असलानबेक ज़िक्रीव के खिलाफ 3 राउंड तक चले कांटे के मुकाबले में झांग पेइमियान सर्वसम्मत निर्णय से विजयी
अपने डेब्यू में शानदार जीत हासिल करने के बाद “फाइटिंग रूस्टर” झांग पेइमियान और असलानबेक ज़िक्रीव का सामना जब शुक्रवार, 22 जुलाई को ONE 159: De Ridder vs. Bigdash में हुआ तो दोनों फाइटर्स ये साबित करने के लिए सर्कल में उतरे थे कि वो ONE Championship के स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग डिविजन के टॉप एथलीट्स के बीच शामिल होने के लायक हैं।
इस मुकाबले का नतीजा तीन राउंड तक चले गजब के एक्शन के बाद आया, जहां दोनों में से कोई भी पहले से लेकर तीसरे राउंड तक जरा भी धीमा नहीं पड़ा। अंत में “फाइटिंग रूस्टर” ने सर्वसम्मत निर्णय के माध्यम से जीत अपने नाम की।
सिंगापुर इंडोर स्टेडियम में इस बाउट की शुरुआत काफी तेज-तर्रार रही। झांग ने अपने पंचों और हाई किक्स से हमला किया, जबकि ज़िक्रीव अपने विरोधी को जैब और लो किक्स के जरिए धीमा करने की फिराक में लगे रहे थे।
“फाइटिंग रूस्टर” ने अपने विरोधी के सिर व बॉडी पर कड़े प्रहार किए और सही समय पर किए गए नी अटैक से उन्होंने स्कोर किया। ऐसे में रूसी एथलीट, जो कि #2 रैंक के स्ट्रॉवेट मॉय थाई कंटेंडर हैं, अपनी जगह पर जमे रहे और उसी तेजी से पलटवार करते रहे।
ऐसे ही तेज रफ्तार के साथ एक्शन दूसरे राउंड में भी जारी रहा। ज़िक्रीव ने अपने पंचों और लो किक्स के साथ जबरदस्त वर्क रेट बनाए रखा, जबकि “फाइटिंग रूस्टर” ताकतवर स्ट्राइक्स का इस्तेमाल करते हुए अपने विरोधी के जबरदस्त हमले का जवाब देते रहे। रूसी स्टार लगातार अपनी स्ट्राइक्स चलाने में पीछे नहीं रहे, लेकिन झांग का हमला ज्यादा असरदार रहा। उनके हमले में स्पिनिंग बैकफिस्ट कॉम्बिनेशन के साथ जबरदस्त हाई किक भी शामिल रही थी।
हालांकि, मुकाबला देखने वालों को सांस थामने की जरूरत पड़ रही थी, लेकिन दोनों एथलीट्स को ऐसा करने की जरूरत नहीं थी। ऐसे में तीसरा राउंड वहीं से शुरू हुआ, जहां पर दूसरा राउंड खत्म हुआ था।
ज़िक्रीव आक्रामकता के साथ आगे आए और “फाइटिंग रूस्टर” पर स्लिंगिंग पंच, किक्स और स्पिनिंग बैकफिस्ट लगाते रहे। झांग ने अपने पैर जमाए रखे और हेवी राइट हैंड से बचते रहे। साथ ही अंतिम बैल बजने तक हुक से पलटवार करते रहे।
ये मुकाबला जजों के लिए काफी मुश्किल काम रहा, लेकिन तीन राउंड तक बिना रुके जबरदस्त एक्शन के बाद उन्होंने ज़िक्रीव के भारी हमलों की तुलना में चीनी प्रतिभाशाली एथलीट की ताकत और सटीकता को चुना। झांग को सर्वसम्मत निर्णय के माध्यम से विजेता का सम्मान दिया गया, जिससे उनका रिकॉर्ड और प्रभावशाली बनकर 16-1-1 का हो गया।
महज 18 साल की उम्र में “फाइटिंग रूस्टर” अब ONE स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप से चंद कदमों की दूरी पर हैं। ऐसे में ग्लोबल फैन बेस ये देखने को उत्साहित हैं कि उनसे मुकाबला करने के लिए अगला एथलीट कौन होगा।