साफतौर पर देखा जा सकता था कि “अनस्टॉपेबल” की ओर से ज्यादा अटैक हो रहा है और राउंड के अंतिम क्षणों में कुछ स्ट्राइक्स के लैंड होने से ली का आत्मविश्वास भी बढ़ा।
अंतिम राउंड की शुरुआत ली ने हुक-क्रॉस लगाने के साथ की, जिसने स्ट्रॉवेट क्वीन को झकझोर दिया था। उन्होंने जिओंग को सर्कल वॉल की तरफ धकेला और टेकडाउन स्कोर करते हुए बैक कंट्रोल प्राप्त करने की कोशिश की, लेकिन चीनी एथलीट बच निकलीं।
“द पांडा”, ली के आगे आने का इंतज़ार कर रही थीं। जैसे ही “अनस्टॉपेबल” आगे आईं, तभी चीनी एथलीट ने उनपर खतरनाक ओवरहैंड राइट्स की बरसात कर दी। राउंड के अंतिम क्षणों में जिओंग ने बैकफुट पर रहकर डिफेंसिव रणनीति अपनाई।
राउंड के समाप्त होने से पहले दोनों ओर से कुछ स्ट्राइक्स लगती देखी गईं और इसी के साथ राउंड समाप्त हुआ।
अंत में जजों को जिओंग की शुरुआती बढ़त और ली की वापसी में से चुनाव करना था, लेकिन उन्होंने “द पांडा” का पक्ष चुना। इस जीत से उन्होंने ली के खिलाफ प्रतिद्वंदिता में 2-1 की बढ़त बना ली है और उनका करियर रिकॉर्ड 18-2 पर पहुंच गया है।
अब 8वीं ONE स्ट्रॉवेट वर्ल्ड टाइटल जीत के बाद जिओंग ने अपनी विरोधी के प्रति सम्मान दिखाया और भविष्य में चौथी भिड़ंत की उम्मीद जताई।